लेख कभी वज्र थी किसान की छाती, अब कमजोर क्यो ? July 4, 2020 / July 4, 2020 | Leave a Comment आत्माराम यादव पीव कठिन दौर में भी भारत की विभूति से अलंकृत था किसान – भारत के किसान को देश का मेरुदंड माना गया है ओर उसके जीवन के संघर्षों से उबरकर साहसी बनने के कारण ही कभी उसकी छाती व्रज के समान कठोर हुआ करती थी, जो किसान को उसकी अपरिमित सहनशक्ति से प्राप्त […] Read more » किसान की छाती भारत की विभूति
लेख गोवंश नही बचाया तो धरती पर कुछ नही बचेगा ? June 24, 2020 / June 24, 2020 | Leave a Comment आत्माराम यादव पीव गोरक्षा का प्रश्न भारत के लिए रोटी का प्रश्न है। आज देश के युवा सम्राट किसानपुत्रों से यही रोटी का प्रश्न है कि क्या वे चाहते है कि उनपर ओर देश पर लक्ष्मी की कृपा हो, सरस्वती उनकी सहायक हो, देशवासियों को घी,दूध के नाम पर नकली जहरीला रसायन खिलाने वालों से मुक्ति […] Read more » गोवंश गौ सेवा से पुण्यलाभ ओर लक्ष्मी की प्राप्ति
लेख देवीभक्त लांगुरा का उपहास करते लांगुरिया गीत June 13, 2020 / June 13, 2020 | Leave a Comment आत्माराम यादव पीव जहां-जहां मानव का अस्तित्व है वहाँ-वहाँ उसके विकास ओर प्रस्फुटन से अनेक मार्ग बनते गए है जो अनादि भी है ओर अनंत भी है। जो मार्ग अनादि ओर अनंत है वे सनातन परंपरा के ऋषिओ द्वारा अन्वेषित है जिन्हे धर्म के रूप में महत्व मिला हुआ है। कुछ मार्ग थोड़ा […] Read more » Languriya songs ridiculing the goddess Langura देवीभक्त लांगुरा का उपहास
कला-संस्कृति गाय ओर पशुओ के रक्षक लोक देवता-कारस देव May 19, 2020 / May 19, 2020 | Leave a Comment आत्माराम यादव पीव भारत के लोकजीवन की अवधारणा ब्रह्मांड को संचालित करने वाली परमात्मा की मायाशक्तियों से आच्छन है। लोक में देव या देवता शब्द का प्रयोग मनुष्य के आत्मसाक्षात्कार से आर्भिभूत अहर्निश दिव्यता को उपलब्ध होने पर तथा पवित्र आत्माओं एवं जड़ चेतन प्रकृति ओर सूर्य, चंद्र, ग्रह नक्षत्रों व जगत के कर्ता- धर्ता […] Read more » गाय ओर पशुओ के रक्षक लोक देवता-कारस देव देवता-कारस देव
कला-संस्कृति पान-बताशे से प्रसन्न होने वाले विवाहों के देवता-हरदौल लाला May 19, 2020 / May 19, 2020 | Leave a Comment आत्माराम यादव पीवलोक कथाओं में नियतिप्रधान, व्यक्तिप्रधान, समाजप्रधान एवं जातिप्रदान विशेषणों का आधिक्य देखने को मिलता है। कुछ रचनायें व्यक्तिविशेष के माध्यम से उत्पन्न होती है तो कुछेक रचनाओं को जनसमुदाय द्वारा यथावत प्रस्तुत करने का चलन रहा है।व्यक्तिप्रधान रचनाओं का जन्म किसी कवि,लेखक की कृतियों-रचनाओं को आधार माना गया है।लोककथायें किसी समाज-जाति विशेष के व्यक्तित्व के […] Read more » विवाहों के देवता-हरदौल लाला
धर्म-अध्यात्म मनोरंजन सहस्त्रार्जुन का नर्मदा जल प्रवाह रोकने पर रावण की पूजा भंग होना April 29, 2020 / April 29, 2020 | Leave a Comment Read more » Disruption of worship of Ravana when Sahastrajun stops Narmada water flow रावण की पूजा भंग सहस्त्रार्जुन सहस्त्रार्जुन का नर्मदा जल प्रवाह रोक
कहानी राम की अदालत में कुत्ते की फरियाद । April 27, 2020 / April 27, 2020 | Leave a Comment Read more » राम की अदालत राम की अदालत में कुत्ते की फरियाद
विश्ववार्ता रासलीला है, संसार का पहला खुला रंगमंच April 26, 2020 / April 26, 2020 | Leave a Comment आत्माराम यादव पीव देश ओर काल की परंपरागत विभिन्न परिस्थितियो में भारत के नाट्य रंगमंचों को विश्व में कला ओर संस्कृति का विशिष्ट स्थान प्राप्त है तभी वेदपुराणों ओर शास्त्रों के ऋषियों ने रास- रसेश्वर श्रीकृष्ण की रासलीला का खुले में लीला को साकार रूप दिये जाने के कारण रासलीला को विश्व के खुले रंगमंच […] Read more » raslila खुला रंगमंच भारत के नाट्य रंगमंच रासलीला संसार का पहला खुला रंगमंच
धर्म-अध्यात्म मनोरंजन रामायण में काण्ड का नाम सुन्दर काण्ड क्यों? April 14, 2020 / April 14, 2020 | Leave a Comment आत्माराम यादव पीव महर्षि वाल्मीक रचित रामायण हो या गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा रचित रामचरित्र मानस, दोनों में बालकाण्ड,अयोध्याकाण्ड, अरण्यकाण्ड, किष्किंधाकाण्ड, उत्तरकाण्ड नामकरण कर रामकथा के प्रसंगों को इन काण्डों में समाहित किया है जिसमें सुंदरकाण्ड नामकरण किए जाने की विशेषताओं का रहस्य विरले ही समझ पाते है विशेषकर वे लोग जो नित्य प्रतिदिन सुंदरकाण्ड का पाठ करते है […] Read more » ramayan sundar kand in ramayan Why is the name of the case Sundara Kanda in Ramayana? सुन्दर काण्ड
लेख ग्वाल-ग्वाला वंश परंपरा के पूज्य देवी-देवता April 9, 2020 / April 9, 2020 | 1 Comment on ग्वाल-ग्वाला वंश परंपरा के पूज्य देवी-देवता आत्माराम यादव पीव यह ब्रह्मांड एक शक्तिपुंज है जिसमें आदिशक्ति शिव ओर प्रकृतिरूपा शक्ति की अनेक नाम ओर स्वरूप मे देवियो को पूजने का विधान है। प्राय सभी जाति ओर वर्ग में लोक देवी देवता शक्ति के अवतार माने गए है जिनके उदभव, विकास ओर सुयश के संबंध में अनेक गाथाएँ, किवदंतिया लोक जीवन में आस्था […] Read more » Worshiped deities of the Gwal-Gwala dynasty
लेख 200 साल रहा था देवगिरि के यादवों का साम्राज्य April 6, 2020 / April 6, 2020 | Leave a Comment ऐतिहासिक दृष्टि से मध्यप्रदेश ओर उसकी संस्कृति का प्राचीन इतिहास कम देखने को मिलता है। भूगोल एवं मानस शास्त्र के अनुसार मध्यभारत का यह मध्यप्रदेश प्रांत देश के मध्य मे होने से भारत का कटिबन्ध रहा है जहा उत्तर ओर दक्षिण तथा पूर्व ओर पश्चिम का सम्मिलन स्वाभाविक है। मध्यप्रदेश का इतिहास ओर संस्कृति इसके […] Read more » देवगिरि के यादवों का साम्राज्य
कविता साहित्य क्यों राम नहीं तुम बन सके March 19, 2020 / March 19, 2020 | Leave a Comment क्यों राम नहीं तुम बन सके कारण तो बतला दो भैईया ? मातपिता से क्यों मुंह मोड़ा कारण तो समझा दो भैईया ? कमी कहॉ हुई उनकी ममता में क्यों बोलना वे भूले भैईया ? बहिन भाई से क्यों प्रीति तोड़ी अनमोल खजाना क्या पाया भैईया? जिस माता पिता ने जन्म दिया, अंधेरी उनकी हर […] Read more » क्यों राम नहीं तुम बन सके