राजनीति ‘‘कह रहीम कैसे निभै, केर-बेर को संग’’ July 31, 2017 | Leave a Comment जहां तक गठबंधन धर्म का सवाल है तो यह लालू यादव की अहम जिम्मेदारी थी कि ऐसी स्थिति में तेजस्वी का मंत्रिमण्डल से इस्तीफा दिलवाकर गठबंधन धर्म का निर्वहन करते, पर लालू यादव पुत्र मोह में धृतराष्ट्र के अवतार साबित हुए। वस्तुतः लालू यादव जैसे लोगों के पास न तो कोई नीति है और न सिद्धांत। उनका एकमात्र सिद्धांत सत्ता और उसका निर्बाध भोग है। ठीक जैसे राहुल गांधी के चलते कांग्रेस पार्टी भले रसातल में चली जाए, पर राहुल को किनारे नहीं किया जा सकता। Read more » Featured गठबंधन जदयू जदयू और भाजपा का गठबंधन भाजपा
राजनीति चिल्ल-पो जारी है… July 31, 2017 | Leave a Comment वीरेन्द्र सिंह परिहार नये राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने शपथ ग्रहण समारोह के दौरान गांधी के साथ पंडित दीनदयाल उपाध्याय का नाम लेकर जैसे कोई बड़ा अपराध कर दिया हो। विरोधियों का कहना है कि महात्मा गांधी की तुलना दीनदयाल से कैसे की गई? इसके साथ कांग्रेसजनों की इस बात की भी बड़ी तकलीफ रही […] Read more » Featured चिल्ल-पो नये राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद रामनाथ कोविंद
राजनीति लालू यादव बनाम चाणक्य July 26, 2017 | Leave a Comment वीरेन्द्र सिंह परिहार एक दिन यूं ही सुबह मार्निंग वाक में रामलाल जी मिल गये। मेरा उनसे बहस मुसाहबा चलता ही रहता है। मैनें कहा-सुना है, लालू यादव इन दिनों आचार्य चाणक्य के फैन हो गये हैं। रामलाल जी को बड़ा आश्चर्य हुआ, उन्होनें पूछा वह कैसे ? भला कहा लालू यादव और कहा […] Read more » Featured लालू यादव
राजनीति भारत बनाम चीन July 21, 2017 | Leave a Comment । लेकिन सबसे बड़ा सच यह है कि यह पं. जवाहरलाल नेहरु के वक्त का भारत नहीं है, यह नरेन्द्र मोदी के वक्त का भारत है। चीन के ज्यादा शक्तिशाली होने और ज्यादा संख्याबल होने के बाबजूद भारत बखूवी चीन का मुकाबला कर सकता है। लोगों को यह पता होना चाहिए कि संख्याबल से ही युद्ध नहीं जीते जाते। चाहे वह फौजों की संख्या हो या हथियारों की संख्या हो। दुनिया में इसका सबसे बड़ा उदाहरण इजरायल है, जो संख्या में बहुत कम होने के बाबजूद कई बार अरब देशों की विशाल सेनाओं को बुरी तरह पराजित कर चुका है। Read more » China Featured India India versus China चीन डोकलाम भारत भारत बनाम चीन मसूद अख्तर
राजनीति ‘‘खिसियानी बिल्ली खम्भा नोचे’’ July 12, 2017 | Leave a Comment यह भी उल्लेखनीय है कि उस समय तेज प्रताप की उम्र साढ़े तीन बरस की थी, और यह जमीन रमा देवी से तेज प्रताप के नाम सेवा करने के लिए लिखाई गई। भला समझा जा सकता है। इसी तरह से श्रीमती कान्ति सिंह से केन्द्रीय मंत्री बनाने के एवज में 5 करोड़ रुपये का फ्लैट लिखा लिया गया। सूत्रों का कहना है कि मंत्री, सांसद, विधायक एवं दूसरे पद देने की एवज में लालू यादव बतौर रिश्वत जमीने लेते थे। खबर है कि बिहार के मुख्यमंत्री पद पर लालू और राबड़ी देवी के रहते और लालू के रेलमंत्री रहने के दौरान इस परिवार ने दसों हजार करोड़ रुपये की सम्पत्ति इकठ्ठा की। जहां तक लालू की ईमानदारी का प्रश्न है तो यह सर्वविदित है कि वह बिहार में अपने मुख्यमंत्रित्व काल मं 900 करोड़ के चारा घोटाले में दोषसिद्ध हैं, और कई महीनों तक जेल में रहने के दौरान फिलहाल जमानत पर हैं। Read more » ‘खिसियानी बिल्ली खम्भा नोचे corruption cases on Lalu family Featured Lalu Yadav Rabri Devi डिलाइट मार्केटिंग कम्पनी लिमिटेड नीतीश कुमार लारा प्रोजेक्ट्स लालू यादव सुजाता होटल होटल चाणक्य
राजनीति जन विश्वास की कसौटी पर: मोदी सरकार May 28, 2017 | Leave a Comment यह पूछा जा सकता है कि मोदी सरकार भी सबसे बड़ी उपलब्धि क्या है? इसके उत्तर में निसंदेह कहा जा सकता है कि भारतीय संविधान में कानून के समक्ष जो समानता का अधिकार दिया गया है, उसे मोदी सरकार ने बखूबी कायम किया है। अब यह कहावत बिल्कुल उलट चली है कि कानून गरीबों पर शासन करता है और अमीर कानून पर शासन करता है। इसी का नतीजा है कि बड़े राजनीतिज्ञ जैसे ओम प्रकाश चैटाला, छगन भुजबल जैसे लोग जेल में हैं, तो कई जेल जाने की प्रक्रिया में गुजर रहे हैं। Read more » Featured उज्जवला योजना प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना बेनामी लेनदेन बेनामी संपत्ति मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन मोदी सरकार के तीन वर्ष वन रैंक वन पेंशन विमुद्रीकरण सर्जिकल स्ट्राइक स्वच्छ भारत अभियान
लेख साहित्य अपदीपो भव …………. May 11, 2017 | Leave a Comment भगवान बुद्ध ने कहा कि वही सुखी है जो जय-पराजय की भावना का त्याग करता है। वजह यह कि जय की भावना से बैर उत्पन्न होता है, पराजय से दुःख उत्पन्न होता है। उनका मानना था - अक्रोध के द्वारा क्रोध को, साधुता के द्वारा असाधु भाव को, दान के द्वारा कदर्प और सत्य के द्वारा मृषावाद या झूंठ को जीतना चाहिए। उनके अनुसार जिसका किसी से बैर नही है और जो सभी प्राणियों से मैत्री करता है वही सुखी होता है। Read more » बुद्ध पूर्णिमा
आलोचना राजनीति नायक नहीं, खलनायक हूं मैं May 4, 2017 | Leave a Comment वीरेन्द्र सिंह परिहार अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन की उत्पत्ति समझे जानें वाले अरविन्द केजरीवाल के मामले में पूर्व में आम लोगों की धारणा आम राजनीतिज्ञों से कुछ अलग किस्म की थी। यह माना गया था कि पेषेवर राजनीतिज्ञों की जगह केजरीवाल भारतीय राजनींति को नई दिषा देंगे। उनकी ‘आप’ पार्टी के बढ़ते ग्राफ […] Read more » AAP AAP Party Arbind Kejriwal Featured kejriwal खलनायक नायक नहीं
राजनीति कौन सा रास्ता….. April 12, 2017 | Leave a Comment रामजन्म भूमि में राममंदिर तों बनेगा, पर हिन्दू समाज की भावना एवं आस्था को देखते हुये मुस्लिम समुदाय यदि स्वतः उसके निर्माण में आगे आये तो हिन्दू-मुसलमान एकाकी दृष्टि से ऐतिहासिक पहल हो सकती है। वैसे भी राम सिर्फ हिन्दुओं ही नहीं, भारतीय मुसलमानों के भी महान पूर्वज है। ईरान में मुसलमान रूस्तम और सोहराब को अपना पूर्वज मानकर गर्व कर सकते है तो भारतीय मुसलमान राम पर गर्व क्यों नही कर सकते ? Read more » Featured अलगाववाद उत्तरप्रदेश में योगी आदित्यनाथ कट्टर मजहबपरस्ती गौ हत्या गौ हत्या इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लाॅ बोर्ड ने तीन तलाक गौ-हत्या पर प्रतिबंध तीन तलाक मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति राष्ट्रहित में एक जनसंख्या नीति
विविधा ‘‘तेरा वैभव अमर रहे माँ’’ April 5, 2017 / April 5, 2017 | Leave a Comment यह भाजपा की ही विशेषता है कि वह एक पूर्णतः लोकतांत्रिक संगठन है। जिसमें कोई छोटा से छोटा कार्यकर्ता भी शिखर तक पहुंच सकता है। वह किसी व्यक्ति विशेष या परिवार की पार्टी नहीं है। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी स्वतः एक शिक्षक के बेटे हैं, तो लालकृष्ण आडवाणी पाकिस्तान से आएं शरणार्थी हैंे। भाजपा के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वतः कभी रेल्वे स्टेशन पर चाय बेचा करते थे। Read more » BJP foundation day Featured भाजपा स्थापना-दिवस
कला-संस्कृति विविधा राम और रामराज्य April 3, 2017 / April 3, 2017 | Leave a Comment गांधीजी कहते थे- ‘‘अपराधी से नहीं अपराध से घृणा होनी चाहिये।’’ कितना भी बड़ा अपराध क्यों न हो, उसे एहसास करनें वाला, लज्जित होने वाला अपराध का परिमार्जन कर देता है। निश्चित रूप से अपराधबोध से ग्रस्तव्यक्ति का व्यक्तित्व भी विभाजित होगा और ऐसे व्यक्ति एक आदर्श समाज बनाने मे सहायक नहीं हो सकते। श्री राम को यह बात अच्छी तरह पता है। यद्यपि सत्ता के लिये निकटतम सम्बंधियों की हत्याओं से इतिहास भरा पड़ा है। मुस्लिमों की परम्पराओं पर इस सम्बंध में अलग से कुछ कहने की जरूरत नहीं है। वहीं सिंहासन की जगह वनवास दिलाने वाली कैकेयी को श्री राम लज्जित समझकर सबसे पहले उसी से मिलकर उसे अपराध बोध से मुक्त कराते हैं। इस तरह से श्रीराम जैसे उदात्त दृष्टि वाले शासक अथवा अग्रणी व्यक्ति होंगे, तभी इस धरती पर रामराज्य संभव है। Read more » राम राम और रामराज्य रामनवमी रामराज्य
राजनीति यह पब्लिक है: सब जानती है March 18, 2017 | 1 Comment on यह पब्लिक है: सब जानती है नरेन्द्र मोदी आज भारतीय राजनीति में ऐसे महानायक बन चुके हैं, जिनका रास्ता कोई नहीं रोक सकता। ऐसा माना जाना चाहिए कि राष्ट्र के प्रति समर्पण और गरीबों के प्रति प्रतिबद्धता के चलते वह राष्ट्र को विकास की दिशा में तेज गति से ले जा सकेंगे। सबसे बड़ी बात यह कि जो लोग मतदाताओं को नसमझ समझते हैं, अब उनकी आॅखें खुल जानी चाहिए। ‘‘यह पब्लिक है....सब जानती है। Read more » Featured