शख्सियत संदर्भः प्रेमचंद जयंती 31 जुलाई पर विशेष – July 30, 2018 / July 30, 2018 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment मुंशी प्रेमचंद की गाय प्रमोद भार्गव कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद की एक कहानी हैं ‘मुक्तिधन‘ इस कहानी का शीर्षक गाय भी हो सकता था, क्योंकि कहानी गाय के इर्द-गिर्द घूमती है। आज कथित गो-रक्षा को लेकर बहुत हिंसक उत्पात देखने में आ रहे हैं। रक्षा को लेकर गाहे-बगाहे भीड़-तंत्र खड़ा हो रहा है, जो हत्या […] Read more » Featured तीन तलाक न्याय बालिकाओं से दुष्कर्म भ्रष्टाचार भगोड़ा संदर्भः प्रेमचंद जयंती 31 जुलाई पर विषेश- समता संस्कारों हिंदू
शख्सियत भारत राष्ट्र के निर्माताओं में से एक लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक July 30, 2018 / July 30, 2018 by अशोक “प्रवृद्ध” | Leave a Comment -अशोक “प्रवृद्ध” स्वराज मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है के उद्घोषक लोकमान्य बालगंगाधर तिलक (3 जुलाई 1856- 1 अगस्त 1920) एक भारतीय राष्ट्रवादी, शिक्षक, समाज सुधारक, वकील और एक स्वतन्त्रता सेनानी के रूप में लोकख्यात हैं। ये आधुनिक कालेज शिक्षा पाने वाली पहली भारतीय पीढ़ी में से एक थे। इन्होंने कुछ समय तक स्कूल और […] Read more » Featured अंग्रेजी गोपालकृष्ण गोखले चाफेकर बन्धु वीर सावरकर भारत राष्ट्र मराठी राष्ट्रवादी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक वकील शिक्षक समाज सुधारक
शख्सियत आप सदा भारतीयों के दिल में रहेंगे नरेश भारतीय जी July 23, 2018 / July 23, 2018 by संजीव कुमार सिन्हा | 2 Comments on आप सदा भारतीयों के दिल में रहेंगे नरेश भारतीय जी विश्व-प्रसिद्ध लेखक हिंदी लेखक को प्रवक्ता-डॉट-कॉम परिवार की ओर से भावपूर्ण श्रद्धांजलि संजीव सिन्हा जी नई दिल्ली: नरेश भारतीय ऊर्फ नरेश अरोड़ा हिन्दी साहित्य के एक ऐसे नाम रहे जो केवल भारत ही नहीं, बल्कि भारत के बाहर भी अपनी कलम के दम पर प्रसिद्ध रहे। अब वह हमारे बीच नहीं रहे। लेकिन कहते हैं […] Read more » Featured आप सदा भारतीयों के दिल में नरेश भारतीय ऊर्फ नरेश अरोड़ा प्रवक्ता डॉट कॉम भावपूर्ण श्रद्धांजलि रहेंगे नरेश भारतीय जी श्री संजीव सिन्हा हिंदी लेखक
शख्सियत तेजिंदर गगन का जाना July 23, 2018 / July 23, 2018 by संजीव खुदशाह | Leave a Comment संजीव खुदशाह वरिष्ठ पत्रकार प्रभाकर चौबे के दिवंगत होने की खबर का अभी एक पखवाड़ा भी नहीं हुआ था की खबर आई, तेजिंदर गगन नहीं रहे। मुझे याद है तेजिंदर गगन से मेरी पहली मुलाकात एक कार्यक्रम में हुई थी। वह एक राज्य संसाधन केंद्र के द्वारा आयोजित कार्यक्रम था। जिसमें वह बतौर साथी वक्ता […] Read more » Featured अंबिकापुर अंबेडकरवाद चैन्नई व अहमदाबाद देहरादून नागपुर रायपुर वरिष्ठ पत्रकार प्रभाकर चौबे वामपंथ संबलपुर
शख्सियत कारवां गुजर गया July 23, 2018 / July 23, 2018 by विजय कुमार | Leave a Comment विजय कुमार छात्र जीवन से मेरी रुचि साहित्य में रही है। कविता मंचीय हो या पत्रिका में प्रकाशित, उनके प्रति विशेष आकर्षण था। इसी से कुछ तुकबंदी करने की भी आदत बन गयी। पश्चिमी उ.प्र. में खतौली का श्रावणी मेला, मुजफ्फरनगर की नुमाइश, मेरठ में नौचंदी मेला, सरधना में बूढ़े बाबू का मेला, दिल्ली में […] Read more » Featured कारवां गुजर गया दिल्ली में गणतंत्र दिवस मुजफ्फरनगर मेला श्रावणी मेला
शख्सियत ये नीरज की प्रेमसभा है,,,,, July 23, 2018 / July 23, 2018 by अतुल गौड़ | Leave a Comment अतुल गौड़ ये नीरज की प्रेमसभा है जरा संभल कर आना जी…. अब से नीरज जी की वो प्रेमसभाओं में नीरज जी की भर्राई सी गूंज नहीं होगी न अब कोई उनका गीत होगा न कोई नयी कविता होगी पर नीरज तक ही जाने वाले मुसाफिरों ये सफ़र की आखरी मंजिल भी नहीं होगी उन […] Read more » Featured कारवां गुजर गया नदी किनारे नीरज जी फिल्म फेयेर पुरूस्कार बादर बरस गयो ये नीरज की प्रेमसभा है
शख्सियत गोपालदास ‘नीरज’ (4 जनवरी 1925 – 19 जुलाई 2018), July 23, 2018 / July 23, 2018 by संजय सक्सेना | Leave a Comment श्रद्धांजलि ………‘विदाई’ एक महान साहित्यकार और सच्चे इंसान की संजय सक्सेना, हिन्दी साहित्यकार, शिक्षक, एवं कवि सम्मेलनों के मंचों पर काव्य वाचक एवं फिल्मों के गीत लेखक गोपाल दास नीरज का जाना साहित्य प्रेमियों के लिये अपूरणीय क्षति है। कई विद्याओं के धनी नीरज जी का कवि मन हमेशा कुछ न कुछ नया करने को […] Read more » Featured इंदीवर गीतकार गोपालदास ’नीरज’ गोपाल सिंह नेपाली पं नरेंद्र शर्मा पद्म भूषण से सम्मानित कवि भरत व्यास यश भारती पेंशन की घोषणा योगी सरकार राजेन्द्र कृ सीएम अखिलेश यादव
शख्सियत समाज नीरज : सतरंगी रेखाओं की सादी तस्वीर July 20, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग सम्पूर्ण मानवता को एक नई फिजा, एक नया परिवेश देने, हममें सौन्दर्यप्रेम एवं राष्ट्रीयता का भाव जागृत करने, जीवन की सचाइयों का प्रकाश उपलब्ध कराने, हमें आध्यात्मिक एवं मानसिक शक्ति प्रदत्त करने, हममें सच्चा संकल्प एवं कठिनाइयों पर विजय पाने की सच्ची दृढ़ता उत्पन्न करने वाला लाखों-लाखों रचनाकारों की भीड़ में एक अनूठा […] Read more » Featured Gopal das saxena niraj नीरज
शख्सियत सार्थक पहल विश्व इतिहास का अनूठा महानायक July 16, 2018 / July 16, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग, दुनिया में अनेक महापुरुषों की स्मृति को क्षीण होते हुए देखा है, लेकिन नेल्सन मंडेला इसके अपवाद है। उनके जीवित रहते समय जितना उनको सम्मान प्राप्त हुआ, उससे कहीं अधिक उनकी मृत्यु के बाद उन्हें समूची दुनिया ने आदर दिया है। पिछले कुछ वर्षों में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर उनके प्रति जितनी उत्सुकता बढ़ी […] Read more » ‘चमड़ी के रंग’ Featured दक्षिण अफ्रीका नेल्सन मंडेला बीसवीं सदी मेथोडिस्ट मिशनरी स्कूल राष्ट्रपति विश्व इतिहास का अनूठा महानायक स्वतंत्रता आंदोलन
शख्सियत बिरसा मुंडा आज भी प्रासंगिक हैं June 6, 2018 / June 6, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग भारतीय इतिहास में बिरसा मुंडा एक ऐसे क आदिवासी नेता और लोकनायक थे जिन्होंने भारत के झारखंड में अपने क्रांतिकारी चिंतन से उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में आदिवासी समाज की दशा और दिशा बदलकर नवीन सामाजिक और राजनीतिक युग का सूत्रपात किया। काले कानूनों को चुनौती देकर बर्बर ब्रिटिश साम्राज्य को चुनौती ही […] Read more » Featured अशिक्षा और बेरोजगारी आडम्बरों एवं अंधविश्वासों आदिवासी गरीबी झारखंड बिरसा मुंडा आज भी प्रासंगिक हैं ब्रिटिश हुकूमत भारतीय इतिहास रूढ़ियों
शख्सियत समाज हिन्दी गजल और दुष्यंत कुमार May 26, 2018 by डॉ. सौरभ मालवीय | Leave a Comment हिन्दी गजल और दुष्यंत कुमार डॉ.सौरभ मालवीय हिन्दी गजल हिन्दी साहित्य की एक नई विधा है. नई विधा इसलिए है, क्योंकि गजल मूलत फारसी की काव्य विधा है. फारसी से यह उर्दू में आई. गजल उर्दू भाषा की आत्मा है. गजल का अर्थ है प्रेमी-प्रेमिका का वार्तालाप. आरंभ में गजल प्रेम की अभिव्यक्ति का सबसे सशक्त […] Read more » Featured उत्तर प्रदेश के बिजनौर गज़ल संग्रह दुष्यंत कुमार पलायनवादी कवि शासन-प्रशासन हिन्दी गजल
शख्सियत बालकवि बैरागी: बुझ गया ‘दीवट का दीप’ May 17, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग दीये की बाती जलती है तब सबको उजाले बांटती है। बीज उगता है तब बरगद बन विश्राम लेता है। समन्दर का पानी भाप बन ऊंचा उठता है तब बादल बन जमीं को तृप्त करने बरसता है। ऐसे ही लाखों-लाखों रचनाकारों की भीड़ में कोई-कोई रचनाकार जीवन-विकास की प्रयोगशाला मेें विभिन्न प्रशिक्षणों से गुजरकर […] Read more » ‘गोगोला’ Featured आचार्य तुलसी जादू-टोना दो बूंद पानी’ पिताजी साहित्यकार बैरागीजी रचनात्मक वीर छत्रसाल समष्टिवाद