Category: धर्म-अध्यात्म

धर्म-अध्यात्म

“हम ईश्वर के गुणों का साक्षात्कार कर उससे लाभ उठा सकते हैं”

/ | Leave a Comment

मनमोहन कुमार आर्य,  हम अपने परिवार, मित्र मण्डली तथा पड़ोसी आदि अनेक लोगों को जानते हैं। हम से कोई पूछे कि क्या अमुक व्यक्ति को आप जानते हैं तो हमारा उत्तर होता है कि हां, हम उसे जानते हैं। हमारा यह उत्तर पूर्ण सत्य नहीं होता। हम न तो किसी मनुष्य के सभी गुणों को […]

Read more »

धर्म-अध्यात्म

“गुरुकुल पौंधा जाकर वहां आचार्यादि मित्रों से शिष्टाचार भेंट”

/ | Leave a Comment

  –मनमोहन कुमार आर्य,  गुरुकुल पौंधा-देहरादून हमारे निवास से 15 किमी. की दूरी पर है। जब भी मन होता है हम महीने में एक या दो बार वहां जाकर गुरुकुल देखने सहित सभी आचार्यगणों से मिल आते हैं। आज भी हम वहां गये। गुरुकुल में हमें आचार्य चन्द्रभूषण शास्त्री, श्री शिवदेव आर्य तथा आचार्य श्री […]

Read more »

धर्म-अध्यात्म

वैदिक धर्मी सभी बुराईयों से मुक्त अनुशासित,बलवान, क्षमतावान व देशभक्त होते हैं’

/ | Leave a Comment

  मनमोहन कुमार आर्य, वैदिक धर्मी का अर्थ होता है कि ईश्वरीय ज्ञान वेद को जानने वाला व उसकी शिक्षाओं को मन, वचन व कर्म से अपने जीवन में धारण व पालन करने वाला। वेद सृष्टि के आरम्भ में परमात्मा द्वारा मनुष्यों को अपने कर्तव्य व अकर्तव्यों की पूर्ति का ज्ञान कराने के लिए प्रदान […]

Read more »

धर्म-अध्यात्म

“वैदिक साधन आश्रम तपोवन-देहरादून और इसकी मासिक पत्रिका पवमान का अगस्त 2018 अंक प्रकाशित”

/ | Leave a Comment

मनमोहन कुमार आर्य,  वैदिक साधन आश्रम, तपोवन-देहरादून आर्यसमाज के सुप्रसिद्ध विद्वान एवं साधक महात्मा आनन्द स्वामी जी की प्रेरणा से अमृतसर के बावा गुरमुख सिंह जी द्वारा स्थापित ईश्वरोपासना, यज्ञ, स्वाध्याय आदि करने हेतु साधना  का एक आदर्श केन्द्र है। आश्रम का 300 बीघा भूमि का अपना भूभाग है। सन् 1949 में इस आश्रम की […]

Read more »

धर्म-अध्यात्म

“परोपकारी पत्रिका के नये अंक में अनेक नये तथ्यों की जानकारी”

/ | Leave a Comment

मनमोहन कुमार आर्य,  परोपकारिणी सभा, अजमेर ऋषि दयानन्द की उत्तराधिकारिणी सभा है जिसकी स्थापना स्वामी दयानन्द जी ने अपनी मृत्यु से कुछ समय पूर्व की थी। परोपकारिणी सभा से ‘परोपकारी’ नामक एक पाक्षिक पत्रिका प्रकाशित होती है। इसमें नियमित रूप से ‘कुछ तड़प–कुछ झड़प’ शीर्षक से एक लेख श्रृंखला प्रकाशित होती है जिसके लेखक आर्यजगत […]

Read more »

धर्म-अध्यात्म

“ऋषि दयानन्द का नर्मदा के स्रोत की ओर प्रस्थान की घटना उन्हीं के शब्दों में”

/ | Leave a Comment

मनमोहन कुमार आर्य, रामलाल कपूर ट्रस्ट, बहालगढ़ (सोनीपत-हरयाणा) ने पं. भगवद्दत्त जी, रिसर्च स्कालर लिखित एक लघु पुस्तक ‘‘ऋषि दयानन्द स्वरचित जन्म चरित्र (लिखित व कथित)’’ सन् 1986 में प्रकाशित की है। यह इस पुस्तक का दसवां संस्करण है। यह जन्म चरित्र पूना कथ्य सहित उनके द्वारा थ्योसोफिकल सोसायटी को लिखकर प्रेषित जन्म चरित्र विषयक […]

Read more »

धर्म-अध्यात्म

“गरुकुल कांगड़ी हरिद्वार में आयोजित तीन दिवसीय गुरुकुल महासम्मेलन सम्पन्न”

/ | Leave a Comment

मनमोहन कुमार आर्य,  स्वामी आर्यवेश जी के सभापतित्व में कार्यरत सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा, नई दिल्ली का तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय गुरुकुल महासम्मेलन 6-8 जुलाई 2018 आशातीत सफलता के साथ सम्पन्न हुआ। इसकी विशेषता यह रही कि लगभग 80 गुरुकुलों के आचार्य व आचार्यायें अपने अपने ब्रह्मचारी व ब्रह्मचारिणियों सहित सम्मलित हुए। आर्यसमाज के अनेक प्रसिद्ध […]

Read more »

धर्म-अध्यात्म

“ईश्वर स्थूल न होकर सूक्ष्मतम होने के कारण आंखों से दीखता नहीं है”

/ | Leave a Comment

मनमोहन कुमार आर्य,  हमें किसी बात को सिद्ध करना हो तो हमें लिखित व दृश्य प्रमाण देने होते हैं। ईश्वर है या नहीं, इसका लिखित प्रमाण हमारे पास वेद के रुप में विद्यमान है। वेद ईश्वरीय ज्ञान है अर्थात् वेद ईश्वरप्रोक्त व ईश्वर के कहे हुए हैं। वेदों का ज्ञान ईश्वर से मनुष्यों तक कैसे […]

Read more »