आर्थिकी अपनी नाकामी का ठीकरा गरीबों पर फोड़ते सुब्बाराव April 16, 2013 by इफ्तेख़ार अहमद | Leave a Comment रिजर्व बैंक की लाख कोशिशों के बावजूद देश में खाद्य महंगाई दर दहाई के अंक पर बनी हुई है। बढ़ती महंगाई से आम आदमी परेशान है। इस महंगाई डायन ने गरीबों की थाली से सब्जी को छू-मंतर कर दिया है। लेकिन, इन सबसे बेपरवाह रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर डी. सुब्बाराव को गरीबों की […] Read more »
आर्थिकी नाबार्ड और वित्तीय समावेशन April 16, 2013 / April 16, 2013 by निधि चौधरी | Leave a Comment निधि चौधरी पिछले तीन दशकों से राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक अर्थात नाबार्ड वित्तीय समावेशन और समावेशी विकास की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है । वर्ष 1982 में नाबार्ड की स्थापना ग्रामीण विकास और कृषि के संवर्धन की दृष्टि से की गई और नाबार्ड ने ग्रामीण इलाकों में कार्य कर रहे वाणिज्यिक […] Read more » NABARD
आर्थिकी दागदार हैं निजी बैंक के दामन April 13, 2013 by सतीश सिंह | Leave a Comment आनलार्इन बेबपोर्टल कोबरा पोस्ट द्वारा आर्इसीआर्इसीआर्इ बैंक, एचडीएफसी बैंक और एकिसस बैंक के विरुद्ध धन शोधन का आरोप लगाया गया है। कोबरा पोस्ट के एसोसिएट संपादक सैयद मसरुर हसन ने सिटंग आपरेशन की सहायता से एक डाक्यूमेंट्री फिल्म बनार्इ है, जिसका फिल्मांकन उन्होंने देश भर में निजी बैंकों की 40 शाखाओं में जाकर किया है। […] Read more » दागदार हैं निजी बैंक के दामन
आर्थिकी स्वास्थ्य-योग जरूरी दवाओं को सरकारी मूल्य से ज्यादा पर बिक्री April 12, 2013 by संजय स्वदेश | Leave a Comment संजय स्वदेश कोई बीमारी जब जानलेवा हो जाती है तो लोग इलाज के लिए क्या कुछ नहीं दांव पर लगा देते हैं। क्या अमीर क्या गरीब। ऐसे हालात में वे मोलभाव नहीं करते हैं। इस नाजुक स्थिति को भुनाने में दवा उत्पादक कंपनियों ने मोटी कमाई का बेहतरीन अवसर समझ लिया है। सरकारी नियमों को […] Read more »
आर्थिकी दागदार हैं निजी बैंक के दामन April 12, 2013 by सतीश सिंह | Leave a Comment आनलार्इन बेबपोर्टल कोबरा पोस्ट द्वारा आर्इसीआर्इसीआर्इ बैंक, एचडीएफसी बैंक और एकिसस बैंक के विरुद्ध धन शोधन का आरोप लगाया गया है। कोबरा पोस्ट के एसोसिएट संपादक सैयद मसरुर हसन ने सिटंग आपरेशन की सहायता से एक डाक्यूमेंट्री फिल्म बनार्इ है, जिसका फिल्मांकन उन्होंने देश भर में निजी बैंकों की 40 शाखाओं में जाकर किया है। […] Read more » दागदार हैं निजी बैंक के दामन
आर्थिकी डिफाल्टर कारपोरेटस ने किया बैंकों का बेड़ागड़क April 12, 2013 by सतीश सिंह | Leave a Comment नफा और नुकसान को किसी भी बिजनेस का अहम हिस्सा माना गया है। बैंकिंग बिजनेस को भी इसी नजरिए से देखा जा सकता है। इस परिप्रेक्ष्य में एनपीए (गैर निष्पादित परिसंपत्ति) को नुकसान का प्रर्याय माना जा सकता है। इस दृष्टिकोण से एनपीए के मुद्दे पर बैंकों को ज्यादा हाय-तौबा नहीं मचाना चाहिए, लेकिन इस […] Read more » डिफाल्टर कारपोरेटस ने किया बैंकों का बेड़ागड़क
आर्थिकी निजी बैंकों का काला कारोबार March 23, 2013 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव देश के निजी बैंक कठघरे में हैं। ये बैंक संबंधी पारदर्षिता से खिलवाड़ करते हुए देश के भीतर ही काले धन को बड़े पैमाने पर सफेद करने के कारोबार में लगे हैं। यह आर्थिक भ्रष्टाचार देश की अर्थव्यवस्था को चौपट करने के साथ मंहगार्इ बढ़ाने का काम भी कर रहा है। न्यूज पोर्टल […] Read more » निजी बैंकों का काला कारोबार
आर्थिकी किसान कर्जमाफी घोटाला March 18, 2013 / March 18, 2013 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on किसान कर्जमाफी घोटाला प्रमोद भार्गव संप्रग सरकार के कार्याकाल में सामने आ रहे घोटालों की सूची लंबी होती जा रही है। इस सूची में राष्ट्रमण्डल खेल, 2जी, आदर्श सोसायटी, कोयला और हेलिकाप्टर घोटालों के बाद किसान कर्ज माफी घोटाला भी शामिल हो गया है। लगता है कांग्रेस बनाम संप्रग सरकार गड़बडि़यों बनाम भ्रष्टाचार की पर्याय बन कर रह […] Read more » किसान कर्जमाफी घोटाला
आर्थिकी कोयला घोटाले में केंद्र सरकार के हाथ काले March 18, 2013 / March 18, 2013 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव कोल खण्ड आंवंटन घोटाले में केंद्र सरकार अब सीबीआर्इ जांच में भी घिरती नजर आ रही है। सीबीआर्इ ने शीर्श न्यायालय में पेश की जांच रिपोर्ट में कहा है कि संप्रग एक सरकार के कार्यकाल में कोल खण्डों के आवंटन में गड़बडि़यां हुर्इ। ये खण्ड ऐसी कंपनियों को दे दिये गए जिनकी न […] Read more » कोयला घोटाले में केंद्र सरकार के हाथ काले
आर्थिकी भारत में बासल II का मूल्यांकन March 15, 2013 / March 15, 2013 by निधि चौधरी | 1 Comment on भारत में बासल II का मूल्यांकन बैंकिंग किसी भी अर्थव्यवस्था में सर्वाधिक जोखिम से भरा व्यवसाय है क्योंकि इसमें जनता का धन दांव पर लगा होता है और यह अत्यधिक लेवरेज्ड है । इसी कारण जोखिम प्रबंधन बैंकिंग से अपरिहार्य रूप से जुड़ा है क्योंकि पणधारियों के हितों की सुरक्षा करना अनिवार्य है । दुनिया भर में बैंकों को अभिशासित करने […] Read more » भारत में बासल II का मूल्यांकन
आर्थिकी महत्वपूर्ण लेख महिला-जगत स्वयं सहायता समूह और महिला सशक्तीकरण March 13, 2013 / March 13, 2013 by निधि चौधरी | Leave a Comment महिला सशक्तीकरण से अभिप्राय जीवन के विविध क्षेत्रों में महिलाओं द्वारा निर्णय प्रक्रिया में साझेदारी से है । इसमें सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक इत्यादि सभी विषयों में महिलाओं की स्थिति मे परिवर्तन होता हैं । यह महिलाओं के स्वयं पर नियंत्रण, अपने परिवार के बारे में महत्वपूर्ण निर्णयों में साझेदारी तथा घर के इतर निर्णयों […] Read more »
आर्थिकी सरकारी महिला बैंक की चुनौतियाँ March 13, 2013 / March 13, 2013 by सतीश सिंह | 1 Comment on सरकारी महिला बैंक की चुनौतियाँ आम बजट में वित्त मंत्री पी चिदंबरम के द्वारा पहला महिला सरकारी बैंक खोलने की घोषणा को संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (सप्रंग) सरकार महिला सशक्तिकरण की दिशा में उठाया गया एक बड़ा कदम बता रही है। अपने बजट भाषण में श्री चिदंबरम ने कहा कि प्रस्तावित बैंक महिलाओं के द्वारा संचालित किया जायेगा। यह बैंक: मुख्य […] Read more » सरकारी महिला बैंक सरकारी महिला बैंक की चुनौतियाँ