आर्थिकी सरकार की सरपरस्ती में मंहगार्इ की आग September 18, 2012 / September 18, 2012 by प्रणय विक्रम सिंह | Leave a Comment प्रणय विक्रम सिंह आम अवाम की कमर महंगार्इ की मार से पहले ही टूटी हुर्इ थी अब डीजल के दाम और न्यूनतम दरो पर रसोर्इ गैस की प्राप्ति पर संख्या निर्धारण ने रीढ़ भी तोड़ दी है। डीजल के दामो में इजाफे से आम आदमी की रोजमर्रा की जिंदगी से लेकर उसके जीवन के हर […] Read more » मंहगार्इ की आग
आर्थिकी लाचार अर्थव्यवस्था का दुष्परिणाम है बढ़ी मंहगार्इ September 18, 2012 / September 18, 2012 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on लाचार अर्थव्यवस्था का दुष्परिणाम है बढ़ी मंहगार्इ प्रमोद भार्गव विकास और आर्थिक सुधार के जिस नव उदारवादी पशिचमी दर्शन का महिमामंडन करने से हम अघाया नहीं करते थे, उसके दुष्परिणामों में दो चीजें साफ दिखार्इ दे रही हैं, एक अथव्यवस्था कि लाचारी और दूसरी लगातार बढ़ती मंहगार्इ। सरकार ने जो डीजल पर प्रति लीटर पांच रुपये और घरेलू गैस सैलेण्डरों की संख्या […] Read more » बढ़ी मंहगार्इ लाचार अर्थव्यवस्था
आर्थिकी आर्थिक सुधारों का मनमोहनी मॉडल September 18, 2012 / September 18, 2012 by सिद्धार्थ शंकर गौतम | 1 Comment on आर्थिक सुधारों का मनमोहनी मॉडल सिद्धार्थ शंकर गौतम यह संभवतः दूसरा मौका है जबकि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपनी मौन छवि से इतर कड़ा फैसला लेते हुए अंततः मल्टी ब्रांड रिटेल में ५१ फीसदी विदेशी निवेश की इजाजत दे दी। इससे पूर्व यूपीए के पहले कार्यकाल के दौरान अमेरिका के साथ परमाणु समझौते के चलते भी मनमोहन सिंह को विकट […] Read more » मनमोहनी मॉडल
आर्थिकी खुदरा बाजार में एफ़डीआई यानी ……….. September 18, 2012 / September 17, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment खुदरा बाजार में एफ़डीआई यानी संभोग से समाधि तक का हो गया जुगाड़ नवल किशोर कुमार भारतीय राजनीति और अर्थ व्यवस्था के लिहाज से पिछले दस दिन बड़े महत्वपूर्ण रहे। हालांकि यह पहला अवसर नहीं था जब किसी अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह की आलोचना की। वास्तविकता यह है कि अनेक अवसरों पर […] Read more » fdi in retail
आर्थिकी गरीबी रेखा में पिसता गरीब September 18, 2012 / September 19, 2012 by राखी रघुवंशी | Leave a Comment राखी रघुवंशी देश भर में गरीबी को लेकर मोंटेकनुमा बहसों के साथ जो तथ्य और आंकड़े पिछले कुछ सालों में सामने आये हैं, उसने गरीब और गरीबी की परिभाषाओं को लगातार उलझाने का काम किया है. अब तक की तमाम सरकारें गरीबों की संख्या कम होने का दावा करती रही हैं लेकिन न गरीब कम […] Read more » गरीबी रेखा पिसता गरीब
आर्थिकी खुरदरा हुआ खुदरा व्यापार September 17, 2012 by डॉ0 आशीष वशिष्ठ | Leave a Comment डॉ. आशीष वशिष्ठ खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को मंजूरी देकर सरकार ने सदियों से चले आ रहे करोड़ों रुपये के खुदरा भारतीय बाजार को खुरदरा कर दिया है। देश में खुदरा बाजार का टर्नओवर प्रति वर्ष करोड़ों रुपये का है जिससे लाखों परिवार अपना भरण.पोषण करते हैं। सरकार ने यह फैसला लेकर लाखों […] Read more » खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश
आर्थिकी विविधा क्या मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री पद की गरिमा जानते हैं? September 9, 2012 / September 9, 2012 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on क्या मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री पद की गरिमा जानते हैं? भारत में वाटरगेट बनने जा रहा कोलगेट घोटाला इस समय सुर्खियों में है। संसद में भाजपा ने इस घोटाले को लेकर सरकार को बीते मानसून सत्र में मजबूती से घेरा है और पीएम मनमोहन सिंह के इस्तीफे की मांग की है। पीएम से इस्तीफा मांगने की जिद इस बार चाहे भाजपा ने और उसकी कुछ […] Read more » coal scam कोलगेट घोटाला प्रधानमंत्री पद की गरिमा वाटरगेट
आर्थिकी जन-जागरण संसद के जाम से होता है कितना नुकसान September 9, 2012 / September 9, 2012 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य देश की संसद के मानसून सत्र को कोयला की कालिमा लील गयी है। हमने इस सत्र में भी वही पुराना शोर-शराबा, नारेबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर देखा। किसी सकारात्मक सोच के साथ परस्पर सौहार्दपूर्ण सामंजस्य स्थापित करके एक सकारात्मक निर्णय पर पहुंचने की पहल पक्ष-विपक्ष में से किसी ने भी नही की […] Read more » damage due to non function of parliament संसद के जाम से होता है नुकसान
आर्थिकी राजनीति सबको ढ़ाल बनाने की प्रवृत्ति ……………. September 9, 2012 / September 9, 2012 by वीरेंदर परिहार | 1 Comment on सबको ढ़ाल बनाने की प्रवृत्ति ……………. वीरेन्द्र सिंह परिहार कोयला खदानो के मनमानी आवंटन और उसमें एक लाख 76 हजार करोड रू. के नुकसानी को लेकर कैग की रिपोर्ट के चलते मुख्य विपक्षी दल भाजपा और उसके सहयोगियों ने संसद का वर्षाकालीन सत्र नही चलने दिया। इसे लेकर कांग्रेस पार्टी द्वारा यह आरोप लगाया जा रहा है कि भाजपा इस तरह […] Read more » coal scam कोयला खदानो के मनमानी आवंटन
आर्थिकी पश्चिम बंगाल में पूंजीनिवेश के मित्रतापूर्ण माहौल की तलाश में रतन टाटा September 4, 2012 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | Leave a Comment जगदीश्वर चतुर्वेदी पश्चिम बंगाल में औद्योगिक पूंजी निवेश में सबसे बड़ी बाधा है नेताओं का पूंजीपति विरोधी राजनीतिक कठमुल्लापन । इस राजनीतिक कठमुल्लेपन को विभिन्न कम्युनिस्ट ग्रुपों और दलों ने विगत चार दशक में समय समय पर हवा दी फलतःराज्य में पूंजीनिवेश बंद हो गया। यहां पर वह नेता जनशत्रु माना जाता है जो औद्योगिक […] Read more » निवेश पश्चिम बंगाल
आर्थिकी राजनीति सीएजी रिपोर्ट पर दोहरा मापदंड क्यों? September 1, 2012 / September 1, 2012 by प्रवीण दुबे | 1 Comment on सीएजी रिपोर्ट पर दोहरा मापदंड क्यों? प्रवीण दुबे देश में अब तक हुए घोटाले में सबसे बड़े कोयला घोटाले को लेकर कांग्रेस और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार कठघरे में हैं वहीं प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह की इस काली करतूत पर परदा डालने का काम किया जा रहा है। आश्चर्य की बात तो यह है कि 1.83 लाख करोड़ के इस महाघोटाले को लेकर […] Read more » CAG PM Manmohan singh सीएजी रिपोर्ट पर दोहरा मापदंड
आर्थिकी जन-जागरण वाटरगेट बनाम कोलगेट August 31, 2012 / August 31, 2012 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on वाटरगेट बनाम कोलगेट प्रमोद भार्गव भैया हमारे सनातन ऋषि तो पहले ही कह गए कि काजल की कोठरी में रहोगे तो थोड़े बहुत काले होगे ही। अब बेचारे निष्काम निर्लिप्त प्रधानमंत्री ने काजल की इस कोठरी में रहने की मजबूरी तो पूरे छह साल ढोर्इ, सो सफेद पोषाक पर थोड़े बहुत काले छींटे पड़ भी गए तो उनकी […] Read more » कोलगेट वाटरगेट