जन-जागरण आदिवासी संस्कृति के लिए संकट बना चर्च October 25, 2012 / October 25, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment हर्षद राठोड वर्ष 2010 की संयुक्त राष्ट्र संघ की द स्टेट ऑफ द वल्र्ड्स इंडीजीनस पीपुल्स नामक रिपोर्ट में कहा गया है कि मूलवंशी और आदिम जनजातियां पूरे विश्व में अपनी संपदा, संसाधन और जमीन से वंचित व विस्थापित होकर विलुप्त होने के कगार पर हैं। रिपोर्ट में भारत की चर्चा करते हुए कहा गया […] Read more » आदिवासी संस्कृति
जन-जागरण विधि-कानून जानने के हक पर अंकुश की कवायद October 19, 2012 / October 19, 2012 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भ :- निजता के बहाने सूचना के अधिकार पर अंकुश की कवायद प्रमोद भार्गव निजता के बहाने जानने के अधिकार, मसलन सूचना के अधिकार पर अंकुश लगाने की कवायद तेज होती दिखार्इ दे रही है। हालांकि अधिकार के पर कतरने की शुरुआत तो तभी हो गर्इ थी, जब मनमोहन सिंह सरकार ने सीबीआर्इ को सूचना […] Read more » ban on rti
जन-जागरण टॉप स्टोरी राष्ट्रीय जमाता – वाड्रा बाबू October 19, 2012 / October 19, 2012 by विपिन किशोर सिन्हा | 3 Comments on राष्ट्रीय जमाता – वाड्रा बाबू विपिन किशोर सिन्हा भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है। यहां अपने-अपने धर्म की रीति और परंपराओं के अनुसार जीने का हर नागरिक को अधिकार है। अपने देश में जमाता को विशेष दर्ज़ा मिला हुआ है। विवाह के पूर्व भी वह दान-दक्षिणा, जिसे मूर्ख लोग दहेज कहते हैं, लेता है और विवाह के पश्चात भी जीवन भर […] Read more » robert vadhra
जन-जागरण आखिरकर बनाना रिपब्लिक बनाया किसने! October 17, 2012 / October 17, 2012 by डॉ0 आशीष वशिष्ठ | Leave a Comment आशीष वशिष्ठ यूपीए की चेयरपर्सन एवं कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने मैंगो पीपल इन बनाना रिपब्लिक लिखकर विवाद को जन्म दिया है, जिसका चहु तरफा विरोध और आलोचना हो रही है। अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से तिलमिलाएं रॉबर्ट ने फेसबुक पर जाने-अनजाने सामंतवादी सोच को ही उकेरा है। रॉबर्ट […] Read more » banana republic Robert Vadra
जन-जागरण जरूर पढ़ें तू , तुम,आप, मै, हम ,वह और वे October 9, 2012 / October 9, 2012 by बीनू भटनागर | 6 Comments on तू , तुम,आप, मै, हम ,वह और वे ‘’तू, ‘’ तुम,’’ ‘’आप,’’ ‘’ मै’’ और ‘’हम’’’ ये सब सर्वनाम हैं ये तो हम सभी जानते हैं। हिन्दी भाषा मे इनके प्रयोग अलग अलग तरीके से होते हैं। पहले ‘’तू’’, ‘’तुम’’ और ‘’आप’’ पर चर्चा कर लेते हैं। ये दूसरे पुरुष के सर्वनाम हैं, जो बात सुनने वाले के लियें प्रयुक्त होते हैं या […] Read more » how to use hindi correctly
जन-जागरण राजनीति विधि-कानून हम सेक्युलर हैं, क्योंकि — October 5, 2012 / October 5, 2012 by विपिन किशोर सिन्हा | 5 Comments on हम सेक्युलर हैं, क्योंकि — विपिन किशोर सिन्हा हम सेक्युलर हैं, क्योंकि — १. हम भारत के संविधान में निहित प्रावधानों का उल्लंघन करके अल्पसंख्यकों को आरक्षण देते हैं। २. हम बांग्लादेश के घुसपैठी मुसलमानों का हिन्दुस्तान में सिर्फ़ स्वागत ही नहीं करते, बल्कि राशन कार्ड और मतदाता पहचान पत्र बनवाकर भारत की नागरिकता भी देते हैं। ३. हम हिन्दू-तीर्थस्थलों […] Read more » we are seculars
जन-जागरण शास्त्री जी को इस कहानी से छुट्टी दो… October 3, 2012 / October 3, 2012 by अरुण कान्त शुक्ला | 4 Comments on शास्त्री जी को इस कहानी से छुट्टी दो… अरुण कान्त शुक्ला किसी गाँव में रहने वाला एक छोटा लड़का अपने दोस्तों के साथ गंगा नदी के पार मेला देखने गया। शाम को वापस लौटते समय जब सभी दोस्त नदी किनारे पहुंचे तो लड़के ने नाव के किराये के लिए जेब में हाथ डाला। जेब में एक पाई भी नहीं थी। लड़का वहीं ठहर […] Read more » story about sastri ji
जन-जागरण “ मिस्टर “ से “ महात्मा “ October 2, 2012 / September 30, 2012 by डा. रवीन्द्र अग्निहोत्री | Leave a Comment डा. रवीन्द्र अग्निहोत्री ” गाँधी ” उपनाम सुनते ही आज की पीढ़ी के लोगों को राहुल गाँधी, सोनिया गाँधी, राजीव गाँधी, इंदिरा गाँधी ( जिनके पति फीरोज़ गाँधी के कारण ही यह उपनाम इस परिवार को मिला ) की याद आने लगती है, पर एक समय वह भी था जब यह उपनाम एक ऐसे महापुरुष […] Read more » “ मिस्टर “ से “ महात्मा “
जन-जागरण रंग बिरंगे पाउच के पीछे का तबाह बचपन October 2, 2012 / October 2, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment 15 मिनट एक बच्चे अशोक के साथ … एस के नागर ये तस्वीर आज सुबह मेरे ऑफिस के नीचे की हें .. हर रोज की तरह आज सुबह जब में ऑफिस पार्किंग पंहुचा तो देखा कि एक छोटा सा बच्चा जिसकी उम्र मुस्किल से ७-८ साल कि होगी उसने थोड़े से गुटखे के पेकेट और […] Read more » गुटखे के पेकेट सिगरेट के पेकेट
जन-जागरण मीडिया भारतीय संप्रभुता पर संकट: एक विवेचन October 1, 2012 / September 30, 2012 by सिद्धार्थ मिश्र “स्वतंत्र” | Leave a Comment सिद्धार्थ मिश्र‘स्वतंत्र’ विकीलिक्स के खुलासों ने रातांे रात पूरी दुनिया की रंगत बदल कर रख दी है । इसका सीधा सा असर अमेरिका पर पड़ता दिख रहा है । वास्तव में इस रिपोर्ट ने वैश्विक साजिशों को बेनकाब कर डाला है । ऐसे में इस संगठन के प्रति अमेरिका की आक्रामकता को समझा जा सकता […] Read more » भारतीय संप्रभुता पर संकट
जन-जागरण दोषी कौन सरकार या हम September 29, 2012 / September 29, 2012 by कुलदीप सिंह "राघव" | 1 Comment on दोषी कौन सरकार या हम कुलदीप सिंह राघव देश के भीतर 12 राज्यों में गुटखा प्रतिबंधित होने के बावजूद स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है। फूड सेफ्टी एंड रेगुलेशन एक्ट 2011 के अनुसार देश के सभी राज्यों में गुटखा के सेवन पर प्रतिबंध लगाने का सभी राज्य सरकारों को निर्देश दिए थे। लेकिन फिर भी गुटखे के प्रयोग […] Read more » ban on gutkha
जन-जागरण उधर तालिबान – इधर सेकुलर शैतान ! September 18, 2012 / September 18, 2012 by एल. आर गान्धी | 3 Comments on उधर तालिबान – इधर सेकुलर शैतान ! एल.आर.गाँधी आगे कुआ पीछे खाई… कुछ ऐसी स्थिति है पाक में अपना सब कुछ लुटा कर भारत में पनाह लेने आए हिन्दुओं की. हमारे विदेश मंत्री ने इन विस्थापित हिन्दुओं को स्पष्ट कर दिया है कि उन्हें साबित करना होगा कि उन पर पाकिस्तान में कैसे कैसे अत्याचार हुए… उधर तालिबान – इधर सेकुलर शैतान […] Read more » pakistani hinuds