खेल जगत मनोरंजन विराट कोहली का विराट प्रदर्शन May 6, 2021 / May 6, 2021 by योगेश कुमार गोयल | Leave a Comment – योगेश कुमार गोयल‘क्रिकेट का बाइबिल’ कही जाने वाली पत्रिका विजडन क्रिकेटर्स अलमैनाक द्वारा पहले वनडे मैच की 50वीं सालगिरह पर हाल ही में 1971 से 2021 के बीच हर दशक के लिए एक सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर चुना गया। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली को पत्रिका द्वारा 2010 वाले दशक का सर्वश्रेष्ठ एकदिवसीय क्रिकेटर […] Read more » Virat Kohli's great performance विराट कोहली
टेलिविज़न शख्सियत रोहित सरदाना राष्ट्रवादी सोच के शिखर थे May 5, 2021 / May 5, 2021 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग मशहूर न्यूज एंकर, टीवी पत्रकारिता के एक महान् पुरोधा पुरुष, मजबूत राष्ट्रवादी सोच एवं निर्भीक वैचारिक क्रांति के सूत्रधार, उत्कृष्ट राष्ट्रवादी के धनी रोहित सरदाना की असामयिक मौत अंचभित कर रही है। एक संभावनाओं भरी टीवी पत्रकारिता का सफर ठहर गया, उनका निधन न केवल पत्रकारिता के लिये बल्कि भारत की राष्ट्रवादी […] Read more » Rohit Sardana Rohit Sardana was the pinnacle of nationalist thinking रोहित सरदाना
शख्सियत सार्थक पहल सिनेमा सोनू सूद: सेवा को तत्पर सिनेमा का नायक May 5, 2021 / May 5, 2021 by विवेक कुमार पाठक | Leave a Comment वो बेटे के एक ट्वीट पर उसकी मां को आॅक्सीजन पहुंचा रह है। एक अनुरोध पर जीवनदायिनी दवा का इंतजाम कराता है। लाॅकडाउन में फसे मजदूरों के लिए लग्जरी बस पहुंचाकर उन्हें घर की दहलीज तक सुरक्षा देता है। खुद बीमार होकर लगातार सबकी खैर खबर लेता है। कोरोना को 5 दिन में हराने की […] Read more » sonu sood सोनू सूद
टेलिविज़न मीडिया प्रेस की स्वतंत्रता और मूल्यवादी पत्रकारिता May 3, 2021 / May 3, 2021 by अरविंद जयतिलक | Leave a Comment अरविंद जयतिलकआज दुनिया भर में विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है। यह दिवस मीडिया की आजादी पर हमलों से मीडिया की रक्षा तथा अपने प्राणों की आहुति देने वाले पत्रकारों को श्रद्धांजलि के तौर पर मनाया जाता है। प्रेस की स्वतंत्रता के बीच मूल्य आधारित पत्रकारिता आज की मीडिया की सबसे बड़ी चुनौती […] Read more » Freedom of the Press and Valuable Journalism प्रेस की स्वतंत्रता विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस
टेलिविज़न मीडिया बेमानी है प्रेस फ्रीडम की बातें May 3, 2021 / May 3, 2021 by मनोज कुमार | Leave a Comment मनोज कुमारतीन दशक पहले संयुक्त राष्ट्र संघ ने 3 मई को विश्व प्रेस फ्रीडम डे मनाने का ऐलान किया था. तब से लेकर आज तक हम इसे पत्थर की लकीर मानकर चल रहे हैं. इन तीन दशकों में क्या कुछ हुआ, इसकी मीमांसा हमने नहीं की. पूरी दुनिया में पत्रकार बेहाल हैं और प्रेस बंधक […] Read more » Press Freedom The talk of press freedom is meaningless प्रेस फ्रीडम विश्व प्रेस फ्रीडम डे
टेलिविज़न शख्सियत निर्भीक-निड़र-बेबाक पत्रकार ‘रोहित सरदाना’ के यूं चले जाने पर विश्वास नहीं होता! May 3, 2021 / May 3, 2021 by दीपक कुमार त्यागी | Leave a Comment दीपक कुमार त्यागी जिसने प्रथ्वी पर किसी भी रूप में जन्म लिया है, उसका एक दिन जाना तय है, यह सर्वशक्तिमान ईश्वर का बनाया हुआ नियम है, लेकिन कोई भी व्यक्ति अगर अपनी पारिवारिक व सामाजिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करके आयु के अंतिम पड़ाव पर दुनिया से चला जाता है तो उसके जाने की वेदना […] Read more » death of rohit sardana rohit sardana death due to corona rohit sardana death due to heart attack निर्भीक-निड़र-बेबाक पत्रकार रोहित सरदाना
धर्म-अध्यात्म मनोरंजन महत्वपूर्ण लेख अलौकिक है लोकनायक हनुमान का चरित्र April 25, 2021 / April 25, 2021 by ललित गर्ग | Leave a Comment हनुमान जयन्ती- 27 अप्रैल 2021 पर विशेषललित गर्ग भारतीय संस्कृति में श्रीराम और श्रीकृष्ण की भांति हनुमानजी भी संस्कृति के आधार स्तंभ, अलौकिक देव तथा निष्ठा-भक्ति के केन्द्र हैं। आधुनिक समय में सर्वाधिक पूजे जाने वे मंगलकर्ता एवं विघ्नहर्ता हंै, प्रत्येक भारतीय के हृदय में उनकी भक्ति एवं उपासना दिनोंदिन वृद्धिंगत हो रही है। हनुमानजी […] Read more » Loknayak Hanuman's character is supernatural अलौकिक है लोकनायक हनुमान का चरित्र हनुमान जयन्ती हनुमान जयन्ती- 27 अप्रैल 2021
मनोरंजन लेख विधि-कानून ओटीटी प्लेटफार्म पर अंकुश जरूरी April 19, 2021 / April 19, 2021 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment आज के युग में तकनीक जिसे टेक्नोलॉजी कहते हैं वो लगातार और तीव्रता के साथ बदल रही है। इसके व्यवहारिक पक्ष को हम सभी ने कोरोना काल में विशेष तौर पर महसूस किया जब घर बैठे कार्य करने के लिए वर्चुअल और ऑनलाइन मीटिंग्स, स्कूल की कक्षाओं का संचालन या फिर वर्क फ्रॉम होम जैसे […] Read more » Curb on OTT platform is necessary ओटीटी प्लेटफार्म पर अंकुश जरूरी कैरियर बनाने की इच्छा रखने वाले हर उम्र के लोगों के लिए इसने बगैर किसी भेदभाव के अनेकों द्वार खोल दिए हैं।
कला-संस्कृति मनोरंजन वर्त-त्यौहार बंगाल के जंगलमहल में ‘गाजन’ की धूम April 15, 2021 / April 15, 2021 by उत्तम मुखर्जी | Leave a Comment उत्तम मुखर्जी बंगाल के जंगलमहल इलाके में जाने और गाजन उत्सव देखने का सौभाग्य हुआ । गाजन ,भोक्ता और चड़क पूजा के कारण पूरा इलाका उत्सव के रंगों से सराबोर हो चुका है। अब कहां पुलिस की गश्ती और कहां चुनावी तपिश ?आसमान से सूरज जैसे आग का गोला बरसा रहा है फिर भी लोग […] Read more » बंगाल के जंगलमहल में गाजन की धूम
मनोरंजन सिनेमा दादा साहेब फाल्के: भारतीय सिनेमा के सूत्रधार April 7, 2021 / April 7, 2021 by योगेश कुमार गोयल | Leave a Comment – योगेश कुमार गोयलदादा साहेब फाल्के सिर्फ एक फिल्म निर्देशक ही नहीं थे बल्कि हरफनमौला थे। उनके साथ ही भारतीय सिनेमा का वह स्वर्णिम सफर शुरू हुआ, जिसने आज अपनी एक विशिष्ट पहचान बना ली है। भारतीय सिनेमा और उसके विकास में उत्कृष्ट योगदान देने वालों को मिलने वाले इस पुरस्कार को भारतीय सिने जगत […] Read more » Dadasaheb Phalke Dadasaheb Phalke: The architect of Indian cinema The architect of Indian cinema फाल्के पुरस्कार
मनोरंजन लेख सिनेमा रजनीकांत का प्रकाश सूर्य बनता गया April 6, 2021 / April 6, 2021 by ललित गर्ग | Leave a Comment – ललित गर्ग- करीब पांच दशकों से सिनेमा में सक्रिय एवं सुुविख्यात फिल्मी अभिनेता रजनीकांत को दादा साहब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किये जाने की केंद्र सरकार की घोषणा को भले ही राजनीतिक रंग देने का प्रयत्न हो रहा है, भले ही इस अवार्ड की घोषणा को तमिलनाडू के विधानसभा चुनाव से जोड़ने की कोशिश […] Read more » Dada saheb falke award to Rajnikant Rajnikant रजनीकांत को दादा साहब फाल्के अवॉर्ड रजनीकांत को सेंटेनरी अवॉर्ड फॉर इंडियन फिल्म पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर
बच्चों का पन्ना मनोरंजन गायब होते खेल के मैदानों पर कहता है बचपन आखिर कहाँ जाकर खेलेंगे हम! April 3, 2021 / April 3, 2021 by दीपक कुमार त्यागी | Leave a Comment दीपक कुमार त्यागी “कहता है बचपन हमें यूं ही खेलने दो,खेलकूद कर देश सेवा योग्य बनने दो,हक है हमारा खेल के मैदान पाने का,सरकार तुम उन्हें यूं गायब ना होने दो।।”बच्चों के सर्वांगीण विकास में खेल और खेल के मैदानों के महत्व को लेकर बहुत लंबे समय से हमेशा बात की जाती है और उस […] Read more » On the disappearing playgrounds where will we play आखिर कहाँ जाकर खेलेंगे हम गायब होते खेल के मैदान