पर्यावरण सावन के बीतने और भादों के आने से पहले सूखे की चर्चा: एक षड्यंत्र August 5, 2012 / August 5, 2012 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment प्रवीण गुगनानी मौसम विभाग के मंच से घोषित होती है उपभोक्ताओं को ठगने की योजना “वायदा व्यापार आयोग मूक बनकर देखता है” भारत जैसे कृषि प्रधान और विशाल देश में जहां विश्व का हर पांचवां व्यक्ति निवास कर रहा हो उसे लेकर प्रत्येक गतिविधि महत्वपूर्ण और संवेदन शील हो जाती है. मानसून आधारित कृषि इस […] Read more » drought सूखे की चर्चा
पर्यावरण सामुदायिक वन प्रबंधन से जंगलों का लौटाया जीवन August 1, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment नौशाद आलम डम-डमा-डम-डम-डम, वन की रक्षा अपनी सुरक्षा वनों का न करो नाश, जीवन हो जाएगा सत्यानाश डम-डमा-डम-डम-डम, वन की रक्षा अपनी सुरक्षा जंगल बचाने के लिए 36 वर्षीय राजेश्वर मोची का प्रचार का तरीका थोड़ा अलग है। वह अपने बाएं कंधे से लटकाए ढाक के ताल से तान मिलाकर लोगों से जंगल बचाने की […] Read more »
खेत-खलिहान पर्यावरण अलनीनो की चपेट में मौसम July 27, 2012 / July 27, 2012 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव बादलों की लुकाछुपी ने देश की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। इस हाल ने हमारे मौसम विभाग द्वारा की जाने वाली भाविष्य वाणियों की वैज्ञानिक मान्यता को भी कठघरे में खड़ा किया है। अखिर क्या कारण हैं कि जब दुनिया के वैज्ञानिक जीवनदायी कण की खोज के निकट पहुंचकर गौरवान्वित हो रहे […] Read more » अलनीनो मौसम
पर्यावरण प्रशासन के समक्ष चुनौती बनती वर्षा ऋतु July 12, 2012 / July 12, 2012 by निर्मल रानी | Leave a Comment निर्मल रानी जब सूर्यदेवता ग्रीष्म ऋतु में अपने प्रचंड तेवर दिखाते हैं उस समय जनता उनके इस प्रकोप से त्राहि- त्राहि करने लग जाती है। उस दौरान मनुष्य एक ओर जहां असहनीय भीषण गर्मी से परेशान हो उठता है वहीं धरती भी प्राय: इतनी भीषण गर्मी सहन न कर पाते हुए फट पड़ती है। परिणामस्वरूप […] Read more » problems in rainy season वर्षा ऋतु
पर्यावरण कंपनियों का पानी से कमाई का क्रूर जाल / डॉ. राजेश कपूर July 4, 2012 by डॉ. राजेश कपूर | 6 Comments on कंपनियों का पानी से कमाई का क्रूर जाल / डॉ. राजेश कपूर भारत सरकार के विचार की दिशा, कार्य और चरित्र को समझने के लिए ”राष्ट्रीय जल नीति-२०१२” एक प्रामाणिक दस्तावेज़ है. इस दस्तावेज़ से स्पष्ट रूप से समझ आ जाता है कि सरकार देश के नहीं, केवल मैगा कंपनियों और विदेशी निगमों के हित में कार्य कर रही है. देश की संपदा की असीमित लूट बड़ी […] Read more » राष्ट्रीय जल नीति
पर्यावरण पर्यावरण-जीवन का आधार June 20, 2012 by नवनीत कुमार गुप्ता | 1 Comment on पर्यावरण-जीवन का आधार नवनीत कुमार गुप्ता सूरज से तीसरा ग्रह पृथ्वी, अभी तक के ज्ञात सभी ग्रहों में इकलौता ग्रह है जिसमें जीवन अपने विभिन्न रूपों में पनपता है। यह जीवित ग्रह अंतरिक्ष से नीले रंग का दिखाई देता है। आज से लगभग 1400 करोड़ वर्ष पहले अंतरिक्ष में एक बड़ा धमाका हुआ था, जिसे ‘बिग बैंग’ सिद्धांत […] Read more » पर्यावरण
पर्यावरण पानी से पैसा कमाने की कवायद June 13, 2012 / June 13, 2012 by गोपाल अग्रवाल | 1 Comment on पानी से पैसा कमाने की कवायद गोपाल अग्रवाल जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं में से जल एक है। इसका निजी स्वामित्व में जाना न तो मानवता के हित में है और न ही देशहित में। बात जब सिद्धांत की होती है तो अदालतों व सरकार सहित सभी लोग ऐसा ही मानते हैं, लेकिन लागू करने के स्तर पर सभी की सोच में […] Read more » पानी का व्यावसायीकरण
पर्यावरण संकट में हैं तेंदुए June 8, 2012 / June 8, 2012 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on संकट में हैं तेंदुए प्रमोद भार्गव मध्यप्रदेश में शुरू हो रही तेंदुओं की गिनती के संदर्भ में- मध्य-प्रदेश के अरण्यों से लुप्त हो रहे चीते जैसी चुस्ती-फुर्ती और ताकत वाले वन्य प्राणी तेंदुओं की संख्या में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। प्राणियों को सुरक्षित रखने के वन विभाग के अनेक उपायों के बावजूद अवैध शिकार और दुर्घटनाओं […] Read more » decreasing leopards संकट में हैं तेंदुए
पर्यावरण पर्यावरण नीति June 7, 2012 / June 7, 2012 by राघवेन्द्र कुमार 'राघव' | Leave a Comment जिस देश में जीवनरेखा नदियों को मैला ढोने वली गाड़ी बना दिया गया हो , वहाँ पर्यावरण दिवस जैसी बातें ढकोसला लगती हैं |अभी हाल ही में जल संसाधन मंत्रालय ने ”नई राष्ट्रीय जल नीति” का मसौदा पेश किया है |इसमें छिपे निहितार्थ से लगता है कि सरकार अब जलापूर्ति की जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने […] Read more »
पर्यावरण कितना कारगर होगा बाढ़ पूर्व तैयारी June 6, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment प्रिया खण्डेलवाल बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने बाढ़ के समय उत्पन्न होने वाली जलजनित बीमारियों से निपटने की तैयारियां शुरू कर दी है। राज्य के प्रधान स्वास्थ्य सचिव ने बाढ़ प्रभावित जिलों के सिविल सर्जन को दवा खरीद कर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक उपलब्ध करा देने की हिदायत दी है। जिससे कि समय रहते […] Read more » बाढ़
पर्यावरण भारतीय चिंतन में पर्यावरण – राजीव पाठक June 6, 2012 / June 6, 2012 by राजीव पाठक | Leave a Comment 5 जून को प्रतिवर्ष विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। किसी भी दिवस को मनाने की औपचारिकता को अब हम सबने अपने व्यवहार में सहजता से स्वीकार कर लिया है। कोई भी दिवस हो उसके बारे में उसी दिन गंभीरता से चिंतन, सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों द्वारा जनजागरूकता अभियान का श्री […] Read more » Environment Environment in Indian Philosophy Indian Philosophy Rajeev Pathak पर्यावरण भारतीय चिंतन भारतीय चिंतन में पर्यावरण राजीव पाठक
पर्यावरण कटते जंगल घटता धरती का आवरण June 5, 2012 / June 5, 2012 by प्रमोद भार्गव | 2 Comments on कटते जंगल घटता धरती का आवरण प्रमोद भार्गव राष्ट्र की अद्वितीय व अटूट प्राकृतिक संपदा और आदिम जातियों की जिजीविषा के प्रमुख साधन रहे जंगल समूचे भारत में तेजी से लुप्त हो रहे हैं। देश का वन विभाग अब तक यह दावा करता रहा था कि भारत के कुल भू-भाग में 19 प्रतिशत जंगल हैं। लेकिन हाल ही में भारतीय वन […] Read more » deforestation and environment कटते जंगल घटता धरती का आवरण