विश्ववार्ता युवाओं को निठल्ला बनाता सस्ता नेट और मोबाईल फोन! January 6, 2020 / January 6, 2020 by लिमटी खरे | Leave a Comment लिमटी खरे कल्पना कीजिए कि अगर चौबीस घंटे के लिए देश की इंटरनेट सेवाएं बाधित हो जाएं तो क्या होगा! जाहिर है हाहाकार मच जाएगा। आज का युवा हर दो से तीन मिनिट के अंदर अपने मोबाईल को चेक करता है। उसमें सोशल मीडिया पर जाकर वह लोगों की टिप्पणियों, अपने द्वारा की गई टिप्पणियों […] Read more » सस्ता नेट और मोबाईल फोन
विविधा विश्ववार्ता भारत में नव वर्ष मनाने की दिलचस्प परम्पराएं January 3, 2020 / January 3, 2020 by योगेश कुमार गोयल | Leave a Comment – योगेश कुमार गोयल देश में जिस प्रकार दीवाली, होली, दशहरा, ईद, क्रिसमस, गुरूपर्व इत्यादि अनेक त्यौहार बड़ी धूमधाम, उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाए जाते हैं, बिल्कुल वैसा ही उत्साह लोगों में नववर्ष के अवसर पर भी देखा जाता है। नव वर्ष के प्रथम दिन लोग एक-दूसरे को नव वर्ष की बधाई देते […] Read more » Interesting traditions to celebrate New Year in India नव वर्ष मनाने की दिलचस्प परम्पराएं
खान-पान विश्ववार्ता स्वास्थ्य-योग मांसाहारी बनाकर कुपोषण दूर करने की कोशिश January 3, 2020 / January 3, 2020 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गवसंयुक्त राष्ट्र की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 19.5 करोड़ लोग कुपोषण के शिकार हैं। दुनिया के कुपोषितों में यह अनुपात करीब 25 प्रतिशत है। यदि बच्चों के स्तर पर बात करें तो देश के 10 बच्चों में से चार कुपोषित हैं। यह स्थिति उस कृषि-प्रधान देश की है, जो खाद्यान्न उत्पादन के […] Read more » Trying to eradicate malnutrition Trying to eradicate malnutrition by making it a non-vegetarian मांसाहारी बनाकर कुपोषण दूर
विश्ववार्ता तनाव है तो होने दे, इसमें बुरा क्या है? January 3, 2020 / January 3, 2020 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment स्ट्रेस यानी तनाव। पहले इसके बारे में यदा कदा ही सुनने को मिलता था। लेकिन आज भारत समेत सम्पूर्ण विश्व के लगभग सभी देशों में यह किस कदर तेज़ी से फैलता जा रहा है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आज हर जगह स्ट्रेस मैनेजमेंट अर्थात तनाव प्रबंधन पर ना सिर्फ अनेक जानकारियाँ उपलब्ध हैं बल्कि इस विषय […] Read more » stress stress is good तनाव
विश्ववार्ता देश में अमनचैन भाईचारा और तरक्की के नये आयाम स्थापित करने वाला हो अंग्रेजी नववर्ष 2020 January 2, 2020 / January 2, 2020 by दिलीप कुमार सिंह | Leave a Comment दीपक कुमार त्यागीआज अंग्रेजी नववर्ष 2020 का आगमन है, पिछले कुछ दिनों से हर किसी को नववर्ष का बेहद बेसब्री इंतजार है। लोग कड़ाके की ठंड में बेहद गर्मजोशी व उत्साह के साथ नववर्ष 2020 का अपने अलग-अलग अंदाज में स्वागत करने में व्यस्त हैं। प्रत्येक व्यक्ति जीवन के पिछले वर्ष कैसे बीते उसे याद […] Read more » अंग्रेजी नववर्ष 2020
विश्ववार्ता नये वर्ष में भारत को नया रंग दें January 2, 2020 / January 2, 2020 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग जीवन में मौसम ही नहीं बदलता माहौल, मकसद, मूल्य और मूड सभी कुछ परिस्थिति और परिवेश के परिप्रेक्ष्य में बदलता है। और ये बदलते दौर जीवन को कई बार विचित्र नए अर्थ दे जाते हैं। नया वर्ष- 2020 ऐसे ही नये अर्थ और दिशाएं देने को सम्मुख खड़ा है। ऐसा लगता है कि जिन्दगी […] Read more » नये वर्ष
विश्ववार्ता देश बिलखता रहा; सोच बदलती रही December 30, 2019 / December 30, 2019 by अनिल अनूप | Leave a Comment अनिल अनूप हर रोज सुबह होने के बाद कैलेंडर की तारीख भी बदल जाती है। ऐसे ही दिन, हफ्ते, महीने और साल बीत जाते हैं। लेकिन साल 2019 में भारत को कई गंभीर बीमारियों ने तबाही मचा दी। चमकी बुखार से लेकर निपाह वायरस जैसी खतरनाक बीमारियों से देश को कई स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना […] Read more » chamki bukhar changes in 2019 nipah virus देश बिलखता रहा सोच बदलती रही
विश्ववार्ता प्राकृतिक आपदाएं:- कितनी प्राकृतिक कितनी मानवीय December 30, 2019 / December 30, 2019 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 1 Comment on प्राकृतिक आपदाएं:- कितनी प्राकृतिक कितनी मानवीय सभी आपदा मनुष्य द्वारा उत्पन्न माने जा सकते हैं। क्योंकि कोई भी खतरा विनाश में परिवर्तित हो, इससे पहले मनुष्य उसे रोक सकता है। सभी आपदाएं मानवीय असफलता के परिणाम हैं। मानवीय कार्य से निर्मित आपदा लापरवाही, भूल या व्यवस्था की असफलता मानव-निर्मित आपदा कही जाती है। एक प्राकृतिक आपदा जैसे ज्वालामुखी विस्फोट या भूकंप […] Read more » how human natural disaster Natural disasters: - How natural प्राकृतिक आपदाएं
विश्ववार्ता डूबते पहाड़ और धुंध में विलीन होते महानगर December 29, 2019 / December 29, 2019 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment विपिन जोशी गरूड़, उत्तराखण्ड डूबते पहाड़ और धुंध में विलीन होते महानगर, सुनने में कैसा लगता है यह वाक्य? निःसन्देह खराब ही लगेगा। क्योंकी पहाड़ के डूबने का अर्थ है हमारे अस्तित्व का डूबना। पहाड़ डूबेगा तो सबकुछ डूब जाएगा, मसलन हिमालय, खेत, जंगल, जमीन यानी जीवन का एक बड़ा हिस्सा काल के गाल में समा […] Read more » drowning mountains and mist Metropolises dissolving Metropolises dissolving in drowning mountains and mist डूबते पहाड़
विश्ववार्ता रेगिस्तान से दूर होते प्रवासी पक्षी December 3, 2019 / December 3, 2019 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment दिलीप बीदावत मौसम बदलने के साथ ही देश के कई इलाक़ों में प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरू हो जाता है। इनका एक स्थान से दूसरी जगह प्रवास केवल भोजन तक ही सीमित नहीं होता है बल्कि इसमें पूरा पारिस्थितिकी तंत्र जुड़ा हुआ है। जो पर्यावरण संतुलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन पक्षियों का प्रवास मानव […] Read more » decreasing migratory birds in desert migratory birds in desert प्रवासी पक्षी
विविधा विश्ववार्ता भोपाल गैस त्रासदी December 3, 2019 / December 3, 2019 by आनंद जोनवार | Leave a Comment 3 दिसम्बर 1984 आधुनिक युग की दुनिया के इतिहास में काली परेड के यूनियन कार्बाइड कारखाने द्वारा कीड़े मकोड़ों को मारने वाले रसायन मिथाइल आइसोसायनाइड के खौफनाक रिसन से भोपाल गैस त्रासदी काले पन्नों में दर्ज हुई है । दुर्घटना गैर जिम्मेदारी, लापरवाही, लोभ,लालच और अनदेखी का परिणाम था। जिसका खामियाजा निर्दोष नागरिकों बच्चों और महिलाओं […] Read more » Bhopal Gas Tragedy भोपाल गैस त्रासदी मिथाइल आइसोसायनाइड
आर्थिकी विश्ववार्ता क्या हम मन्दी के दौर में फंस रहे हैं? December 3, 2019 / December 3, 2019 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ः ललित गर्ग:-देश में आर्थिक सुस्ती एवं विकास की रफ्तार में लगातार आ रही गिरावट चिंता एवं चिन्तन का कारण है। शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक जुलाई-सितंबर, 2019 की तिमाही के दौरान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि-दर की लगातार छठी बार गिरावट होना असामान्य आर्थिक घटना है। इस तिमाही में जीडीपी दर 4.5 प्रतिशत […] Read more » मन्दी के दौर