गजल गजल-दुश्मनों के दुश्मनों का दोस्त बन-इकबाल हिंदुस्तानी May 16, 2012 / May 16, 2012 by इक़बाल हिंदुस्तानी | Leave a Comment शुक्र है मौसम सुहाना हो गया, उनके आने का बहाना हो गया। तुम इसे चाहे कोर्इ भी नाम दो, मुल्क गै़रों का निशाना हो गया। हो हुकूमत पांच दिन तो ठीक है, राज बरसों का पुराना हो गया। बात कुछ भी हो विदेशी हाथ है, यह तो नाकामी छिपाना हो गया। […] Read more » gazal by iqbal hindustani गजल-दुश्मनों के दुश्मनों का दोस्त बन-इकबाल हिंदुस्तानी
गजल गज़ल:रिश्तों में प्यार का व्यापार नहीं होता– सत्येंद्र गुप्ता May 13, 2012 / May 13, 2012 by सत्येन्द्र गुप्ता | 1 Comment on गज़ल:रिश्तों में प्यार का व्यापार नहीं होता– सत्येंद्र गुप्ता रिश्तों में प्यार का व्यापार नहीं होता तराजू से तौलकर भी तो प्यार नहीं होता। दिल की ज़ागीर को मैं कैसे लुटा दूं हर कोई चाहत का हक़दार नहीं होता। उजाड़ शब की तन्हाई का आलम न पूछिए मरने का तब भी तो इंतज़ार नहीं होता। चमकते थे दरो-दीवार कभी मेरे घर के भी अब […] Read more » gazal by satendra gupta गज़ल:रिश्तों में प्यार का व्यापार नहीं होता– सत्येंद्र गुप्ता
गजल गजल-आये दिन गिरने लगीं जब….-इकबाल हिंदुस्तानी May 12, 2012 / May 12, 2012 by इक़बाल हिंदुस्तानी | 1 Comment on गजल-आये दिन गिरने लगीं जब….-इकबाल हिंदुस्तानी भेंट मज़दूरों की क्यों लेती बताओ चिमनियां….. आये दिन गिरने लगीं जब गुलशनों में बिजलियां, अब संभलकर उड़ रही हैं गुलशनों में तितलियां। उनके कपड़ों की नुमाइश का सबब बनती हैं जो, मुफलिसों की जान ले लेती हैं वो ही सर्दियां। रहबरी जज़्बात की काबू रखो ये जुर्म है, राख़ में तब्दील हो […] Read more »
गजल गजल-वतन महफ़ूज़ रखना है हमें खुद भी फ़ना होकर…..इकबाल हिंदुस्तानी May 12, 2012 / May 12, 2012 by इक़बाल हिंदुस्तानी | Leave a Comment इसी मिटटी में रहना है खुशी से या ख़फ़ा होकर, कहां हम जायेंगे बतलाइये तुमसे जुदा होकर। ये है वक़्ती सभी नज़दीकियां धोखा ना खा जाना, हमारे वोट मांगेंगे ये सब हम पर फि़दा होकर। तुम्हारी भूल को हम 6 दिसंबर याद रक्खेंगे, हज़ारों साल लिपटेंगी तुम्हें अब ये बला होकर। विरासत […] Read more » gazal by iqbal hindustani
गजल गजल-भारत मेरा काबुल नहीं बग़दाद नहीं है….-इकबाल हिंदुस्तानी May 8, 2012 / May 9, 2012 by इक़बाल हिंदुस्तानी | Leave a Comment खुदग़र्जियां तो है मगर जेहाद नहीं है, सब भूल गये हम हमें कुछ याद नहीं है। बेमेल मुहब्बत का नतीजा ही तो ग़म है, शीरीं तो हैं कर्इ मगर फ़रहाद नहीं है। नेपाल है प्यारा हमें लंका भी पसंद है, भारत मेरा काबुल नहीं बग़दाद नहीं है। हम में से कोर्इ कुछ […] Read more » गजल-भारत मेरा काबुल नहीं बग़दाद नहीं है....-इकबाल हिंदुस्तानी
गजल गजल:नये पत्ते डाल पर आने लगे-सजीवन मयंक February 14, 2012 / February 14, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment सजीवन मयंक नये पत्ते डाल पर आने लगे । फिर परिंदे लौटकर गाने लगे ।। जो अंधेरे की तरह डसते रहे । अब उजाले की कसम खाने लगे ।। चंद मुर्दे बैठकर श्मशान में । जिंदगी का अर्थ समझाने लगे ।। उनकी ऐनक टूटकर नीचे गिरी । दूर तक के लोग पहिचाने लगे ।। जब […] Read more » gazal Gazals gazals by sanjeevan mayank गजल गजलें
गजल साहित्य गज़ल ; पैगाम मेरा लेकर जो बादे सबा गई – सत्येंद्र गुप्ता February 7, 2012 / February 7, 2012 by सत्येन्द्र गुप्ता | Leave a Comment पैगाम मेरा लेकर जो बादे सबा गई पैगाम मेरा लेकर जो बादे सबा गई सुनते हैं नमी आँख में उनके भी आ गई। मैं आईने के सामने पहुँची जिस घडी मेरी बुराई साफ़ नज़र मुझको आ गई। एक मैकदा सा बंद था उसकी निगाह में मदहोश कर गई मुझे बेखुद बना गई। Read more » famous gazals gazal gazal by satyendra gupta Gazals गज़ल गज़लें सत्येन्द्र गुप्ता की गज़लें सर्वश्रेष्ठ गज़लें
गजल साहित्य गज़ल ; झुकी तो हया हो गई – सत्येंद्र गुप्ता February 7, 2012 / February 7, 2012 by सत्येन्द्र गुप्ता | Leave a Comment झुकी तो हया हो गई झुकी तो हया हो गई उठी तो दुआ हो गई। बढ़ी इतनी दीवानगी मुहब्बत सजा हो गई। तुम्हारे बिना जिंदगी बड़ी बेमज़ा हो गई। अजाब मुस्कराहट तेरी सरापा कज़ा हो गई। हुई तुमसे क्या दोस्ती ये दुनिया खफा हो गई। Read more » famous gazals gazal gazal by satyendra gupta Gazals गज़ल गज़लें सत्येन्द्र गुप्ता की गज़लें सर्वश्रेष्ठ गज़लें
गजल साहित्य गज़ल ; मैखाने में जरा कभी आकर तो देखिये – सत्येंद्र गुप्ता February 7, 2012 / February 7, 2012 by सत्येन्द्र गुप्ता | Leave a Comment मैखाने में जरा कभी आकर तो देखिये मैख़ाने में जरा कभी आकर तो देखिये एक बार ज़ाम लब से लगाकर तो देखिये। दुनिया को तुमने अपना बनाया तो है मगर हमको भी कभी अपना बनाकर तो देखिये। तुम हाले दिल पे मेरे हंसोगे न फिर कभी पहले किसी से दिल को लगाकर तो देखिये। जिसकी […] Read more » famous gazals gazal gazal by satyendra gupta Gazals गज़ल गज़लें सत्येन्द्र गुप्ता की गज़लें सर्वश्रेष्ठ गज़लें
गजल साहित्य गज़ल ; हर अदा में कमाल था – सत्येंद्र गुप्ता February 7, 2012 / February 7, 2012 by सत्येन्द्र गुप्ता | Leave a Comment हर अदा में कमाल था कोई हर अदा में कमाल था कोई आप अपनी मिसाल था कोई। उसके आशिक थे मिस्ले-परवाना हुस्न से मालामाल था कोई। उससे छुटकारा मिल गया हमको एक जाने बवाल था कोई। वो मिला है न मिल सकेगा कभी एक दिल में ख्याल था कोई। बेचकर खून रोटियाँ लाया भूख से […] Read more » famous gazals gazal gazal by satyendra gupta Gazals गज़ल गज़लें सत्येन्द्र गुप्ता की गज़लें सर्वश्रेष्ठ गज़लें
गजल साहित्य गज़ल ; देवी देवता सखा सहोदर – प्रभुदयाल श्रीवास्तव January 30, 2012 / January 30, 2012 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | Leave a Comment देवी देवता सखा सहोदर सबके सब बेकार हो गये ज्योंही मां उतरी आंखों में सपने सब साकार हो गये|| जैसे गये रसोई में तो मां की सूरत याद आई लोटा थाली डोंगे मग्गे सब मां के आकार हो गये|| जब जब भी तड़्फा हूं मां की किसी तरह सूरत देखूं सारी रात दिखाऊं […] Read more » gazal गज़ल देवी देवता सखा सहोदर
गजल साहित्य गज़ल ; हवा से न कहना – सत्येंद्र गुप्ता January 29, 2012 / January 29, 2012 by सत्येन्द्र गुप्ता | 2 Comments on गज़ल ; हवा से न कहना – सत्येंद्र गुप्ता हवा से न कहना, वो सब को बता देगी तेरा हर ज़ख्म दुनिया को दिखा देगी। तू डूबा हुआ होगा अपने गम में कहीं वो जमाने भर में बहुत शोर मचा देगी। चाहना उसे दिल से एक फासला रखकर शुहरत बिगड़ गई तो हस्ती मिटा देगी। तू दरिया प्यार का है, वो चाँद सूरत है […] Read more » gazal गज़ल हवा से न कहना