कहानी भाई के नाम पत्र August 22, 2018 / August 22, 2018 by गंगानन्द झा | Leave a Comment गंगानन्द झा कल की डाक से तुम्हारा पत्र मिला। मैं प्रतीक्षा कर रहा था। पता नहीं क्यों देर हुई। पर खैरियत से पहुँच गया, ग़नीमत है। तुम्हारा अवलोकन सही है कि मुझे जीवन के सम्बन्ध की उक्तियों वाले वाक्य खींचते रहे हैं। शायद तुम्हें याद हो तुमसे मैंने बतलाया था कि तुम्हारी एक उक्ति, जो […] Read more » Featured भाई के नाम पत्र विजयादशमी श्री मुचकुन्द दूबे
कहानी मित्र के नाम पत्र 2 August 18, 2018 / August 18, 2018 by गंगानन्द झा | Leave a Comment गंगानन्द झा तुम्हारे पास से पत्र का पाना मेरे लिए दुर्लभ कोटि का हुआ करता है। कल की डाक से जब मिला तो तुम्हारे द्वारा दी गई जानकारी के बावजूद उपलब्धि का एहसास हुआ। तुम्हें तो पता ही होगा कि स्थिरता नहीं रह जाने के कारण मेरी लिखावट अपाठ्य रही है अब उम्र के साथ […] Read more » Featured कविता माँ-बाप मित्र के नाम पत्र 2 सोशल नेटवर्किंग साइट्स
कहानी संस्मरण— झलकियों में August 10, 2018 / August 10, 2018 by गंगानन्द झा | 1 Comment on संस्मरण— झलकियों में गंगानन्द झा तब हम पाँच-छः साल के रहे होंगे। पिता के साथ मैं दुमका गया था।. दिन के भोजन के समय मैंने उससे पूछा कि वह किस क्लास में पढ़ता है। उसने कहा, — “बच्चा क्लास”. मैंने कहा—“बच्चा क्लास, कच्चा रोटी” इण्टर में दाखिला लेने के बाद बोर्ड पर से रूटिन लिखते समय बायलॉजी का […] Read more » Featured कृष्ण नारायण डॉ एन.पी. झा दुमका नागेश्वर संस्मरण--- झलकियों में
कहानी मित्र के नाम पत्र August 6, 2018 / August 6, 2018 by गंगानन्द झा | Leave a Comment गंगानन्द झा तुम्हारे साथ बातें करना उकसावे में पड़ने जैसा होता है। उसमें एक प्रकार का trap रहता है कि मैं ऐसी चर्चा करूँ जिसमें मेरी पहुँच नहीं हो। जीवन-मृत्यु का क्षेत्र तिलस्म जैसा ही है न। हमने पहले भी कई बार इस प्रसंग की बातें की हैं। तुमको याद होगा मृत्यु के जन्म के […] Read more » Featured पिताजी ब्रह्मदेव बाबू मित्र के नाम पत्र वनस्पति शास्त्र
कहानी स्विस बैंकों के रहस्य July 4, 2018 / July 4, 2018 by विजय कुमार | Leave a Comment विजय कुमार, शर्मा जी बड़े आदमी हैं। इसलिए वे दूसरों के यहां नहीं जाते। उनकी मान्यता है कि बड़ा आदमी कहीं क्यों जाए ? अगर वो हर किसी के पास जाने लगा, तो फिर वह भी अरविंद केजरीवाल की तरह आम आदमी हो जाएगा। इसलिए वे सुबह दस बजे खा-पीकर लोगों से मिलने के […] Read more » Featured टैक्स चोरी मोदी सरकार लोकसभा के चुनाव शर्मा जी स्विस बैंकों के रहस्य
कहानी आज आया लाँघता मैं ! आज की अभी की June 16, 2018 / June 16, 2018 by गोपाल बघेल 'मधु' | Leave a Comment गोपाल बघेल ‘मधु’ आज आया लाँघता मैं, ज़िन्दगी में कुछ दीवारें ; खोलता मैं कुछ किबाड़ें, झाँकता जग की कगारें ! मिले थे कितने नज़ारे, पास कितने आए द्वारे; डोलती नैया किनारे, बैठ पाते कुछ ही प्यारे ! खोजते सब हैं सहारे, रहे हैं जगती निहारे; देख पर कब पा रहे हैं, वे खड़े द्रष्टि पसारे ! क्षुब्ध क्यों हैं रुद्ध क्यों हैं, व्यर्थ ही उद्विग्न क्यों हैं; प्रणेता की प्रीति पावन, परश क्यों ना पा रहे हैं ! जा रहे औ आ रहे हैं, जन्म ले भरमा रहे हैं; ‘मधु’ घृत पी पा रहे हैं, नयन उनके खो रहे हैं ! ’ Read more » आज आया लाँघता मैं ! आज की अभी की ज़िन्दगी झाँकता
कहानी स्व-प्रेरणा की मिसालों से बनता समाज June 12, 2018 / June 12, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग कहते हैं कि जिसके सिर पर कुछ कर गुजरने का जुनून सवार होता है तो फिर वो हर मुश्किल हालात का सामना करते हुए अपनी मंजिल को हासिल कर ही लेता है। ऐसे लोग अपने किसी भी काम के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं होते बल्कि वो आत्मनिर्भर होकर अपने सभी कामों को […] Read more » Featured उत्तरप्रदेश छत्तीसगढ़ जिजीविषा मणिपुर रायपुर राष्ट्र समाज सरकार संस्था व संविधान ईमानदारी स्व-प्रेरणा की मिसालों से बनता समाज
कहानी अपमान May 29, 2018 by डॉ. मनोज चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ मनोज चतुर्वेदी आकांक्षा को शाम से ही एक सौ तीन डिग्री बुखार था .उसके पापा जैसे ही घर आए, तो दादी ने उन्हें उसकी हालत के बारे में बताया. तब वह डॉ. सुधाकर शर्मा से बुखार की दवा ले आए. दो दिन तक आकांक्षा को बुखार चढ़ता- उतरता रहा. फिर उसके पापा शिवचरण सिंह […] Read more » Featured अपमान आकांक्षा डॉक्टर नागेंद्र मां मेडिकल की पढ़ाई
कहानी साहित्य साहित्य, राजनीति और पत्रकारिता के एक सूर्य का अस्त होना May 14, 2018 by मनोज कुमार | Leave a Comment मनोज कुमार मन आज व्याकुल है। ऐसा लग रहा है कि एक बुर्जुग का साया मेरे सिर से उठ गया है। मेरे जीवन में दो लोग हैं। एक दादा बैरागी और एक मेरे घर से जिनका नाम इस वक्त नहीं लेना चाहूंगा। दोनों की विशेषता यह है कि उनसे मेरा संवाद नहीं होता है लेकिन […] Read more » ‘समागम’ Featured आंखों आंसुओं पत्रकारिता राजनीति साहित्य साहित्यकार डॉ. सरोज कुमार सूर्य अस्त
कहानी संन्यासी लेखक May 14, 2018 / May 14, 2018 by गंगानन्द झा | Leave a Comment गंगानन्द झा वह शाम खास थी। राजशेखर अपने शिक्षक और गुरु रामकृष्ण महाराज के साथ हमारे घर पर आया था। वे रामकृष्ण मिशन के संन्यासी हैं और रामकृष्ण मिशन विद्यापीठ, देवघर में वे राजशेखर के प्रिंसिपल रह चुके थे। राजशेखर पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में एडवोकेट हैं.। पर अपने विद्यालय के महाराजजी से […] Read more » Featured आध्यात्मिकता कविताओं और गीतों धार्मिकता बोधगम्य शैली रवीन्द्रनाथ ठाकुर रामकृष्ण मिशन विद्वानों
कहानी वेद एवं वैदिक साहित्य के वैदुष्य से सम्पन्न पं. राजवीर शास्त्री May 10, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment वेद एवं वैदिक साहित्य के वैदुष्य से सम्पन्न पं. राजवीर शास्त्री की शिक्षा-दीक्षा एवं शिक्षण आदि कार्य कार्य” मनमोहन कुमार आर्य पं. राजवीर शास्त्री आर्य पिता की संस्कारित एवं प्रतिभा सम्पन्न सन्तान थे। आपकी माता पौराणिक वैष्णव परिवार से थी। आपका जन्म 4 अप्रैल, 1938 को उत्तरप्रदेश के जनपद मेरठ निवासी श्री शिवचरण दास आर्य तथा […] Read more » Featured अध्ययन-अध्यापन ईश्वर विश्वासी उनके गृहस्थ दृष्टि ब्रह्मचारी धार्मिक पं. राजवीर शास्त्री शिक्षा
कहानी नथुनी बाबू May 2, 2018 by गंगानन्द झा | Leave a Comment बात का सिलसिला सन 1971 ई से शुरु होता है। मेरा बड़ा बेटा हाई स्कूल का छात्र था। उसकी पढ़ाई के बारे में अपने मित्र श्री महेन्द्र कुमार से चर्चा हो रही थी। उन्होंने नथुनी बाबू के पास ट्यूशन के लिए भेजने का सुझाव दिया। नथुनी बाबू वी.एम. हाई स्कूल में महेंन्द्र बाबू के शिक्षक […] Read more » Featured कलक्टर साहब छात्रों झोंपड़ी नथुनी बाबू बिन्ध्यवासिनी बाबू मास्टर साहब रामचन्द्र त्रिपाठी राष्ट्र निर्माण स्नेह