लेख मजहब ही तो सिखाता है आपस में बैर रखना : औरंगजेब आज भी हिंदुओं की नजरों में है खलनायक April 12, 2021 / April 12, 2021 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment हिन्दुओं की दृष्टि में औरंगजेब आज भी खलनायक है यही कारण है कि वह इस्लाम के मानने वालों की दृष्टि में आज भी एक बहुत ही उत्कृष्ट कोटि का शासक है, जबकि उसके अत्याचारों को सहन करने वाले हिन्दुओं की दृष्टि में वह आज भी एक कट्टर असहिष्णु और अत्याचारी शासक है। भारत में एक […] Read more » Aurangzeb is still a villain in the eyes of Hindus Religion teaches hatred among themselves औरंगजेब आज भी हिंदुओं की नजरों में है खलनायक
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म लेख वर्ष प्रतिपदा ही भारत का नव वर्ष April 11, 2021 / April 11, 2021 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment सुरेश हिन्दुस्थानीवर्तमान भारत में जिस प्रकार से सांस्कृतिक मूल्यों का क्षरण हुआ है, उसके चलते हमारी परंपराओं पर भी गहरा आघात हुआ है। यह सब भारतीय संस्कृति के प्रति कुटिल मानसिकता के चलते ही किया गया। आज भारत के कई लोग इस तथ्य से अवगत नहीं हैं कि भारतीय संस्कृति क्या है, हमारे संस्कार क्या […] Read more » varsh pratipada भारतीय संस्कृति वर्ष प्रतिपदा वर्ष प्रतिपदा ही भारत का नव वर्ष
लेख शख्सियत समाज ज्योतिबा का संवाद संदेश एवं कर्म दीपशिखा बने April 11, 2021 / April 11, 2021 by ललित गर्ग | Leave a Comment महात्मा ज्योतिबा फुले जन्म जयन्ती- 11 अप्रैल, 2021 ललित गर्ग- ‘मनुष्य जाति एक है’ इस आदर्श को आचरण तक लाने एवं अस्पृश्यता के संस्कारों को स्वस्थता देने में जिन महापुरुषों ने अनूठे उपक्रम किये, उनमें महात्मा ज्योतिबा फूले का अविस्मरणीय योगदान है। वे 19वीं सदी के महान समाज सुधारक, विचारक, दार्शनिक और लेखक थे। उन्होंने […] Read more » ज्योतिबा का संवाद संदेश महात्मा ज्योतिबा फुले जन्म जयन्ती महात्मा ज्योतिबा फुले जन्म जयन्ती- 11 अप्रैल
लेख स्वास्थ्य-योग दूसरी लहर के हमले की बढ़ती रफ्तार की चिन्ता April 9, 2021 / April 9, 2021 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग- देश में कोरोना की दूसरी लहर से जुड़ी डराने वाली खबरों के बावजूद केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकारें गहरी नींद में हैं, पिछली बार इस तरह के आंकड़ों के बीच सख्त पाबंदियां लगा दी गयी थी, पूरा देश लाकडाउन की स्थिति में था, प्रश्न है कि इस बार सरकारें उदासीन क्यों है? वे […] Read more » corona second wave dangerous Worried about the increasing speed of second wave attack कोरोना कोविड-19 की दूसरी लहर
लेख मजहब ही तो सिखाता है आपस में बैर रखना, जब तोड़ा गया था मथुरा के प्रसिद्ध कृष्ण मंदिर को April 9, 2021 / April 9, 2021 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on मजहब ही तो सिखाता है आपस में बैर रखना, जब तोड़ा गया था मथुरा के प्रसिद्ध कृष्ण मंदिर को मथुरा के प्रसिद्ध मन्दिर को तोड़ा गया औरंगजेब को यह भली प्रकार जानकारी थी कि उसके पूर्वज बाबर ने किस प्रकार 1528 ई0 में भारतीय इतिहास के महानायक श्री रामचन्द्र जी के मन्दिर को अयोध्या में तुड़वाया था । अब उसे भी मुस्लिमों के बीच लोकप्रिय होने के लिए मथुरा में श्री कृष्ण के भव्य […] Read more » Religion teaches hatred among themselves when the famous Krishna temple in Mathura was demolished. मजहब ही तो सिखाता है आपस में बैर रखना
टेक्नोलॉजी लेख विज्ञान दुनिया का फर्स्ट रोबोमैन April 8, 2021 / April 8, 2021 by श्याम सुंदर भाटिया | Leave a Comment श्याम सुंदर भाटिया यकीनन, दुनिया में टेक्नोलॉजी ने विस्मित छलांग लगाई है। 13.8 अरब सालों से इतिहास में पहली बार कोई इंसान सबसे ज्यादा एडवांस्ड रोबोट के रूप में आपके सामने है। विज्ञान और तकनीक के साथ जुड़ी मानवीय जज्बे ही यह कहानी हम सबको चौंकाती है। यह अद्भुत, अविश्वसनीय और अतुल्नीय कहानी आत्मविश्वास से […] Read more » डॉ. पीटर दुनिया का फर्स्ट रोबोमैन रोबो साइंटिस्ट डॉ. पीटर
लेख भक्ष्य व अभक्ष्य भोजन तथा गोरक्षा पर ऋषि दयानन्द के विचार April 8, 2021 / April 8, 2021 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्यमनुष्य मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं, ज्ञानी व अज्ञानी। रोग के अनेक कारणों में से मुख्य कारण भोजन भी होता है। रोगी व्यक्ति डाक्टर के पास पहुंचता है तो कुशल चिकित्सक जहां रोगी को रोग निवारण करने वाली ओषधियों के सेवन के बारे में बताता है वहीं वह उसे पथ्य अर्थात् भक्ष्य […] Read more » तथा गोरक्षा पर ऋषि दयानन्द के विचार भक्ष्य व अभक्ष्य भोजन भक्ष्य व अभक्ष्य भोजन तथा गोरक्षा भक्ष्य व अभक्ष्य भोजन तथा गोरक्षा पर ऋषि दयानन्द के विचार
महिला-जगत लेख स्वास्थ्य-योग सोच बदलकर ही मासिक धर्म की गरिमा बढ़ सकती है। April 7, 2021 / April 7, 2021 by प्रियंका सौरभ | Leave a Comment महिलाओं के लिए मासिक धर्म एक प्राकृतिक और स्वस्थ जैविक प्रक्रिया है, इसके बावजूद, यह अभी भी भारतीय समाज में एक निषेध एवं शर्मिंदगी माना जाता है। आज भी लोगों पर सांस्कृतिक और सामाजिक प्रभाव किशोर लड़कियों को मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में शिक्षित करने में बाधा है। बीते साल फरवरी 2020 में, गुजरात […] Read more » dignity of menstruation be increased. मासिक धर्म की गरिमा
लेख स्वास्थ्य-योग जीवन का सबसे बड़ा सुख है स्वास्थ्य April 6, 2021 / April 6, 2021 by डॉ. वंदना सेन | Leave a Comment डॉ. वंदना सेनजिसके पास स्वस्थ शरीर है, उस पर मानसिक तनाव भी अपना प्रभाव छोड़ पाने में असमर्थ ही होता है। एक कहावत है पहला सुख निरोगी काया। यानी जीवन का प्रथम और सबसे बड़ा सुख अगर कोई है तो वह केवल और केवल स्वस्थ जीवन है। स्वस्थ जीवन का तात्पर्य केवल इतना भर नहीं […] Read more » world health day सबसे बड़ा सुख है स्वास्थ्य
लेख स्वास्थ्य-योग हर घड़ी स्वास्थ्य जागृति एवं क्रांति हो April 6, 2021 / April 6, 2021 by ललित गर्ग | Leave a Comment विश्व स्वास्थ्य दिवस-7 अप्रैल 2021 पर विशेष – ललित गर्ग –इक्कीसवीं सदी ने मनुष्य जाति को बहुत कुछ दिया हैµअच्छा भी, बुरा भी। इनमें से उसकी एक देन हैµकोविड-19, मानव इतिहास से इस सबसे बड़ी एवं भयावह महामारी ने मनुष्य जीवन को संकट में डाल दिया है, न केवल मनुष्य जीवन बल्कि आर्थिक, सामाजिक, राजनैतिक सभी […] Read more » विश्व स्वास्थ्य दिवस-7 अप्रैल विश्व स्वास्थ्य दिवस-7 अप्रैल 2021
मनोरंजन लेख सिनेमा रजनीकांत का प्रकाश सूर्य बनता गया April 6, 2021 / April 6, 2021 by ललित गर्ग | Leave a Comment – ललित गर्ग- करीब पांच दशकों से सिनेमा में सक्रिय एवं सुुविख्यात फिल्मी अभिनेता रजनीकांत को दादा साहब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किये जाने की केंद्र सरकार की घोषणा को भले ही राजनीतिक रंग देने का प्रयत्न हो रहा है, भले ही इस अवार्ड की घोषणा को तमिलनाडू के विधानसभा चुनाव से जोड़ने की कोशिश […] Read more » Dada saheb falke award to Rajnikant Rajnikant रजनीकांत को दादा साहब फाल्के अवॉर्ड रजनीकांत को सेंटेनरी अवॉर्ड फॉर इंडियन फिल्म पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर
लेख रूढ़िवादी प्रथा छीन रहा है महिलाओं का अधिकार April 3, 2021 / April 3, 2021 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment रमा शर्मा जयपुर, राजस्थान राजस्थान के इतिहास में बालिकाओं व महिलाओं को लेकर राजा महाराजाओं के समय से ही कई प्रथाएं और परम्पराएं चली आ रही हैं। जो कहीं उनके अधिकारों को बचाती है, तो कई उनके अधिकारों का हनन भी करती है। इन्हीं में एक नाता प्रथा भी है। कहने को यह प्रथा महिलाओं […] Read more » Orthodox practice is taking away women's rights नाता प्रथा