लेख गति के लिए चरण व प्रगति के लिए आचरण की प्रेरणा है ‘शिक्षक’ September 5, 2020 / September 5, 2020 by डॉ. पवन सिंह मलिक | Leave a Comment – डॉ. पवन सिंह मलिक आज शिक्षक दिवस है और हममें से कोई भी ऐसा नहीं, जिसके जीवन में इस शब्द का महत्व न हो। हम आज जो कुछ भी है या हमने जो कुछ भी सिखा या जाना है उसके पीछे किसी न किसी का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष सहयोग व उसे सिखाने की भूमिका रही […] Read more » जीवन का दायित्वबोध है शिक्षक शिक्षक शिक्षा को मिशन का रूप शिक्षा स्व-रोज़गार के लिए
लेख विविधा समाज शिक्षा एक गंभीर सामाजिक दायित्व-बोध है September 4, 2020 / September 4, 2020 by डाॅ. कृष्णगोपाल मिश्र | Leave a Comment भारतवर्ष की सनातन सांस्कृतिक परंपरा में ‘शिक्षा’ स्वयं में बहुअर्थगर्भित शब्द है। यहाँ शिक्षा का अभिप्राय साक्षरता अथवा शैक्षणिक प्रमाणपत्रों की उपलब्धता मात्र नहीं है। शिक्षा यहां मानव-मन को शुभसंस्कारों से सज्ज करने का माध्यम है; मनुष्य को मनुष्य बनाने की कला है; उसमें सामाजिक दायित्वबोध का जागरण है और उदात्त मानव-मूल्यों की प्राप्ति का […] Read more » Education is a serious social responsibility शिक्षा शिक्षा एक गंभीर सामाजिक दायित्व-बोध है
लेख विश्ववार्ता शिक्षा की भाषा और भाषा की शिक्षा September 3, 2020 / September 3, 2020 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment गिरीश्वर मिश्र जीवन व्यापार में भाषा की भूमिका सर्वविदित है . मनुष्य के कृत्रिम आविष्कारों में भाषा निश्चित ही सर्वोत्कृष्ट है. वह प्रतीक (अर्थात कुछ भिन्न का विकल्प या अनुवाद ! ) होने पर भी कितनी समर्थ और शक्तिशाली व्यवस्था है इसका सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि जीवन का कोई ऐसा पक्ष नहीं […] Read more » Language of instruction and language education भाषा की शिक्षा शिक्षा की भाषा
लेख समाज कभी पेट में चिकोटी तो कभी कान उमेठते मास्साब, आप हैं तभी हम हैं September 3, 2020 / September 3, 2020 by मनोज कुमार | Leave a Comment मनोज कुमार कहते हैं कि संकट में ही व्यक्ति की पहचान होती है और आप इस बात पर यकीन करते हैं तो आपको इस बात पर भी यकिन करना होगा कि हर बुरे समय में, हर बुरे दौर में शिक्षक ही समाज को रोशनी देने वाला होता है. भारतीय समाज में आज भी शिक्षक का […] Read more » Sometimes the twitch in the stomach and sometimes the ears rise up Teachers Day शिक्षक शिक्षक दिवस
महत्वपूर्ण लेख लेख विविधा शिक्षा की नई नीति में गुणवत्ता पर जोर September 3, 2020 / September 3, 2020 by डॉ. राकेश राणा | Leave a Comment डॉ0राकेश राणा वैश्वीकरण का दौर बाजार का दौर है। जो लाभ की दृष्टि से पूरी तरह आप्लावित है। जोड़-घटा का गणित ही मानवीय क्रिया-कलाप को संचालित कर रहा है। ऐसे वातावरण में संवेदना, रचनात्मकता, जिज्ञासा और जरुरत के लिए जगह ही नही बचती है। जबकि संवेदना तो समाज का आधार है। समाज की विविधताओं, […] Read more » Emphasis on quality in new policy of education New education policy 2020 नई नीति में गुणवत्ता शिक्षा की नई नीति शिक्षा की नई नीति में गुणवत्ता
टॉप स्टोरी लेख विविधा नई शिक्षा नीति से नये शिक्षक तैयार हो September 3, 2020 / September 3, 2020 by ललित गर्ग | Leave a Comment शिक्षक दिवस- 5 सितम्बर 2020 पर विशेष– ललित गर्ग-भारत के राष्ट्रपति, महान दार्शनिक, शिक्षाशास्त्री डाॅ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस को 5 सितम्बर को पूरे देश में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति घोषित की गयी है, इसको लेकर देश में शिक्षा […] Read more » new education policy New teachers should be prepared with the new education policy नई शिक्षा नीति शिक्षक दिवस- 5 सितम्बर
लेख समाज शिक्षक : संस्कारों का प्रकाश स्तंभ September 3, 2020 / September 3, 2020 by डॉ. वंदना सेन | Leave a Comment डॉ. वंदना सेन हम भली भांति जानते हैं कि पुरातन काल में भारतीय गुरुकुलों में जो शिक्षा प्रदान की जाती थी, वह निश्चित रूप से बच्चों का समग्र विकास करने वाली ही थी। इतना ही नहीं वह शिक्षा विश्व स्तरीय ज्ञान का द्योतक भी थी, इसलिए विश्व के कई देश भारत के शिक्षालयों में ज्ञान […] Read more » 5 सितंबर शिक्षक दिवस Teacher: Lighthouse of Rites डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन शिक्षक संस्कारों का प्रकाश स्तंभ
मीडिया लेख पत्रकारिता पर क्यों उठते सवाल ? September 3, 2020 / September 3, 2020 by प्रभुनाथ शुक्ल | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल पत्रकारिता के आगे एक हांसिया खड़ा है ? वह हांसिया उसे कटघरे में खड़ा करता है। पत्रकारिता ख़ुद न्याय की मांग कर रहीं है। उसकी आजादी और निष्पक्षता प्रभावित हो रहीं है। वह कराहती, टूटती और बिखरती नज़र आती है। उसकी […] Read more » question arising on journalism पत्रकारिता पर क्यों उठते सवाल पत्रकारिता पर सवाल
मीडिया लेख मौत में अपना अस्तित्व तलाशता मीडिया September 3, 2020 / September 3, 2020 by डॉ नीलम महेन्द्रा | 1 Comment on मौत में अपना अस्तित्व तलाशता मीडिया आजकल जब टी वी ऑन करते ही देश का लगभग हर चैनल “सुशांत केस में नया खुलासा” या फिर “सबसे बडी कवरेज” नाम के कार्यक्रम दिन भर चलाता है तो किसी शायर के ये शब्द याद आ जाते हैं, “लहू को ही खाकर जिए जा रहे हैं, है खून या कि पानी,पिए जा रहे हैं।” […] Read more » Media seeks its existence in celebrity death Media seeks its existence in SSR death अस्तित्व तलाशता मीडिया
लेख समाज नेक नीयत की नोक-झोंक प्यार के रंग को चोखा करती है, September 2, 2020 / September 2, 2020 by केवल कृष्ण पनगोत्रा | Leave a Comment * केवल कृष्ण पनगोत्रा जिंदगी समग्रता से संपूर्ण होती है और समग्रता तब आती है जब जिंदगी हर रंग से रंगी जाए.संगीत तभी संपूर्ण होता है जब सात सुरों का संगम होता है. सिर्फ एक ही सुर से न गीत मुकम्मल होता है और न ही संगीत. जैसे […] Read more » नेक नीयत की नोक-झोंक नोक-झोंक प्यार
आर्थिकी लेख घिरे अर्थ-संकट के बादल September 2, 2020 / September 2, 2020 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ. वेदप्रताप वैदिक भारत की अर्थ-व्यवस्था अब अनर्थ-व्यवस्था बनती जा रही हैं। इससे बड़ा अनर्थ क्या होगा कि सारी दुनिया में सबसे ज्यादा गिरावट भारत की अर्थ-व्यवस्था में हुई है। कोरोना की महामारी से दुनिया के महाशक्ति राष्ट्रों के भी होश ठिकाने लगा दिए हैं लेकिन उनके सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 10-15 प्रतिशत से […] Read more » अर्थ-संकट के बादल
लेख मोदी सरकार आखिर क्यों ढूंढ रही है दाराशिकोह जैसे मुस्लिम शासक की कब्र ? September 2, 2020 / September 2, 2020 by आर बी एल निगम | Leave a Comment आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार आखिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दारा शिकोह के चरित्र में क्या खोजा की उसकी कब्र की तलाश हो रही है। कहते हैं, हीरे की कदर जौहरी ही कर सकता है। दारा शिकोह अन्य मुगलों से एकदम अलग विचारों वाला मुग़ल बादशाह था, जिसकी महानता को पाखंडी, छद्दम धर्म-निरपेक्षों, कुर्सी के भूखे और […] Read more » the tomb of a Muslim ruler Dara shikoh औरंगजेब दारा शिकोह धार्मिक सहिष्णुता और धर्म निरपेक्षता का हिमायती दाराशिकोह जैसे मुस्लिम शासक की कब्र