लेख शिक्षा का निजीकरण व व्यापारीकरण ढकेल रहा है युवाओं को बेरोजगारी के गढ्ढे मे। July 26, 2020 / July 26, 2020 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on शिक्षा का निजीकरण व व्यापारीकरण ढकेल रहा है युवाओं को बेरोजगारी के गढ्ढे मे। भगवत कौशिक किसी भी देश की आर्थिक व राजनैतिक ताकत उस देश के युवाओं के कंधो पर टिकी होती है।सदियों से युवा शक्ति के बल पर हम दुनिया मे भारत का लौहा मनवाते आ रहे है,लेकिन आज देश की वहीं युवाशक्ति दो वक्त की रोटी के जुगाड़ के लिए दर दर की ठोकरें खाने पर […] Read more » privatization-and-commercialization-of-education-is-pushing-the-youth-into-the-pit-of-unemployment unemployment बेरोजगारी शिक्षा का निजीकरण शिक्षा का निजीकरण व व्यापारीकरण
कला-संस्कृति लेख शिव, शक्ति और प्रकृति को निहारने का मौसम है सावन July 26, 2020 / July 26, 2020 by सोनम लववंशी | Leave a Comment हम ज़िन्दगी को जिस नजरिये से देखते है जिंदगी हमें वैसी ही नजर आने लगती है। ये हमारी आस्था और मन का विश्वास ही तय करता है कि हमें ज़िन्दगी को किस चश्मे से देखना है। जीवन में आशा-निराशा, सुख-दुःख और जीवन-मरण की प्रक्रिया अपनी गति से चलती रहती है। ये सत्य है कि […] Read more » Sawan is the season to see Shiva Shakti and nature शक्ति और प्रकृति शिव
लेख भारतीय क्षात्र धर्म और अहिंसा – अध्याय -2 July 26, 2020 / July 26, 2020 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment वैदिक राष्ट्र और अहिंसा यजुर्वेद में एक सुन्दर ऋचा आयी है :– ओ३म आ ब्रह्मन् ब्राह्मणो ब्रह्मवर्चसी जायताम आ राष्ट्रे राजन्य: शूरऽइषव्योऽतिव्याधी महारथो जायतां दोग्ध्री धेनुर्वोढानड्वानाशु: सप्ति: पुरन्धिर्योषा जिष्णू रथेष्ठा: सभेयो युवास्य यजमानस्य वीरो जायतां निकामे निकामे न: पर्जन्यो वर्षतु फलवत्यो नऽओषधय: पच्यन्तां योगक्षेमो न: कल्पताम्।। -यजु० २२/२२ अर्थात हे सर्वाधार सर्वेश्वर सर्वव्यापक प्रभो ! […] Read more » भारतीय क्षात्र धर्म वैदिक राष्ट्र और अहिंसा
लेख गिनीज बुक में देश के बाघ July 23, 2020 / July 23, 2020 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव देश के राष्ट्रीय प्राणी ‘बाघ’ की बढ़ी संख्या को ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में स्थान मिला है। ऐसा संभव इसलिए हुआ क्योंकि पहली बार 2018 में बाघों की गणना ‘कैमरा ट्रैपिंग’ पद्धति से की गई थी। इसमें करीब 27000 कैमरों का इस्तेमाल किया गया था। इन कैमरों द्वारा कैद किए गए करीब […] Read more » Country tigers in Guinness Book बाघ
लेख भारतीय क्षात्र धर्म और अहिंसा — अध्याय 1 July 23, 2020 / July 23, 2020 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment (है बलिदानी इतिहास हमारा)वैदिक धर्म और अहिंसाभारतवर्ष के पास उसका गौरवपूर्ण सांस्कृतिक इतिहास है । यह इतिहास भारत को शेष संसार से सर्वश्रेष्ठ सिद्ध करने के लिए पर्याप्त है। भारत की संस्कृति अनुपम है , अप्रतिम है । इसका अध्यात्मवाद अनोखा और निराला है , तो वेदज्ञान बेजोड़ और अद्वितीय है , जो कि संसार […] Read more » वैदिक धर्म और अहिंसा
लेख ऐसे हुई श्रीराम जन्मभूमि की मुक्ति July 22, 2020 / July 22, 2020 by विनोद बंसल | Leave a Comment – विनोद बंसल ईस्वी सन् 1528 से लेकर आज तक भारत के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद ने असंख्य उतार-चढ़ाव देखे हैं। एक ओर उसने वह असहनीय दर्द सहा जब भव्य तथा विशाल मंदिर को धूल धूसरित कर अपने सत्ता मद में चूर एक विदेशी आक्रान्ता ने भारत की आस्था को कुचलकर देश के स्वाभिमान की नृशंस ह्त्या […] Read more » श्रीराम जन्मभूमि सांस्कृतिक राष्ट्रवाद
लेख सोशल साइट्स शांतिपूर्ण समाज के लिए एक बड़ा खतरा July 22, 2020 / July 22, 2020 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment डॉo सत्यवान सौरभ, फेसबुक, ट्विटर, गूगल और कई अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने हमारे संवाद करने के तरीके में क्रांति ला दी है। ये प्लेटफॉर्म आज ज्यादातर चैट करने के लिए उपयोग किए जाते हैं, यही नहीं ये सार्वजनिक तौर पर बहुत बड़ा प्रभाव डालते है। लेकिन सुरक्षा के उचित नियमों के आभाव में ये अतिसंवेदनशील है। […] Read more » Social sites are a major threat to peaceful society सोशल साइट्स
लेख जो काय हो रओ July 20, 2020 / July 20, 2020 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | Leave a Comment एक दिना भुंसारें भुंसारें हमाई नातन अखवार उठा लाई और पूंछन लगी”दद्दा जो दो लाख करोड़ कीत्तो होत”हमने कई तुमई बताओ कित्ते हुंइंयें तुम तो सोई तीसरी पाटी में पड़बे जातीं|सच्ची बात तो जा आयेके मोखों खुदई समझ ने परो तो के दो लाख करोड़ कित्ते होत|पांच सात करोड़ तक तो भेजे में घुस […] Read more »
लेख अंक जीवन में सब-के-सब और अंत नहीं हैं। July 20, 2020 / July 20, 2020 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment गहन-चिन्तन-मनन करना चाहिए कि क्या ये अंक बच्चों की प्रतिभा की निशानी मान लिए जाये — डॉo सत्यवान सौरभ, पिछले दस दिनों से बहुत हैरान हूँ मैं, एक अंधी दौड़ देख रहा हूँ, दसवीं और बारहवीं कक्षा के नतीजे क्या घोषित हुए, मुझे तो समझ ही नहीं आ रहा की हर बच्चे के 95 प्रतिशत से ज्यादा मार्क्स […] Read more » अंक अंक जीवन में अंत नहीं हैं अंक जीवन में सब-के-सब नहीं हैं
महिला-जगत लेख समाज बाल विवाह की कुप्रथा पर रोक जरूरी July 19, 2020 / July 19, 2020 by सोनम लववंशी | Leave a Comment बाल विवाह समाज के लिए सबसे बड़ा अभिशाप बना हुआ है। आज हम 21वीं सदी में जी रहे है, समाज में स्त्री और पुरूष के समान हक की बात भी करते है। लेकिन समाज में आज भी स्त्रियों को न ही समान हक दिया जाता है और न ही समान शिक्षा। इस बात […] Read more » It is necessary to stop the practice of child marriage बाल विवाह की कुप्रथा
लेख विश्ववार्ता लॉकडाउन के 100 दिन : क्या खोया क्या पाया ! July 19, 2020 / July 19, 2020 by ललित कुमार कुचालिया | Leave a Comment -डॉ. ललित कुमार हम इस समय कोरोना लॉकडाउन के 100 दिन की दहलीज को पार कर चुके हैं। इस दहलीज सेजब हम लॉकडाउन के अतीत पर नज़र डालते हैं तो पाते हैं कि पूरे विश्व में कोरोना का कहर अभी भी लगातार जारी है। जहां दुनिया के 215 देश कोरोना संक्रमितहो चुके हैं, वहीं सभी […] Read more » 100 Days of Lockdown लॉकडाउन के 100 दिन
लेख समाज महिलाओं का शिक्षित होना भी जरूरी है July 18, 2020 / July 18, 2020 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment अमित बैजनाथ गर्ग कोरोना काल में जब पूरा देश इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में गंभीर था, ऐसे वक्त में भी देश में अन्य अपराधों की तुलना में महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों में कोई कमी नहीं आई थी। राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार अफरातफरी के इस माहौल में […] Read more » महिलाओं का शिक्षित होना