लेख फेसबुक पर रोक लगाने की बजाये सरकार अपना फेस देखे! December 7, 2011 / December 7, 2011 by इक़बाल हिंदुस्तानी | 6 Comments on फेसबुक पर रोक लगाने की बजाये सरकार अपना फेस देखे! इक़बाल हिंदुस्तानी नेताओं की इज़्ज़त ही कहां बची है जो बेइज़्ज़ती होगी ? अभी तक तो सरकार अपने प्रिय भ्रष्टाचार पर ही रोक लगाने के लिये मज़बूत लोकपाल लाने से बच रही थी लेकिन अब वह अरब देशों में सोशल नेटवर्किगं साइट्स जैसे फेसबुक और ब्लॉग आदि के ज़रिये हुयी बग़ावत से डरकर इंटरनेट पर […] Read more » ban on face book फेसबुक पर रोक लगाने
लेख आज पैसे की चमक ने पत्रकारिता को व्यवसाय बना दिया December 7, 2011 / December 7, 2011 by शादाब जाफर 'शादाब' | 1 Comment on आज पैसे की चमक ने पत्रकारिता को व्यवसाय बना दिया शादाब जफर शादाब बदलते समय और बदलती सोच के साथ पत्रकारिता के क्षेत्र में दिन प्रतिदिन गिरावट आ रही है इस मुद्दे पर आज देश में गर्मा गरम बहस भी छिड चुकी है। देश के लोकतंत्र का मजबूत चौथा स्तम्भ कहा जाने वाला पत्रकारिता का क्षेत्र भी अब इस भ्रष्टाचार से अछूता नही रहा। आज […] Read more » corruption in media पत्रकारिता का व्यवसाय
लेख मल्टीब्रांड एफ़डीआई यानी चोर छिप गया भागा नहीं है! December 7, 2011 / December 7, 2011 by इक़बाल हिंदुस्तानी | Leave a Comment इक़बाल हिंदुस्तानी ममता को पैकेज देकर जल्दी बिल्ली थैले से बाहर आ जायेगी। खुदरा कारोबार में विदेशी निवेश का भूत ममता की तृणमूल कांग्रेस के अड़ जाने से फिलहाल छिप गया है लेकिन यह मानना खुद को धेखा देना होगा कि यह हमेशा के लिये भाग गया है। दरअसल कम लोगों को यह अंदर की […] Read more » FDI Multibrand FDI एफ़डीआई
लेख महंगाई, भ्रष्टाचार और सरकार December 6, 2011 / December 6, 2011 by राजकुमार साहू | Leave a Comment राजकुमार साहू केन्द्र में सत्ता पर बैठी कांग्रेसनीत यूपीए सरकार चाहे जितनी अपनी पीठ थपथपा ले, लेकिन महंगाई व भ्रष्टाचार के कारण सरकार जनता की अदालत में पूरी तरह कटघरे में खड़ी है। ठीक है, अभी लोकसभा चुनाव को ढाई से तीन साल शेष है, किन्तु सरकार को जनता विरोधी कार्य करने से बाज आना […] Read more » Corruption Inflation कांग्रेस भ्रष्टाचार महंगाई
लेख सैर-सपाटा धरती का छुपा स्वर्ग – ‘तवांग’ December 6, 2011 / December 7, 2011 by अन्नपूर्णा मित्तल | 7 Comments on धरती का छुपा स्वर्ग – ‘तवांग’ ‘तवांग’, यह नाम लेते ही मेरा मन हर्षोल्लास से भर जाता है। आज मै आपको तवांग की सुंदर वादियों की सैर कराना चाहती हूँ, जिससे बहुत कम लोग परिचित हैं। तवांग भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में अरुणाचल प्रदेश राज्य के पश्चिमोत्तर भाग में स्थित है। भूटान और चीन तवांग के सीमावर्ती देश हैं। यह शक्तिशाली […] Read more » ‘तवांग’ beauty of india hidden heaven of earth Tawang धरती का छुपा स्वर्ग
लेख गिरते घर , मरते लोग December 6, 2011 / December 6, 2011 by राजीव गुप्ता | 2 Comments on गिरते घर , मरते लोग राजीव गुप्ता मनुष्य की मूलभूत आवश्यकताओं में “मकान” की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है ! हर व्यक्ति की इच्छा होती है कि सिर ढकने के लिए एक छत अर्थात उसका ” अपना आशियाना ” हो जहां उसका परिवार प्रफ्फुलित एवं पल्लवित हो और इसी की जद्दोजेहद में मनुष्य अपने जीवन की अधिकतम आयु लगा देता है […] Read more » गिरते घर मरते लोग
लेख अधर्म पर धर्म की जीत की याद दिलाती ”शहादत-ए-हुसैन” December 4, 2011 / December 4, 2011 by तनवीर जाफरी | 2 Comments on अधर्म पर धर्म की जीत की याद दिलाती ”शहादत-ए-हुसैन” तनवीर जाफरी मोहर्रम पर विशेष अंग्रेज़ी कैलंडर वर्ष की शुरुआत हो या अन्य दूसरे पंथों द्वारा अपनाए जाने वाले वार्षिक कैलंडर की बात हो लगभग सभी नववर्षों की शुरुआत पूरे विश्व में पूरे हर्षोल्लास व स्वागतपूर्ण वातावरण में की जाती है। परंतु इसे इस्लाम धर्म का दुर्भागय कहा जाएगा कि इस्लामी वर्ष का पहला महीना […] Read more » 'शहादत-ए-हुसैन festival of muslims muharram shia festival muharram बीबी फातिमा मोहर्रम पर विशेष हज़रत अली हज़रत हुसैन
महिला-जगत लेख ‘उर्वशी’ होना नारी का अपमान है: डा. धर्मवीर December 4, 2011 / December 4, 2011 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 4 Comments on ‘उर्वशी’ होना नारी का अपमान है: डा. धर्मवीर कैलाश दहिया रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की ‘उर्वशी’ में नारी चेतना और नारीवाद का नामोनिशान नहीं है। उर्वशी वेश्या थी और वेश्या होना नारी के लिए अपमान है। दिनकर ने अपनी द्विज परम्परा में ‘उर्वशी’ नामक प्रबंध काव्य लिखा है। इसमें जहाँ कविता थी-अच्छी लगी, जहाँ पुराण था, वहाँ यह खराब ही होनी थी। दिल्ली विश्वविद्यालय […] Read more » ‘उर्वशी’ Urvashi नारी का अपमान
लेख आधुनिक भारत में किसान हाशिए पर December 4, 2011 / December 6, 2011 by संजय कुमार बलौदिया | Leave a Comment संजय कुमार कुछ समय पहले राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो की रिपोर्ट आई जिसके अनुसार पिछले 16 वर्षों में 2.5 लाख से ज्यादा किसानों ने खुदकुशी कर ली है। वहीं महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक में किसानों की दशा ओर भी खराब है। मध्यप्रदेश में हर दिन 4 किसान खुदकुशी कर रहे है। इन आंकडों और […] Read more » Farmers modern india आधुनिक भारत किसान हाशिए पर
लेख अजातशत्रु December 2, 2011 / December 2, 2011 by अब्दुल रशीद | Leave a Comment अब्दुल रशीद बिहार के छोटे से गांव में जन्मे,भारतीयता की सजीव मूर्ति,एक ऐसे व्यक्तित्व जो सदा सत्य के लिए अहिंसा पथ पर चले, गांव से राष्ट्रपति भवन तक के लम्बे सार्वजनिक जीवन में जिनका कोई शत्रु नहीं, गांधी जी ने उन्हें अजातशत्रु कह कर सम्बोधित किया,जी हां वो थे भारत के सपूत देश के प्रथम […] Read more » Rajendra Prasad अजातशत्रु
लेख कौन सी प्रेस, किस की आज़ादी? December 2, 2011 / December 2, 2011 by जगमोहन फुटेला | 1 Comment on कौन सी प्रेस, किस की आज़ादी? जगमोहन फुटेला यों तो मैंने भी प्रेस में कमाई और प्रेस की खाई है. पैंतीस साल लिखा है, तीस साल नौकरी की है. लेकिन मैं समझ नहीं पा रहा कि जस्टिस काटजू के सुझाव पर पत्रकारों में सुजाक पाक क्यों है? मीडिया महाजनों के तो हो. उनके गुलामों में क्यों है? सच तो ये है […] Read more » Liberty in Press प्रेस की आज़ादी
लेख मल्टीब्रांड एफडीआई यानी हर ब्रांड में ‘फुल दादागिरी इनकी’! December 2, 2011 / December 2, 2011 by इक़बाल हिंदुस्तानी | 3 Comments on मल्टीब्रांड एफडीआई यानी हर ब्रांड में ‘फुल दादागिरी इनकी’! इक़बाल हिंदुस्तानी यू पी ए यानी ‘उल्टी पुल्टी ऐबदार’ सरकार आजकल पांच साल के ठेके पर चल रही है। सरकार के पास बहुमत है। वह अपने बहुमत से कुछ भी कर सकती है। उसने मल्टीब्रांड एफडीआई यानी हर ब्रांड में ‘‘फुल दादागिरी इनकी’’ का फंडा अपनाया है तो आपके पेट में दर्द क्यों हो रहा […] Read more » Multibrand FDI Retail Sector मल्टीब्रांड एफडीआई