कविता मैं कौन हूं? साकार जीवात्मा निराकार परमात्मा जीवन आधार हूं December 29, 2021 / December 29, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकमैं कौन हूं?क्या मैं एक बालक हूं?नहीं वो कभी थाअब मैं बालक नहीं हूंफिर मैं युवा हूंनहीं वो भी कभी था अब कहां हूंतो फिर मैं वृद्ध हूंहो सकता है अभी मैं वृद्ध हूंतो फिर क्या मैं चिरकाल तकएक वृद्ध बनकर रहूंगानहीं मैं वृद्ध के बाद मृतक हो जाऊंगातो क्या मैं मृतक हूंअगर […] Read more » the basis of life. the formless God Who am I? I am the corporeal soul
लेख स्वास्थ्य-योग घातक साबित होगा ओमिक्रॉन संक्रमण को लेकर लापरवाही भरा रवैया December 29, 2021 / December 29, 2021 by योगेश कुमार गोयल | Leave a Comment – योगेश कुमार गोयलदेश में ओमिक्रॉन के लगातार बढ़ते मामलों से दहशत का माहौल बनने लगा है। लगभग तमाम विशेषज्ञ इसी की वजह से बढ़ रहे मामलों को देखते हुए फरवरी माह में तीसरी लहर की भविष्यवाणी करने लगे हैं। ऐसे में पहले से ही रोजी-रोटी के संकट से जूझ रहे करोड़ों लोगों को स्वास्थ्य […] Read more » ओमिक्रॉन संक्रमण
लेख ब्रह्म मुहूर्त में उठने के हैं अनेकों लाभ December 28, 2021 / December 28, 2021 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment ज्ञानप्रकाश वैदिक अशोक आर्य रात्रि के अंतिम प्रहर को ब्रह्म मुहूर्त कहते हैं। हमारे ऋषि मुनियों ने इस मुहूर्त का विशेष महत्व बताया है। उनके अनुसार यह समय निद्रा त्याग के लिए सर्वोत्तम है। ब्रह्म मुहूर्त में उठने से सौंदर्य, बल, विद्या, बुद्धि और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। सूर्योदय से चार घड़ी (लगभग डेढ़ […] Read more » benefits of getting up in Brahma Muhurta There are many benefits of getting up in Brahma Muhurta
लेख शल्य चिकित्सा के पितामह थे आचार्य सुश्रुत December 28, 2021 / December 28, 2021 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment ज्ञानप्रकाश वैदिक शल्य चिकित्सा (सर्जरी) के पितामह और सुश्रुतसंहिता के प्रणेता आचार्य सुश्रुत का जन्म छठी शताब्दी ईसा पूर्व काशी में हुआ था। सुश्रुत का जन्म विश्वामित्र के वंश में हुआ था। इन्होंने धन्वन्तरि से शिक्षा प्राप्त की थी।सुश्रुतसंहिता को भारतीय चिकित्सा पद्धति में विशेष स्थान प्राप्त है। इसमें शल्य चिकित्सा के विभिन्न पहलुओं को […] Read more » Acharya Sushruta was the father of surgery आचार्य सुश्रुत
लेख संत क्यों करें हिंदुत्व की बदनामी? December 28, 2021 / December 28, 2021 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ. वेदप्रताप वैदिक देश के कुछ शहरों से ऐसे बयानों और घटनाओं की खबरें आज देखकर चिंता हुई कि जिन्हें सख्ती से नहीं रोका गया तो वे भारत में सामाजिक कोहराम मचा सकती हैं। सच पूछा जाए तो वे भारत और हिंदुत्व, दोनों की बदनामी का कारण बन सकती हैं। पहले हम यह देखें कि […] Read more » Why should saints defame Hinduism? हिंदुत्व की बदनामी
लेख सामान्य प्रवेश परीक्षा: सुगम होगी दाखिले की राह December 28, 2021 / December 28, 2021 by प्रो. रसाल सिंह | Leave a Comment –प्रो.रसाल सिंह पिछले साल दिसंबर में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आर. पी. तिवारी की अध्यक्षता में एक सात सदस्यीय समिति का गठन किया था। इस समिति का गठन सभी 45 केन्द्रीय विश्वविद्यालयों के स्नातक और स्नातकोत्तर स्तरीय गैर-व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश सम्बन्धी समस्याओं के समाधान के लिए किया […] Read more » CET Common Entrance Test सामान्य प्रवेश परीक्षा
लेख संकट ही नहीं, हर्ष भी देकर जा रहा है बीता साल December 28, 2021 / December 28, 2021 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग इक्कीसवीं सदी के इक्कीसवें वर्ष को अलविदा कहते हुए नए वर्ष का स्वागत हम इस सोच और संकल्प के साथ करें कि हमें कुछ नया करना है, नया बनना है, नये पदचिह्न स्थापित करने हैं। बीते वर्ष की कोरोना महामारी के अलावा मौसमी आपदाओं, आर्थिक असंतुलन, राजनीतिक उठापटक, बर्फीले तूफान, समुद्री चक्रावात, बाढ़ […] Read more » the past year is going by giving joy too हर्ष भी देकर जा रहा है बीता साल
कविता रिश्तों का बाजार December 28, 2021 / December 28, 2021 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment रुक गया जब गया, मै रिश्तों के बाज़ार में।बिक रहे थे सभी रिश्ते खुले आम बाज़ार में।। मैने पूछा,क्या भाव है रिश्तों का बाज़ार में।हर रिश्ते का भाव अलग है इस बाज़ार में।। बेटे का रिश्ता लोगे या बाप का रिश्ता लोगे।दोनो का ही अलग मोल भाव तुम्हे देने होगे।। भाई बहिन का रिश्ता भी […] Read more » relationship market रिश्तों का बाजार
लेख कोरोना के खतरे से फिर बढ़ेगा रोज़गार का संकट December 28, 2021 / December 28, 2021 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment बीना बिष्ट हल्द्वानी, नैनीताल उत्तराखंड देश में कोरोना के नए रूप ओमीक्रोन के बढ़ते आंकड़ों ने फिर से सभी के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं. इस नए स्वरूप के खतरे को रोकने के लिए केंद्र से लेकर सभी राज्य सरकारों ने एहतियाती कदम उठाना शुरू कर दिया है. एक जगह इकट्ठा होकर […] Read more » Employment crisis will increase again due to the threat of Corona रोज़गार का संकट
व्यंग्य गुटखा ब्वॉय : बोलो जुबाँ केसरी December 27, 2021 / December 27, 2021 by दिलीप कुमार सिंह | Leave a Comment ‘कितने ऐश से रहते होंगे कितने इतराते होंगे जाने कैसे लोग वो होंगे जो उसको भाते होंगे “ जी हाँ उसको गुटखा बहुत भाता था ,वो गुटखे के बिना न तो रह सकता था और न गुटखे के बिना वो कहीं जा सकता था। इसलिये अपने गर्व ,अपने ब्रांड को लेकर वो क्रिकेट के हरे […] Read more » Bolo Jubaan Kesari Gutkha Boy गुटखा ब्वॉय बोलो जुबाँ केसरी
लेख शख्सियत समाज अक्षुण्ण एकता की मिसाल थे महामना मालवीय December 27, 2021 / December 27, 2021 by डॉ शंकर सुवन सिंह | Leave a Comment डॉ.शंकर सुवन सिंह महामाना मालवीय जी मर्मज्ञ पुरुष थे। अद्वितीय प्रतिभा के धनी पण्डित मदन मोहन मालवीय का जन्म 25 दिसम्बर,1861 को इलाहाबाद(प्रयागराज)में हुआ था। वर्ष 2021 में महामना मालवीय की 160वीं जयंती है। इस अवसर पर मालवीय जी के द्वारा सामाजिक,राजनैतिक और शैक्षणिक क्षेत्र में किये गए कार्यों को याद किया जाता है। इस […] Read more » Mahamana Malviya was an example of intact unity पण्डित मदन मोहन मालवीय महामना मालवीय
कविता अब तो सब दिखावा कर रहे December 27, 2021 / December 27, 2021 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment सब कुछ बदल चुका है अब तो दिखावटी हो रहा।प्यार मोहब्बतअब कहां वह भी बनावटी हो रहा।। अब तो हर इंसान बनावटी बाते ही कर रहा।बिना मतलब के किसी से भी बात न कर रहा।। बेटा बाप के पांव छूता वह भी दिखावटी कर रहा।नीचे से जरा झुक कर दो उंगलियां दिखा रहा।। समय बदल […] Read more » अब तो सब दिखावा कर रहे