लेख नई शक्ति एवं नई दिशाएं पाने का पर्व है दशहरा October 21, 2021 / October 21, 2021 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग – दशहरा का पर्व बुराइयों से संघर्ष का प्रतीक पर्व है, यह पर्व देश की सांस्कृतिक चेतना एवं राष्ट्रीयता को नवऊर्जा देने का भी पर्व है। आज भी अंधेरों से संघर्ष करने के लिये इस प्रेरक एवं प्रेरणादायी पर्व की संस्कृति को जीवंत बनाने की जरूरत है। प्रश्न है कौन इस संस्कृति को […] Read more » Dussehra Dussehra is the festival of getting new power and new directions. दशहरा
कहानी कानूनी भ्रष्टाचार October 21, 2021 / October 21, 2021 by मनोहर पुरी | Leave a Comment — मनोहर पुरी —संज्ञावती एक राज्य के मुख्यमंत्री की मुंह लगी थी। कुछ उसे उपपत्नी और कुछ प्रेमिका भी कहते थे। वह राज्य के मुख्यमंत्री महेश कुमार की बचपन की सखी थी,यह सत्य सब जानते थे। दोनों के परिवार एक छोटे से गांव में निर्धनता का जीवन व्यतीत करते थे। उनके पड़ोसी गांव में एक […] Read more » कानूनी भ्रष्टाचार
कविता शरद पूर्णिमा October 21, 2021 / October 21, 2021 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment वैसे तो हर मास पूर्णिमा होती है,पर शरद पूर्णिमा विशेष होती है।करती यह शरद ऋतु का स्वागत,जब चांद की चांदनी से बात होती है।। जब शरद पूर्णिमा की रात होती है,बिछड़े दिलो की मुलाकात होती है।चांद चांदनी होते है मिलन के मूड में,तभी तो प्यार की बरसात होती है।। इस रात चांदनी चांद के होगी […] Read more » शरद पूर्णिमा
लेख महात्मा गांधी ने सजा के 18 दिन हरिजन सेवा करते मध्यप्रदेश में गुजारे October 21, 2021 / October 21, 2021 by आत्माराम यादव पीव | Leave a Comment Read more » Mahatma Gandhi spent 18 days of punishment in Madhya Pradesh doing Harijan service महात्मा गांधी हरिजन सेवा
पर्यावरण लेख जब जीवाश्म ईंधन उत्पादन दोगुना करने का है इरादा, तब कैसे पूरा होगा पेरिस समझौते का वादा? October 20, 2021 / October 20, 2021 by निशान्त | Leave a Comment बात अगर पेरिस समझौते के अनुसार ग्लोबल वार्मिंग को 1.5 डिग्री सेल्सियस या 2 डिग्री सेल्सियस से नीचे सीमित करने की हो, तब कायदे से तो दुनिया को अपना जीवाश्म ईंधन उत्पादन को बंद करना पड़ेगा। लेकिन हो ये रहा है कि सरकारें पेरिस समझौते की तापमान सीमा से तालमेल बैठाने की जगह स्वीकार्य स्तरों […] Read more » then how will the Paris Agreement promise be fulfilled? When the intention is to double fossil fuel production पेरिस समझौते का वादा
कविता मरते दम तक तुम याद आओगे मुझको October 20, 2021 / October 20, 2021 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment वादा किया था मेरे ख्वाबों में आया करो।इस तरह से मुझे तुम कभी न सताया करो।फुर्सत नही थी तुम मुझे साफ मना कर देते।मेरे जख्मों पर नमक इस तरह लगाया न करो।। वादा करके जल्दी ही तुम मुकर जाते हो।पता नही मुझे तुम अब किधर जाते हो।क्या कोई दूसरा घर देख लिया है तुमने।मुझे बर्बाद […] Read more » मरते दम तक तुम याद आओगे मुझको
लेख दीपावली की रात लोग जुआ क्यों खेलते हैं ? October 20, 2021 / October 20, 2021 by आत्माराम यादव पीव | Leave a Comment आत्माराम यादव पीव दुनिया में देखा गया है कि लोग अक्सर मुकद्दर आजमाने के लिए जुआ खेलते है ,सट्टा खेलते है लाटरी खेलते है तो कुछ घुड़दौड़ या निरीह जानवरों की प्रतिस्पर्धा कराते है लेकिन ये सभी बुराईया सिवाय धन बर्बादी ओर अपना सब कुछ हारने का सबाव बंता है पर कोई लखपति […] Read more » Why do people gamble on Diwali night? दिवाली दीपावली की रात जुआ दीपावली की रात लोग जुआ क्यों खेलते हैं
लेख समाज आत्महत्या समस्या का समाधान नहीं है October 19, 2021 / October 19, 2021 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment हरीश कुमार पुंछ, जम्मू शायद ही ऐसा कोई दिन गुज़रता होगा, जब समाचारपत्र में किसी के आत्महत्या की खबर नहीं छपती है. कई बार छोटी छोटी मुश्किलों का मुकाबला करने की जगह उससे घबराकर लोग आत्महत्या जैसे खतरनाक कदम उठा ले रहे हैं. परीक्षा में तनाव हो या घर में झगड़ा, व्यापार में घाटा हो जाए या फिर […] Read more » Suicide is not the solution to the problem आत्महत्या समस्या का समाधान नहीं
कविता मनुष्य क्यों इतना अधिक हिंसक होता है? October 17, 2021 / October 17, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकमनुष्य क्यों इतना अधिक हिंसक होता है?आजीवन मनुष्य के मनुष्य बने होने पर भी,मनुष्य को इतना अधिक क्यों शक होता है? मानव, मानव के बीच मतभेद, धर्मभेद होता है,सांप्रदायिक और वैचारिक अंतर बेशक होता हैं,पर यहां किसे जान से मारने का हक होता है? मनुष्य मनुष्य के साथ सृष्टि के आरम्भ से ही,किसी […] Read more » Why are humans so violent मनुष्य क्यों इतना अधिक हिंसक होता है
कविता ब्राह्मण चाहेगा तभी हिन्दुओं में छुआछूत जातिभेद मिट पाएगा October 17, 2021 / October 17, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकहिन्दू धर्म में एकता कैसे होकोई निदान ब्राह्मण ही बता सकता! ब्राह्मण वर्ण वो कहलातेजिन्होंने विद्या-बुद्धि से काम लिया! क्षत्रिय राजपूत उसे कहतेजिन्होंने हाथ में डंडा को थाम लिया! वैश्य कृषक वे कहलातेजिन्होंने डंडा को ही डंडी बना दिया! शूद्र उन लोगों को कहतेजिन्होंने हुनरबाजी को पहचान दिया! ये तो तब की बात […] Read more » Untouchable caste discrimination among Hindus will be eradicated only if Brahmins want it. ब्राह्मण चाहेगा तभी हिन्दुओं में छुआछूत जातिभेद मिट पाएगा
राजनीति लेख तपोनिष्ठ स्वयंसेवक अमीर चंद : जिन्होंने पूर्वोत्तर की कला-संस्कृति से कराया परिचित October 17, 2021 / October 17, 2021 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी अरुणाचल प्रदेश के इटानगर से खबर आई कि ‘संस्कार भारती’ के अखिल भारतीय महामंत्री अमीरचंद का निधन हो गया। समाचार सुनने के बाद से जैसे लगा भारत ने संवेदनशील भारतीय कला, साहित्य और दर्शन के लिए समर्पित एक व्यक्ति नहीं खोया बल्कि पूर्व की कलाओं को लेकर उत्तर, पश्चिम और दक्षिण के […] Read more » Taponish Swayamsevak Amir Chand संस्कार भारती के अखिल भारतीय महामंत्री अमीरचंद स्वयंसेवक अमीर चंद
कविता मत कर नारी जाति का अपमान October 16, 2021 / October 16, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकमत कर नारी जाति का अपमान,नारी मां, बहन और पुत्री समान! नारी का सब रुप परम पवित्र है,नारी है देवी-देवता और भगवान! मत कर अत्याचार नारी पर बंदे,नारी देती है नर को जीवनदान! नारी के हर रुप में सभी रुप है,नारी देवी, जीवनसाथी धर्मप्राण! नारी से ये जग उजियारा लगते,बिना नारी अस्तित्वहीन इंसान! […] Read more » मत कर नारी जाति का अपमान