महिला-जगत लेख महिलाओं पर सवाल उठाने से पहले स्वयं में झांकने की ज़रूरत July 14, 2021 / July 14, 2021 by सोनम लववंशी | Leave a Comment एक तरफ हम चांद और मंगल पर जीवन बसाने की संभावनाएं तलाश रहे हैं। तो वही दूसरी तरफ हमारे समाज का एक बड़ा तबका महिलाओं के ‘ड्रेसकोड’ में ही उलझा हुआ है। अब हम इक्कीसवीं सदी में भले पहुँच गए हो, लेकिन महिलाओं के कपड़ो को लेकर राजनीति आम हो चली है और हो भी […] Read more » Before questioning women you need to look within yourself. महिलाओं पर सवाल उठाने से पहले
कविता तुम क्यों नहीं बनते विषपायी July 14, 2021 / July 14, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकतुम क्यों नहीं बनते विषपायी?सबके हिस्से का अमृत पी लेतेऔर दूसरों को गरल पिलाते हो,किन्तु बनते नहीं हो विषपायी! सृष्टि के सारे अवदान को तुम,निज गेह में छुपा लिया करते,बन जाते भोला-भाला तमाशाई,किन्तु बनते नहीं हो विषपायी! जब भी तुमको अवसर मिला,सबकुछ झपट लिया करते हो,दीन हीन की नही करते भलाई,किन्तु बनते नहीं […] Read more » why don't you become venomous तुम क्यों नहीं बनते विषपायी
कविता हे भाई बंधुवर कोई मत दहेज लो July 13, 2021 / July 13, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकएक बात मन में अवश्य सहेज लो,हे भाई बंधुवर! कोई मत दहेज लो!कुछ भी नहीं अंतर बेटा व बेटी में,बेटा के खातिर एक बेटी खोज लो! बेटी को मत समझो कोई बोझ है,बेटा गर गुलाब है तो बेटी रोज है!दहेज एक बुराई अब जमींदोज हो,बेटा अगर राजा, बेटी रानी समझो! वैदिक काल में […] Read more » हे भाई बंधुवर कोई मत दहेज लो
कविता पराए जाति धर्म में भी खुदाई नजर आएगी July 13, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायककभी अपनी जाति विरादरी से हटकर देखो,पराए जाति-धर्म में भी खुदाई नजर आएगी! छोड़ दो दूसरों को आंकना अपने आईने से,देखो खुद को, अपने में बुराई नजर आएगी! छोड़ो चाहत दूसरों की जाति को जानने की,पराई जाति-उपाधि में तो खाई नजर आएगी! जाति जानने की इच्छा जिस शख्स में होती,उसमें कभी ना अंकुर […] Read more » Digging will also be seen in alien caste religion पराए जाति धर्म में भी खुदाई नजर आएगी
कविता अगर एक बार तुम आ जाते July 13, 2021 / July 13, 2021 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment अगर एक बार तुम आ जाते,ये आंसू आंखो से रुक जाते।लगा लेते तुम मुझको सीने से,सारे मन के मैल धुल जाते। विरह वेदना मे मै जलती हूं,बिन अग्नि के मै जलती हूं।अगर एक बार तुम आ जाते,दिल के सारे शोले बुझ जाते।। तड़फ रही हूं मै तुम्हारे लिए,भटक रही हूं मै तुम्हारे लिए।अगर एक बार […] Read more »
लेख शांति के लिए शक्तिमान बनें July 12, 2021 by विनोद कुमार सर्वोदय | Leave a Comment शक्ति ही तो शांति का आधार है l शांति स्थापित करने के लिए शक्तिमान बनना ही होगा l बार-बार आत्मसमर्पण को विवश होने से तो अच्छा है कि संगठन की शक्ति का शंखनाद हो और हिंदुओं में तेजस्विता का संचार हो l मुसलमानों के दिल में जगह बनाने के प्रयास में वर्षों से सक्रिय संघ […] Read more »
लेख कल कहीं बहुत देर न हो जाये! भाग-3 July 12, 2021 / July 12, 2021 by शिव शरण त्रिपाठी | Leave a Comment ठीक है कि गुलामी के दौर में विधर्मी आक्रांताओं ने हमारी संस्कृति, हमारे धर्म पर भी हृदय विदारक एवं जघन्यतम हमले किये। देवी-देवताओं के मंदिरों को ही नहीं ज्ञान के मंदिरों को भी भारी क्षति पहुंचाई गई। मंदिरों की अकूत सम्पत्तियों को लूटा खसोटा गया और पुजारियों व रक्षकों की निर्मम हत्यायें की गई। और […] Read more » Don't be too late tomorrow! Part-3
लेख स्वास्थ्य-योग स्वस्थ औसत आयु में बढ़ोतरी ज्यादा जरूरी July 12, 2021 / July 12, 2021 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ः ललित गर्ग:- वल्र्ड हेल्थ स्टैटिस्टिक्स रिपोर्ट 2021 की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया में औसत आयु तो बढ़ रही है, पर स्वस्थ औसत आयु में वैसी बढ़ोतरी नहीं दिख रही। वैश्विक औसत आयु 73.3 वर्ष है तो स्वस्थ औसत आयु 63.7 वर्ष। यानी दोनों के बीच करीब नौ साल का अंतर है। इसका साफ मतलब […] Read more » Increasing healthy average age is more important स्वस्थ औसत आयु में बढ़ोतरी
आलोचना सत्ता की दुर्गति का आधार है सुख सुविधाओं की अति July 12, 2021 / July 12, 2021 by डॉ शंकर सुवन सिंह | Leave a Comment सरकार/सत्ता में चेहरा बदलता हैं चाल और चरित्र नहीं। सारे नेताओं का चाल और चरित्र सत्ता मिलते ही वैसा ही हो जाता है जैसा पूर्ववर्ती सत्ता पक्ष के लोगों का होता है। नेता जब तक सत्ता में नहीं होता तब तक शालीन होता है। शालीनता, मानवता का प्रतीक है। सत्ता मिलते ही नेता अभिनेता हो […] Read more » The basis of the decline of power is excess of amenities. सत्ता की दुर्गति का आधार
लेख चंद दिनों के पीएम : आधी सदी का कमाल July 12, 2021 / July 12, 2021 by उत्तम मुखर्जी | Leave a Comment उत्तम मुखर्जी चंद समय के लिए मज़बूरी में देश का प्रधानमंत्री बने थे चन्द्रशेखर, लेकिन वह मामूली कालखंड ने देश की आधी सदी की पॉलिटिक्स को बेहद प्रभावित किया है।वे कहते थे जब तक दिल्ली से लोगों के दिलों की दूरी रहेगी तब तक सत्ता में बैठे लोग राजा और नवाब ही लगेंगे। सर्वोच्च पद […] Read more »
लेख रेशम के धागों से अपनी पहचान बुनती महिलाएं July 12, 2021 / July 12, 2021 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment जूही स्मिता पटना, बिहार महिलाओं को लेकर समाज में व्याप्त धारणाएं बदल रही हैं। अब महिलाएं अंतरिक्ष विज्ञान से लेकर भूविज्ञान तक, हर क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। केंद्र से लेकर राज्य सरकारों तक महिला सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। बिहार सरकार की ओर से भी महिलाओं के […] Read more » Women weaving their identity with silk threads पहचान बुनती महिलाएं
लेख भगवान बलभद्र, सुभद्रा ओर जगन्नाथ दारूब्रम्ह का प्राकट्य-रहस्य July 12, 2021 / July 12, 2021 by आत्माराम यादव पीव | Leave a Comment (आत्माराम यादव पीव) Read more » 12 जुलाई रथयात्रा Appearance-mystery of Lord Balabhadra Subhadra and Jagannath Darubram बलभद्र सुभद्रा ओर जगन्नाथ