आलोचना ड्रग्स-शराब-नशा और सरकार का दोहरापन October 20, 2020 / October 20, 2020 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment Read more » Drugs-alcohol-intoxication and government duplicity ड्रग्स शराब नशा ड्रग्स-शराब-नशा
लेख बलिया बवाल कई सवाल! October 20, 2020 / October 20, 2020 by सज्जाद हैदर | Leave a Comment वाह रे सियासत सत्ता की छांव में सब कुछ संभव है सत्ता की हनक के नीचे बड़े-बड़े अधिकारी मूक-दर्शक मात्र बनकर रह जाते हैं। यह एक ऐसा सत्य है जोकि जग जाहिर है। समय-समय पर ऐसा सदैव ही देखा गया है। कभी वही प्रशासन बहुत ही तेज तर्रार रूप रेखा को दर्शाता हुआ बड़ी ही […] Read more » बलिया बवाल
कविता यूची कुई-शांग : कुषाण आक्रमण October 20, 2020 / October 20, 2020 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment विनय कुमार विनायककहावत है शेर पर सवा शेरजिस यूची ने सई यानि शक कोबेहक किया मध्य एशिया सेउसी यूची को हिंगनू या हूण नेखदेड़ दिया बहाँ से, मध्य एशिया सेहिंगनू; हूणों ने यूचियों को यूँ मारायूची का हो गया दो भाग में बँटवारा-कनिष्ठ यूची बसा तिब्बत मेंज्येष्ठ चला पश्चिम की ओरबैकिट्रया, पार्थिया में शासन करनेसमृद्ध […] Read more » Kushan invasion Yuchi Cui-shang यूची कुई-शांग
कविता आक्रांता शक; शिथियन का शासन October 17, 2020 / October 17, 2020 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment ई.पू. तीसरी शती में चारागाह सूखने सेमध्य एशिया की बदल गई थी स्थितिमध्य एशियाई खानाबदोश कबिलाई जनपूर्व की ओर करने लगा था वार पर वार,चीनी साम्राज्य में मचा दिया हाहाकार! लाचार चीनी सम्राट शी हुआंग टी कोबनवानी पड़ी थी महान चीन की दीवार,पर वर्वर खानाबदोश जातियाँ क्यों करमानने लगी थी हार, पूर्व जाने का द्वारबंद […] Read more » Akranta saka; Rule of shithian Rule of shithian
कविता ये तुम्हारी ज़िंदगी है , तुम जियो भरपूर इसको। October 17, 2020 / October 17, 2020 by शकुन्तला बहादुर | Leave a Comment युवा पीढ़ी के प्रति —परिवर्तन Read more » This is your life you live it full. तुम जियो भरपूर इसको। ये तुम्हारी ज़िंदगी है
कविता जो देशद्रोह की बात करते हो October 17, 2020 / October 17, 2020 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment जो देशद्रोह की बात करते होउन्हें रहने का अधिकार नहीं |जो मांगे दुश्मनो से सहायता,वे व्यक्ति हमे स्वीकार नहीं || जो कबर में पैर लटकाये बैठे है ,जन्नत की तमन्ना लगाये बैठे है |जन्नत है खुद कश्मीर भारत का ,चायना पर आस लगाये बैठे है || जो देश की संसद का कानून न माने ,उसे […] Read more » Who talk of treason जो देशद्रोह की बात करते हो
कविता आक्रांता शासक : हिन्द-पार्थियन, ईरानी पहलव October 17, 2020 / October 17, 2020 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment विनय कुमार विनायकपार्थिया भी प्रांत था सिकंदर का वैकि्ट्रया जैसाजो स्वतंत्र हुआ था सेल्यूकस वंशी यवन शासकएंटीओकस तृतीय के चंगुल से वैकि्ट्रया के संग,ईरान यानि पार्थिया का पार्थियन या पहलव थाविदेशी आक्रांता ईरानी साइरस के बाद भारत का! मिथ्रेडेटस प्रथम था पहलव शक्ति का संस्थापकजो समकालीन था यूक्रेटाइड्स बैक्ट्रियाई यवन का,मिथ्रेडेटस द्वितीय ने शकों से […] Read more » आक्रांता शासक ईरानी पहलव हिन्द-पार्थियन
कविता बच्चों का पन्ना पानी फेकें कम से कम October 17, 2020 / October 17, 2020 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | Leave a Comment हरे -भरे थे वन उपवन,हमनें हाय काट डाले।जैसे जल देवता के ही,हमने हाथ छाँट डाले।छीने ठौर परिंदों के,पशु फिरते होकर बेदम।नहीं बरसता इतना जल,जितनी हमको चाहत है।अति वृष्टि या सूखे से,सारा ही जग आहत है।सूरज आग उगलता है,धरा तवे सी हुई गरम।पर्यावरण बचाया तोशायद पानी बच जाये।पानी अगर बचाया तो,जीवन आगे चल जाये।पेड़ अधिक से […] Read more » पानी फेकें कम से कम
कविता बच्चों का पन्ना हल्दी वाला दूध पियो October 17, 2020 / October 17, 2020 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | Leave a Comment ठंड नहीं लगती क्या चंदा,नंगे घूम रहे अम्बर में।नीचे उत रो घर में आओ,सेको जरा बदन हीटर में। कड़क ठंड है अकड़ जाओगे,बिस्तर तुम्हें पकड़ना होगाकिसी वैद्य के या हकीम के,अस्पताल में सड़ना होगा | कोरोना के कारण जग में,सभी तरफ फैली बदहाली |बड़े दवाखानों में तुमको,बिस्तर नहीं मिलेगा खाली | हल्दी वाला दूध पियो […] Read more » हल्दी वाला दूध पियो
कविता आक्रांता यवन शासक:हिन्द यूनानी,ग्रीक यवन October 16, 2020 / October 16, 2020 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment कार्य सिकंदर का अधूरा किया मौर्योतर काल में पूरावैकि्ट्रयाई-ग्रीक डिमेट्रियस; दमित्रीऔर मिनान्डर; मिलिंद ने मिलकरएक ने पंजाब के साकल में सत्ता जमाकर,दूसरे ने भी साकल या स्यालकोट में राजधानी बसाकर! बैकिट्रया; हिन्दूकुश,आक्सस के मध्य भू भाग में,अपनी मौत के पश्चात सिकंदर ने छोड़ा थायूनान में एक विस्तृत साम्राज्य-मैसीडोनिया, सीरिया, बैकिट्रया, पार्थिया, अफगानिस्तानऔर उत्तर-पश्चिम में विस्तृत […] Read more » ग्रीक यवन सेनापति सेल्यूकस हिन्द यूनानी
कविता उठो द्रोपदी अब शस्त्र संभालो , October 16, 2020 / October 16, 2020 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment उठो द्रोपदी अब शस्त्र संभालो ,कलयुग में कृष्ण नहीं आयेगे |अपनी रक्षा स्वयं ही करनी ,कोई तुम्हे बचाने नहीं आयेगे || कब तक तुम आस रखोगी ?बिके हुये इन अखबारों से |किस से हेल्प मांग रही हो,दुशासन के दुष्ट दरबारों से ||स्वयं जो लज्जाहीन खड़े है ,वे क्या तुम्हारी लाज बचायेगे ?उठो द्रोपदी अब वस्त्र […] Read more » Wake up Draupadi उठो द्रोपदी अब शस्त्र संभालो
कविता तितली है खामोश ! October 16, 2020 / October 16, 2020 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment बदल रहे हर रोज ही, हैं मौसम के रूप !ठेठ सर्द में हो रही, गर्मी जैसी धूप !!सूनी बगिया देखकर, तितली है खामोश !जुगनूं की बारात से, गायब है अब जोश !!दें सुनाई अब कहाँ, कोयल की आवाज़ !बूढा पीपल सूखकर, ठूंठ खड़ा है आज !!जब से की बाजार ने, हरियाली से प्रीत !पंछी डूबे […] Read more » Butterfly is silent! तितली है खामोश