लेख विविधा सार्वजनिक परिवहन को ज्यादा साफ-सुरक्षित बनाना होगा June 19, 2020 / June 19, 2020 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment डॉo सत्यवान सौरभ, अब परिवहन सड़कों पर लौट आया है, लेकिन जब तक कोरोनोवायरस संक्रमण बढ़ रहा है, चीजें सामान्य से बहुत दूर रहेंगी। अर्थव्यवस्था को फिर से गति देने और शहरों में कामगारों को कार्यस्थल पर लाने में सार्वजनिक परिवहन एक प्रमुख माध्यम है, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के समय में बसों, ट्रेनों की […] Read more » Public transport will have to be made safer सार्वजनिक परिवहन
लेख जब रानी झाँसी ‘लक्ष्मीबाई’ खुद को ‘बलिदान’ कर गयी June 19, 2020 / June 19, 2020 by डॉ. सदानंद पॉल | Leave a Comment ■ डॉ. सदानंद पॉल ‘खूब लड़ी मर्दानी, वो तो झांसी वाली रानी थी’ कि कवयित्री सुभद्रा कुमारी चौहान को ही मैं बाल्यावस्था में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई समझता था । वो मराठी ब्राह्मण थी । विकिपीडिया के अनुसार, लक्ष्मीबाई का जन्म बनारस में 19 नवम्बर 1828 को हुई थी, बचपन का नाम मणिकर्णिका थी, लेकिन प्यार से […] Read more » When Rani Jhansi Lakshmibai sacrificed herself रानी झाँसी लक्ष्मीबाई
लेख स्वास्थ्य-योग कोरोना प्रकोप से योग की स्वीकार्यता बढ़ी June 19, 2020 / June 19, 2020 by ललित गर्ग | Leave a Comment अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस, 21 जून, 2020 पर विशेष– ललित गर्ग –भारतीय योग एवं ध्यान के माध्यम से भारत दुनिया में गुरु का दर्जा एवं एक अनूठी पहचान हासिल करने में सफल हो रहा है। इसीलिये समूची दुनिया के लिये अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस स्वीकार्य हुआ है। इसके लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सूझबूझ एवं प्रयासों से अपूर्व […] Read more » Corona outbreak increased acceptance of yoga अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस कोरोना प्रकोप
लेख विधि-कानून अधिकारों से पहले कर्तव्य , अध्याय — 5 June 19, 2020 / June 19, 2020 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment ईश्वर के प्रति हमारे कर्तव्य हमारा इस संसार में आना कोई आकस्मिक घटना नहीं है । इसके पीछे हमारे जन्म जन्मांतरों के संस्कार और प्रारब्ध का पूरा एक खेल है। जिसके परिणाम स्वरूप ईश्वर ने हमें यह मानव जन्म दिया है । ईश्वर ने संसार के समग्र ऐश्वर्यों को केवल हम मनुष्यों को ही भोगने […] Read more » Duty before rights अधिकारों से पहले कर्तव्य
व्यंग्य डिजिटल युग में नियोक्ता द्वारा हमारे शोषण का डिजिटल तरीका :वर्क फ्रॉम होम June 18, 2020 / June 18, 2020 by मयंक सक्सैना | Leave a Comment Work from Home अर्थात घर से कार्य करवाने का concept lockdown के दरमियान आया। पर दुनिया यह भूल गई कि भारत में वर्क फ्रॉम होम के नाम पर भी जो एक कर्मचारी को मिलना था, वह था शोषण। अजी जनाब जिस देश में निजी क्षेत्र का नियोक्ता व्यक्तिगत तौर पर कार्यालय में उपस्तिथ अपने कर्मचारी द्वारा किये गए कामों […] Read more » Digital way of our exploitation by employers in the digital age work from home
कविता शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने देंगे। June 18, 2020 / June 18, 2020 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment बलिदान अपने शहीदों का व्यर्थ नहीं जाने देंगे।चीन कर ले तू जितनी तैयारी,तुझे धूल चटा देगे।। लेंगे हर शहीद का बदला,तुझे जिंदा ही दफना देंगे।अगर आंखे उठाई इधर तूने,तेरी आंखें निकाल देंगे।। समझता क्या तू अपने को,तेरी हैकड़ी निकाल देंगे।घिरा है तू चौदह देशों से,उनसे भी आक्रमण करा देंगे।। करता है घमंड सस्ते माल पर,उसे […] Read more » The sacrifice of martyrs will not be allowed to go in vain. शहीदों का बलिदान
आर्थिकी लेख ग्रामों के क्लस्टर बनाकर देश के आर्थिक विकास को दी जा सकती है गति June 18, 2020 / June 18, 2020 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment कोरोना महामारी के कारण लगभग दो माह के लॉक डाउन के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था को वापिस पटरी पर लाने की चुनौती अब हम सभी के सामने है। न केवल भारत बल्कि विश्व में कई देशों द्वारा धीरे धीरे अपनी आर्थिक गतिविधियों को पुनः प्रारम्भ किया जा रहा है। हाल ही में भारत के प्रधान […] Read more » clusters of villages Speed of economic development ग्रामों के क्लस्टर
लेख महिला सशक्तिकरण की प्रतीक वीरांगना लक्ष्मीबाई June 17, 2020 / June 19, 2020 by डॉ. वंदना सेन | Leave a Comment डॉ. वंदना सेन वीरांगना नाम सुनते ही हमारे मनोमस्तिष्क में रानी लक्ष्मीबाई की छवि उभरने लगती है। भारतीय वसुंधरा को अपने वीरोचित भाव से गौरवान्वित करने वाली झांसी की रानी लक्ष्मीबाई सच्चे अर्थों में वीरांगना ही थीं। वे भारतीय महिलाओं के समक्ष अपने जीवन काल में ही ऐसा आदर्श स्थापित करके विदा हुईं, जिससे हर […] Read more » the symbol of women empowerment Veerangana Lakshmibai महिला सशक्तिकरण की प्रतीक वीरांगना लक्ष्मीबाई
टेलिविज़न लेख यही तो है टी वी चैनल्स की ‘गिद्ध पत्रकारिता’? June 17, 2020 / June 17, 2020 by निर्मल रानी | Leave a Comment निर्मल रानीहालांकि गत 28 मई को सुप्रीम कोर्ट में लॉकडाउन के कारण देशभर में फंसे मज़दूरों की दुर्दशा पर सुनवाई के दौरान, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था कि कुछ ‘क़यामत के पैग़ंबर’ हैं जो नकारात्मकता फैलाते रहते हैं. उन्होंने ये भी कहा था कि “सोफ़े में धंस कर […] Read more » vulture journalism of TV channels गिद्ध पत्रकारिता
कविता किस्सा वो प्यार का । June 17, 2020 / June 17, 2020 by अजय एहसास | Leave a Comment अब तो पुराना हो गया वो किस्सा प्यार काकोई यार दूसरा हुआ अब मेरे यार काचलती थी जो बिखेरते राहों में खुशबुएंकोई पता बता दे मेरे उस बहार काअब तो पुराना हो गया वो किस्सा प्यार का ।। बस्ता लिये जो घर से पढ़ाई को निकलतेहो दोस्तों से दूर उनके पीछे थे चलतेवो सिर मुड़ा […] Read more » poem on love किस्सा वो प्यार का
लेख फसलों के लिए काल बनते टिड्डी दल June 17, 2020 / June 17, 2020 by योगेश कुमार गोयल | Leave a Comment – योगेश कुमार गोयल एक ओर जहां भारत कोरोना संकट से बुरी तरह जूझ रहा है, वहीं पिछले दिनों अम्फान और निसर्ग जैसे तूफानों ने भी चुनौतियों को बढ़ाया है। उत्तर भारत में बार-बार आ रहे हलके भूकम्प के झटके भी लोगों को डरा रहे हैं। इन मुसीबतों के बीच पाकिस्तान के ब्लूचिस्तान, पंजाब, […] Read more » Locust groups टिड्डी दल
कविता मौत से काहे को डरता बन्दे June 17, 2020 / June 17, 2020 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment मौत से काहे को डरता बन्दे,मौत तो एक दिन आयेगी।सब कुछ रह जाएगा यहां,कुछ चीज नहीं तेरे संग जायेगी धन और दौलत कोठी बंगले,यही सब रह जाएंगे।खाली हाथ आया तू,खाली हाथ सब ही जाएंगे।। भज ले प्रभु का नाम तू,फिर समय नहीं मिल पायेगा।कब तेरा बुलावा आ जाए,पता नहीं तुझे चल पायेगा।। करता क्यू घमंड […] Read more » मौत से काहे को डरता बन्दे