व्यंग्य ‘आत्मनिर्भरता’ का फ्लेवर और कलेवर ! May 17, 2020 / May 17, 2020 by प्रभुनाथ शुक्ल | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल ‘आत्मनिर्भरता’ यानी स्वावलंबन जीवन में बेहद आवश्यक है। लेकिन आजकल बगैर अवलंबन के काम ही नहीँ चलता। पति- पत्नी पर, प्रेमी- प्रेमिका पर, बुजुर्ग – छड़ी पर , सरकार- गठजोड़ पर, विपक्ष- ट्विटर पर आत्मनिर्भर है। हमारे आसपास इस तरह के […] Read more » आत्मनिर्भरता आत्मनिर्भरता का फ्लेवर स्वावलंबन
कविता इंसान की असलियत May 17, 2020 / May 17, 2020 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment लगा रहे हैं छप्पन भोग भगवान को।खिला न रहा है कोई भूखे इंसान को ।। रेशमी वस्त्र पहनाए जाते है पाषाण को।कौन पहनाता है वस्त्र नंगे इंसान को।। बिलख रहे हैं भूखे बच्चे दूध की एक बूंद को।दूध पिलाया जाता है पत्थर के पाषाण को।। आज बोलबाला है,एक झूठे इंसान का।कोई न पूछता है अब […] Read more » इंसान की असलियत
कविता क्या ये महान दृश्य है ? May 16, 2020 / May 16, 2020 by डॉ देशबंधु त्यागी | Leave a Comment डॉ देशबंधु त्यागी कैसी तेरी हैं रहमतें ?उनके दर्द ही बढ़ते रहे।जिस द्वार पर भी वो गए,उन पर डण्ड बरसते रहे।तेरी रेल भी चलती रही,वो पटरियों पर कट मरे।तेरा रिजक ही बँटता रहा,तो भूख क्यों बढ़ती रही ?तेरा इलाज भी अजीब है ,दवा नही दारू बेचने लगे।मेरे दर्द से निकली थी आह ,तु तप त्याग […] Read more » क्या ये महान दृश्य है ?
लेख सार्थक पहल सकारात्मकता का नया सवेरा May 16, 2020 / May 16, 2020 by सुरेश जैन | Leave a Comment – सुरेश जैन पूरी दुनिया में कोरोना वायरस मानव जीवन में मौत के सौदागर के रुप में सामने आया है तो लॉकडाउन ने जिंदगी को दोबारा से पढ़ने, सुनने और गुनने का स्वर्णिम मौका दिया है। बदले हालात ने जीवन में और वैकल्पिक सुनहरे पन्ने खोल दिए हैं। हमारी सोच में आमूल-चूल परिवर्तन ला दिया […] Read more » the new dawn of positivity amid corona lockdown कोरोना वायरस सकारात्मकता का नया सवेरा
लेख देश की सुख-समृद्धि एवं सुरक्षा के लिये गोवध पर पूर्ण प्रतिबन्ध अनिवार्य है May 15, 2020 / May 15, 2020 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य तथा पशु-पक्षी आदि सभी प्राणियों की उत्पत्ति अपने पूर्वजन्मों के कर्मों का सुख व दुःख रूपी फल भोगने के लिये हुई है। मनुष्य योनि उभय योनि है जिसमें मनुष्य पूर्वजन्मों के कर्मों का फल भोगता है तथा नये कर्मों को भी करता है। यह नये कर्म मनुष्य के बन्धन व […] Read more » गोवध पर पूर्ण प्रतिबन्ध गोहत्या राष्ट्र हत्या
कविता मोदी जी का संदेश May 15, 2020 / May 15, 2020 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment हम बचना भी है और बचाना है।भारत को काफी आगे बढ़ाना है।।बदलना है आपदा को अवसर में।हर हाथ को काम इस अवसर में । लोकल को ग्लोबल में बदलना है।अपने आयतों को कम करना है।।लोकल को वोकल में बदलना है।अपने प्रोडक्ट का प्रयोग करना है।। लॉकडाउन को जीवन अंग बनाना है। कोरोणा को अब सबने […] Read more » modi ji on corona मोदी जी का संदेश
लेख साहित्य देहत्याग के समय भीष्म पितामह के पास क्या अकेले पांडव ही थे ? May 15, 2020 / May 15, 2020 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment अभी टी0वी0 चैनल पर महाभारत धारावाहिक समाप्त हुआ है । जिसमें दिखाया गया है कि अंतिम समय में भीष्म पितामह के पास पांचों पांडव और श्रीकृष्ण जी गए थे । उनके अतिरिक्त वहाँ पर अन्य कोई व्यक्ति उपस्थित नहीं था । यहाँ पर प्रश्न यह खड़ा होता है कि भीष्म पितामह जैसे महामानव का जिस […] Read more » Was Bhishma Pitamah the only Pandava देहत्याग के समय भीष्म पितामह के पास क्या अकेले पांडव ही थे
लेख संजय के पास कोई दिव्य दृष्टि नहीं थी — क्या कहती है महाभारत ? May 15, 2020 / May 15, 2020 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment महाभारत के बारे में जिस प्रकार अनेकों भ्रान्तियों को समाज में फैलाया गया है , उनमें से एक यह भी है कि संजय को वेदव्यासजी के द्वारा दिव्य दृष्टि प्राप्त हो गई थी । जिसके माध्यम से वह महाभारत के युद्ध का आंखों देखा हाल हस्तिनापुर के राजभवन में बैठा हुआ, धृतराष्ट्र को सुनाया करता […] Read more » Sanjay had no divine vision what does Mahabharata say? क्या कहती है महाभारत संजय के पास कोई दिव्य दृष्टि नहीं थी
लेख स्वास्थ्य-योग नर्सिंग :क्यों उपेक्षित है हैल्थ सिस्टम की रीढ़ May 12, 2020 / May 12, 2020 by डॉ अजय खेमरिया | Leave a Comment विश्व नर्सिंग डे 12 मई पर विशेष डॉ अजय खेमरिया कोरोना के कहर से कराहती दुनियां के दर्द को कम करने में चिकित्सकीय सेवा वर्ग के प्रति हम आज दण्डवत मुद्रा में खड़े है।उनके सम्मान, और उत्साहवर्धन के लिए उपकृत भाव से कभी करोडों लोग दीपक जलाते है कभी घण्टी थाली पीटते है तो कभी […] Read more » Nursing: नर्सिंग विश्व नर्सिंग डे 12 मई
जन-जागरण लेख समाज समझें, स्वाभिमान एवम आत्मसम्मान के सूक्ष्म अंतर को May 12, 2020 / May 12, 2020 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment स्वाभिमान क्या होता हैं ?? स्वाभिमान शब्द आत्मगौरव और आत्मसम्मान के लिए प्रयुक्त होता है। स्वाभिमान का सामान्य अर्थ पाठशाला में ही संधि विच्छेद में पढ़ा था कि स्व का अभिमान मतलब स्वाभिमान, स्व मतलब खुद, आप स्वयं.। यह ऐसा शब्द है जो हमें जाग्रत करता है, प्रेरित करता है और हमें कर्तव्य के प्रति […] Read more » subtle differences of swabhiman and self-respect स्वाभिमान एवम आत्मसम्मान
व्यंग्य वादा तेरा वादा May 12, 2020 / May 12, 2020 by दिलीप कुमार सिंह | Leave a Comment दिलीप कुमार “परनिंदा जे रस ले करिहैं निसच्य ही चमगादुर बनिहैं” अर्थात जो दूसरों की निंदा करेगा वो अगले जन्म में चमगादड़ बनेगा।परनिंदा का अपना सुख है ,ये विटामिन है ,प्रोटीन डाइट है और साहित्यकार के लिये तो प्राण वायु है ।परनिंदा एक परमसत्य पर चलने वाला मार्ग है और मुफ्त का यश इसके लक्ष्य हैं।चतुर्दिक परनिंदा के […] Read more » वादा तेरा वादा
लेख लॉक डाउन में पानी का संकट May 11, 2020 / May 11, 2020 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment दिलीप बीदावत कोरोना का कहर, बार-बार साबुन से हाथ धोने की हिदायत बाड़मेर जिले के पेयजल संकटग्रस्त गांवों व ढाणियों के लिए तो केवल कहावत ही बनी हुई है। तापमान बढ़ने के साथ ही पानी का संकट बढ़ गया है। आम समुदाय के लिए जहां पानी का संकट आफत के रूप में विद्यमान है, वहीं […] Read more » Water crisis in lock down