लेख काम ने मुझे जीते जी अमर बना दिया July 5, 2019 / July 5, 2019 by अनिल अनूप | Leave a Comment –अनिल अनूप कृष्णा न्यूड मॉडल हैं. बिना कपड़ों के मॉडलिंग करती हैं. या फिर महीने के चंद रोज़ निचले हिस्से में बित्ताभर कपड़े के साथ. दिल्ली यूनिवर्सिटी के लिए पिछले 18 सालों से काम कर रही हैं. जिस समाज में दूध पिलाती मां भी सेक्स ऑब्जेक्ट होती है, वहां इस पेशे के लिए मजबूती नहीं, […] Read more » immortal work work for life work is life
लेख दक्षिणपंथ का मुकाबला केवल वामपंथ से ही संभव : येचुरी July 4, 2019 / July 4, 2019 by संजय पराते | Leave a Comment रायपुर. देश की विविधता, संविधान, लोकतंत्र, संसदीय संस्ताओं की स्वायत्तता, धर्मनिरपेक्षता, जनतांत्रिक और मानवाधिकार आदि सब कुछ खतरे में है. चुनावों के बाद संघी गिरोह से नियंत्रित भाजपा सरकार द्वारा ‘फासीवादी हिन्दू राष्ट्र’ को स्थापित करने की मुहिम तेज हो गई है. वे तर्क की जगह कुतर्क को, विज्ञान की जगह अंधविश्वास को, इतिहास की […] Read more » Democracy DIVERSITY of this country Human Rights
साहित्य कुछ पंक्तियाँ July 3, 2019 / July 3, 2019 by डा.सतीश कुमार | Leave a Comment उनका झूठ भी, हमारे लिए सच हो गया । लेकिन झूठ उन्होंने, इतना बोला,उनका सच भी, हमारे लिए अब झूठ हो गया । छोटे भी बड़ों के प्रेरक बन जाते हैं , पता ही नहीं चलता, कब छोटे बड़ों से बहुत बड़े हो जाते हैं। न सोच कि तेरे सामने जो खड़ा है ,वह चींटी […] Read more » few lines motivational
लेख रोहिंग्या को खुली आजादी तो हिन्दुओं का पलायन क्यों ? July 3, 2019 / July 3, 2019 by प्रभुनाथ शुक्ल | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल हिंदू परिवारों के पलायन का मसला एक बार फिर यूपी में सियासत और मीडिया की सुर्ख़ियां बना है। लेकिन इस बार नाम के साथ स्थान भी परिवर्तित है। अबकी कैराना नहीं मेरठ का प्रहलाद नगर है। हालांकि सारे हालात तीन साल पूर्व कैराना जैसे ही हैं। पलायन की खबर से राज्य की योगी सरकार […] Read more » Freedom HIndus rohingiya
लेख नहर किनारे विकसित बूंदों की संस्कृति July 3, 2019 / July 3, 2019 by दिलीप बीदावत | Leave a Comment असंतुलित पर्यावरण धीरे धीरे धरती को गर्म भट्टी की तरफ धकेल रहा है। इस साल की गर्मी ने देश के कई शहरों में एक नया रिकॉर्ड बनाया है। स्वयं देश की राजधानी दिल्ली ने इतिहास का सबसे गर्म दिन भी देखा है। समूचा यूरोप प्रचंड गर्मी का प्रकोप झेल रहा है। ऐसी परिस्थिती में रेगिस्तानी क्षेत्रों का […] Read more » Canal culture Developed drops
लेख 13 अगस्त को अंगदान दिवसःजागरूकता अभियान अभी से जोर पकड़े,ताकि बच सके लाखों जिंदगियां July 3, 2019 / July 3, 2019 by संजय सक्सेना | Leave a Comment संजय सक्सेना,लखनऊ अंगदान के मामले में भारत की स्थिति अन्य देशों के मुकाबले काफी खराब हुई है। जनता में जागरूकता के अभाव के साथ-ंउचयसाथ धार्मिक एवं रू-सजय़ीवादी सोच के चलते लोग अंगदान करने में हिचकते हैं। देश-ंउचयप्रदेश की सरकारों की तरफ से भी अंगदान को लेकर कभी कोई बड़ा अभियान नहीं चलाया गया है। अंगदान […] Read more » 13th august organ donation day
कविता नजर को नजर की नजर ना लगे July 3, 2019 / July 3, 2019 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment नजर को नजर की नजर ना लगे | दोनों ही काला टीका लगाने लगे || आपको देखा है बस उस नजर से | इस नजर से आपको नजर ना लगे || नजर मिलाते ही उनकी नजर झुक गयी | झुकते ही नजर बात कुछ आगे बढ गयी || बात इतनी बढ़ चुकी थी अब दोनों […] Read more » eye eyesight eyeview
लेख शराब के लिये गांधी का उपयोग अक्षम्य है July 3, 2019 / July 3, 2019 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ः ललित गर्ग:- इजरायल की शराब बनाने वाली एक कंपनी ने शराब की बोतल पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर छापकर आदर्शहीनता, मूल्यहीनता एवं तथाकथित लाभ की विकृत मानसिकता का प्रदर्शन किया है। शराब के प्रचार के लिये एवं उसकी बिक्री बढ़ाने के लिये जिस तरह से गांधी की तस्वीर को शराब की बोतल पर […] Read more » Gandhi liquar
गजल देवी देवता सखा सहोदर July 2, 2019 / July 2, 2019 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | Leave a Comment देवी देवता सखा सहोदर सबके सब बेकार हो गये ज्योंही मां उतरी आंखों में सपने सब साकार हो गये|| जैसे गये रसोई में तो मां की सूरत याद आई लोटा थाली डोंगे मग्गे सब मां के आकार हो गये|| जब जब भी तड़्फा हूं मां की किसी तरह सूरत देखूं सारी रात दिखाऊं मां को […] Read more » friend God godess siblings
लेख समाज भारत हुआ नशीला July 2, 2019 / July 2, 2019 by अनिल अनूप | Leave a Comment -अनिल अनूप सुरा प्रेम में भारत का दर्जा दुनिया के अन्य कई देशों से बहुत ऊपर है। विश्व में हमारा खुशहाली सूचकांक गिर रहा है तो शराब की खपत के मामले में तेजी से आगे बढ़ रहा है। 2005 से 2016 के बीच यह खपत दोगुनी हो चुकी है। मनोवैज्ञानिक विश्लेषण बताता है कि आनंद-प्रमोद […] Read more » India
कविता बिन आग के तू आग लगा देती July 2, 2019 / July 2, 2019 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment बिन आग के तुम आग लगा देती |बिन पानी के तुम इसे बुझा देती || सीखा है कहाँ से तुमने ये हूनर |मुझको भी जरा तुम सिखा देती || लग जाती तन बदन में आग पहले |अगर पहले तुम्हे दीदार दिखा देती || लग जाती अगर आग दीदार दिखाने से |तुम आईने में पहले आग […] Read more » fire look like fire poem poetry without fire
साहित्य सूरज है रूठा: नवगीत July 2, 2019 / July 2, 2019 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment अविनाश ब्यौहार वर्षा की पहली फुहार है। और हवा के आर पार है।। डाली में कोंपल फूटी है। आज तपन लगती झूठी है।। हरितिमा की साज सँवार है। नहा रहा है बूटा बूटा। बादल से सूरज है रूठा।। घूंघट काढ़ेगी बयार है। मंजर दिखता रहा बाढ़ का। स्वागत बारिश में अषाढ़ का।। मेह बरसते धुन […] Read more » hindi literature Nature newsong poem poem on nature