व्यंग्य अब कुंआरों का ब्याह भी कराएंगे गुरुजन ! August 30, 2020 / August 30, 2020 by सुशील कुमार नवीन | Leave a Comment सुशील कुमार ‘नवीन’ गांव में एक रांडे(कुंआरे) का ब्याह नहीं हो पा रहा था। एक दिन सुबह-सुबह आत्महत्या की सोच रस्सी लेकर वह खेत की ओर निकल पड़ा। रास्ते में रिश्ते में भाभी लगने वाली महिला ने हंसी-ठिठोली के मूड में छेड़ दिया। बोलीं-देवर जी, रस्सी से फांसी खाने का इरादा है क्या। उसने तो […] Read more » कुंआरों का ब्याह
व्यंग्य मुखड़ा देख ले प्राणी जरा दर्पण में August 30, 2020 / August 30, 2020 by आत्माराम यादव पीव | Leave a Comment आत्माराम यादव पीवजगत को रचनेवाला विधाता बड़ा जादूगर है। जब विधाता ने रचने का वर्कशाप खोला तो पहले उसने जगत की रचना की। समुद्र से लेकर नदियों तक, टीले से लेकर पहाड़तक और घास से लेकर विशाल वृक्षों का पूरा जाल धरती पर बिछाया। फिर जीव-जन्तुओं की रचना की जिसमें पानी में रहने वाले, जमीन […] Read more » दर्पण
मनोरंजन व्यंग्य सिनेमा बावफ़ा है August 30, 2020 / August 30, 2020 by दिलीप कुमार सिंह | Leave a Comment “अक्ल को तन्कीद से फुर्सत नहीं इश्क पर आमाल की बुनियाद रख” हाल ही में एक फ़िल्म आयी है चमनबहार जिसमें नायक अपनी जीतोड़ मेहनत सी की कमायी गयी अल्प पूंजी पर अपने मन के उदगार लिखते हुए लिखते हुए दस -दस के नोटों पर अपनी प्रेमिका के प्रति अपनी भड़ास निकालते हुए लिखता है […] Read more » बावफ़ा है बिनोद बावफ़ा है
व्यंग्य पूंछ दिखा वनराज को चिढ़ा रहा उत्पाती वानर August 27, 2020 / August 27, 2020 by सुशील कुमार नवीन | Leave a Comment सामयिक व्यंग्य सुशील कुमार ‘नवीन’ चलिये आज एक नई कहानी सुनाते हैं। जंगल में एक पेड़ पर दो बन्दर रहते थे। शैतान तो दोनों ही थे पर एक ज्यादा था। मित्रवत थे सो एक-दूसरे के सुख-दुख के साझी भी थे। एक दिन पेड़ पर आदतन उछलकूद कर रहे थे। दूर एक पेड़ की छांव में […] Read more » उत्पाती वानर
व्यंग्य कांग्रेस की चिट्ठी चिंतन बैठक August 26, 2020 / August 26, 2020 by नवेन्दु उन्मेष | Leave a Comment नवेन्दु उन्मेषकांग्रेस मुख्यालय में जैसे ही चिट्ठी आयी कुछ लोग गाने लगे ’-चिट्ठी आयीहै आयी है, चिट्ठी आयी है। बड़े दिनों के बाद कांग्रेसियों की चिट्ठी आयीहै।‘ यह सुनकर वहां बैठे कुछ कांग्रेसी पदधारी बौखला गये। उन्होंनेमुख्यालय से बाहर निकलकर गीत गाने वाले कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को समझायाकि अगर चिट्ठी आ गयी है तो आने दो। […] Read more » कांग्रेस कांग्रेस की चिट्ठी चिंतन बैठक चिट्ठी चिंतन बैठक
व्यंग्य सुवा घणा ए आच्छया सै, तै अपणै नै लगवा ले… August 26, 2020 / August 27, 2020 by सुशील कुमार नवीन | Leave a Comment सुशील कुमार ‘नवीन’ एक बच्चे को उसके माता-पिता बीमार होने पर अस्पताल ले गए। डॉक्टर ने बच्चे का चेकअप किया। चेकअप में बुखार ज्यादा दिखने पर डॉक्टर ने कहा-इंजेक्शन लगाना पड़ेगा। जल्दी असर हो जाएगा। बच्चे की माता जी बोली-डॉक्टर साहब!इंजेक्शन तो मुन्ना मरे भी न लगवाए। धक्का किया तो अस्पताल अधर उठा लेगा। आपकी […] Read more » राइट टू रिकॉल
व्यंग्य बाढ़ उत्सव August 18, 2020 / August 18, 2020 by नवेन्दु उन्मेष | Leave a Comment नवेन्दु उन्मेषपल्टू बाबा सरकारी मुलाजिम ठहरे। पैदा होने से लेकर नौकरी तक पठार मेंकी। बाढ़ क्या होता है उसके बारे में उन्होंने सिर्फ अखबारों में पढ़ा था।पहली बार उन्हें सरकार ने निर्देश दिया कि वे बाढ़ग्रस्त इलाके में जायेंऔर बाढ़ पीड़ितों की मदद करें। जिस बाढ़ग्रस्त जिले में उन्हें जाने कानिर्देश दिया गया था वे […] Read more » Flood festival बाढ़ उत्सव
व्यंग्य माहौल बदल देगा आईपीएल में बाबा का आगमन August 12, 2020 / August 12, 2020 by सुशील कुमार नवीन | Leave a Comment सुशील कुमार ‘नवीन’ 90 के दशक में गावों में क्रिकेट खेलने की शुरुआत हुई थी। महंगा खेल था इसलिए चाहे बैट(बल्ला) लाना हो या कॉर्क वाली बॉल। सांझा योगदान देना पड़ता था। ईंटों से विकेट बना लेते थे। पेड , हेलमेट की कोई जरूरत नहीं मानी जाती थी। एकाध को चोट भी लगी तो घर […] Read more » Baba Ramdev arrival in IPL आईपीएल में बाबा का आगमन
व्यंग्य बोतलदास की राफेल कट हेयर कटिंग August 4, 2020 / August 4, 2020 by नवेन्दु उन्मेष | Leave a Comment नवेन्दु उन्मेष आफिस में आज बोतलदास की काफी चर्चा थी। जो भी कार्यालय में दाखिल होता वहउसकी ओर मुखातिब होता और उसके बालों की तारीफ करता। उससे पूछता-बोतलदासतुमने इतनी अच्छी हेयर कटिंग किस सैलून में करायी। कोई पूछता-यार लाकडाउन के दिनों में सरकार ने सैलून बंद कर रखें है तो किस सैलून में गयेथे और […] Read more » राफेल कट हेयर कटिंग
व्यंग्य “चीनी कम” July 16, 2020 / July 16, 2020 by दिलीप कुमार सिंह | Leave a Comment कुछ समय पहले टीवी पर एक इश्तहार आता था जिसमें सब झूम झूम कर कहा करते थे कि “जो तेरा है वो मेरा है जो मेरा है वो तेरा”इस थीम को ध्येय वाक्य बना लिया चीन ने और चौदह देशों से सटी अपनी सीमाओं पर यही फार्मूला अपना लिया और हर तरफ हाथ पांव मारने लगा कि […] Read more » चीनी कम
व्यंग्य चाँद और रोटियां June 23, 2020 / June 23, 2020 by दिलीप कुमार सिंह | Leave a Comment दिलीप कुमार प्रगतिशीलता के पुरोधा,परम्पराओं को ध्वस्त करने वाले कवि करुण कालखंडी जी देश में मजदूरों के पलायन से बहुत दुखी थे ,उन्होंने लाक डाउन के पहले दिन से बहुत मर्माहत करने वाली तस्वीरें और करुणा से ओत प्रोत कविताएं लिखी थीं ।वो सरकार पर बरसते ही रहे थे कि सरकार ने ऐसा क्यों किया ?कोई […] Read more » चाँद और रोटियां
व्यंग्य कोरोना संबंधी ‘ज्ञान वर्षा ‘ से भ्रमित होता आम आदमी June 21, 2020 / June 21, 2020 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment तनवीर जाफ़रीकोरोना महामारी का क़हर लगभग पूरे विश्व में अपना रौद्र रूप धारण किये हुए है। सुखद समाचार यह है कि जहाँ न्यूज़ीलैंड,तंज़ानिया,वेटिकन,फ़िज़ी,मोंटेनेग्रो, सेंट किट्स-नेविस , सेशल्स, तिमोर- लेस्त तथा पापुआ न्यू गिनी जैसे कई देशों ने कोरोना पर क़ाबू पाकर स्वयं को कोरोना मुक्त घोषित कर दिया है वहीं उत्तर कोरिया,तुर्कमेनिस्तान, माइक्रोनेशिया, तुवालु,किरिबाती, नाउरु, मार्शल आइलैंड्, पलाउ, वनुआटू,सोलोमन आइलैंड्स, टोंग जैसे अनेक छोटे परन्तु सौभाग्यशाली देश ऐसे […] Read more » कोरोना संबंधी ज्ञान वर्षा