व्यंग्य हम दिखा देंगे January 2, 2019 / January 2, 2019 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment दिलीप कुमार सिंह चुनाव नजदीक है तो हर कोई देखने-दिखाने की बात कर रहा है ।जनता नेताओं से कह रही है हम तुम्हें दिन में तारे दिखा देंगे और नेता जनता के चरण रज तलाश रहे हैं।मीडिया परेशान है कि सिद्धू ना बोल रहे हैं ना दिख रहे हैं गला खराब हुआ तो क्या तारीफ […] Read more »
व्यंग्य सज्जन है गोट December 26, 2018 / December 26, 2018 by दिलीप कुमार सिंह | Leave a Comment इधर अमिताभ बच्चन अम्बानी की बेटी की शादी में बारातियों को खाना परोसते नजर आए तो केटरिंग सर्विस वालों की बांछे खिल उठीं।लाजपत नगर का एक बंदा कह रहा था कि हम अमिताभ को अपनी बुकिंग में सलाद के टेबल पर बैठाएंगे।कोई उनसे इत्र छिड़कने का तो कोई शादी में आइसक्रीम सर्व करने हेतु अनुबंधित करने […] Read more »
व्यंग्य क्लीन चिट December 20, 2018 / December 20, 2018 by अभिलेख यादव | Leave a Comment दिलीप कुमार अजीब गोरखधंधा है साहब इन विज्ञापनों ने तो बड़ा कन्फ्यूज़ कर दिया ,कमबख्त कहते हैं कि दाग धोने वाले पाउडर ही कहता है कि दाग अच्छे हैं,उधर जीवन के हर क्षेत्र में क्लीन चिट की डिमांड बढ़ रही है ।जिसे देखो क्लीन चिट लिये खड़ा है ,जितने क्लीन चिट की ज़रूरत है उतने […] Read more »
व्यंग्य पहले वाले की दूसरी शादी December 18, 2018 / December 18, 2018 by दिलीप कुमार सिंह | Leave a Comment प्रियंका चोपड़ा का दूसरा विवाह भी मीडिया में कवरेज नहीं पा रहा है उनकी पीआर एजेंसी इस बात से बहुत दुखी है ,प्रियंका और निक जोन्स दोनों के मैनेजर बहुत परेशन हैं कि विवाह नाम के इस जॉइंट वेंचर को इतना फीका रिस्पांस क्यों मिल रहा है जबकि भारत में अमरीका के जॉइंट वेंचर से […] Read more » Deepika Ranveer marraige nick jonas marriage Priyanka Nick marriage पहले वाले की दूसरी शादी
व्यंग्य पहले वाले की दूसरी शादी December 15, 2018 / December 15, 2018 by अभिलेख यादव | 1 Comment on पहले वाले की दूसरी शादी पहले वाले की दूसरी शादी प्रियंका चोपड़ा का दूसरा विवाह भी मीडिया में कवरेज नहीं पा रहा है उनकी पीआर एजेंसी इस बात से बहुत दुखी है ,प्रियंका और निक जोनस दोनों के मैनेजर बहुत परेशन हैं कि विवाह नाम के इस जॉइंट वेंचर को इतना फीका रिस्पांस क्यों मिल रहा है जबकि भारत में […] Read more » Amitabh Bacchan अक्षय कुमार पहले वाले की दूसरी शादी शाहिद कपूर
व्यंग्य ओल्ड इज आलवेज गोल्ड December 11, 2018 / December 11, 2018 by अभिलेख यादव | Leave a Comment दिलीप कुमार सिंह किम जोंग द्वारा अमेरिका से सुलह कर लेने के बाद भारत टीवी चैनल के कर्ता-धर्ता बहुत परेशान थे कि अब कौन सा देश उनसे युध्दनीति की सूचनाएं साझा करेगा और वो अपनी दुनिया को बचाने की योजनाओं पर काम कैसे करेंगे लेकिन भला हो हिंदी फिल्म की तारिकाओं का ,जिन्होंने टीवी चैंनलों […] Read more » अर्थशास्त्र ओल्ड इज आलवेज गोल्ड लेखकवा सुष्मिता
व्यंग्य मोलभाव के उस्ताद November 14, 2018 / November 14, 2018 by विजय कुमार | Leave a Comment विजय कुमार, आप चाहे मानें या नहीं; पर हम भारत वालों को मोलभाव में बहुत मजा आता है। हमारे शर्मा जी की मैडम तो इसमें इतनी माहिर हैं कि पड़ोसिनें जिद करके उन्हें अपने साथ खरीदारी के लिए ले जाती हैं। वे भी इसके लिए हमेशा तैयार रहती हैं, क्योकि आॅटो और चाट-पकौड़ी का खर्च […] Read more » मोलभाव के उस्ताद
व्यंग्य आई .. आई .. सीबीआई ….!! October 29, 2018 / October 29, 2018 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment सीबीआई विवाद पर खांटी खड़गपुरिया तारकेश कुमार ओझा का पंच … तारकेश कुमार ओझा हम समझते थे , कुछ बात है तुममें जरा अलग है हस्ती तुम्हारी … लेकिन यह क्या , यहां भी वही छीनाझपटी और खींचतान की बीमारी वही मैं बड़ा और स्वार्थ का झगड़ा पद, पैसा और पावर का लफड़ा बड़ा शोर […] Read more » आई .. आई .. सीबीआई ....!! खींचतान छीनाझपटी
व्यंग्य अजीब है न लोकतंत्र का ई त्यौहार October 26, 2018 / October 26, 2018 by अभिलेख यादव | Leave a Comment अंकित कुंवर लोकतंत्र का बरसों पुराना त्यौहार नजदीक आ रहा है। यह त्यौहार सियासत के गलियारे में शामिल होने के लिए है। एक मौका है जिसपर चौका लगाना सबकी चाहत। अब तो समझो हम का कहना चाह रहें हैं। ई त्यौहार का नामकरण सोच समझकर फिक्स हुआ है। ‘चुनाव’ नाम है इसका। इस नाम का […] Read more » अजीब है न लोकतंत्र का ई त्यौहार कागज फोटो लोकतंत्र सोशल मीडिया
व्यंग्य पाकिस्तान में शरीफ भैंस September 29, 2018 by विजय कुमार | 1 Comment on पाकिस्तान में शरीफ भैंस – विजय कुमार, किसी समय दूध का अर्थ था, जंगल में चरने वाली देसी गाय का दूध; पर समय बदला, तो दूध कई तरह का हो गया। यों तो हर स्तनपायी मादा के पास अपनी संतानों के लिए दूध होता है; पर गाय, भैंस, जरसी, बकरी, भेड़ या ऊंटनी का दूध मनुष्यों के काम भी […] Read more » पाकिस्तान में शरीफ भैंस क्रिकेट शरीफ मियां सेना प्रमुखों
व्यंग्य सेल ! सेल ! पर एक गजल September 15, 2018 by आर के रस्तोगी | 1 Comment on सेल ! सेल ! पर एक गजल सेल लगाकर दुकानदार,ग्राहकों को आकर्षित करते अधिक है जब ग्राहक दुकान में घुस जाये,उसकी जेब काटते अधिक है देते है जो डिस्काउंट,चीजो की प्राइस बताते अधिक है इस तरह दुकानदार ग्राहकों का,ऊल्लू बनाते अधिक है लालच करना बुरी बला है,उसमे ग्राहक फसते अधिक है जो फस जाते है उसमे,बाद में पछताते बहुत अधिक है सेल […] Read more » दुकानदार ग्राहकों लालच सेल ! सेल ! पर एक गजल
व्यंग्य बदहाल अर्थ व्यवस्था में आखिर क्या करे आदमी ….!! September 14, 2018 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment तारकेश कुमार ओझा कहां राजपथों पर कुलांचे भरने वाले हाई प्रोफोइल राजनेता और कहां बाल विवाह की विभीषिका का शिकार बना बेबस – असहाय मासूम। दूर – दूर तक कोई तुलना ही नहीं। लेकिन यथार्थ की पथरीली जमीन दोनों को एक जगह ला खड़ी करती है। 80 के दशक तक जबरन बाल विवाह की सूली […] Read more » दिल्ली-मुंबई फिजूलखर्ची बदहाल अर्थ व्यवस्था