महत्वपूर्ण लेख लेख अपरिभाषित सेक्यूलरिज्म के जलवे : शंकर शरण November 3, 2011 / December 5, 2011 by शंकर शरण | 6 Comments on अपरिभाषित सेक्यूलरिज्म के जलवे : शंकर शरण हाल में कर्नाटक में स्कूलों में गीता पढ़ाने का एक प्रस्ताव आया। यह बच्चों को नैतिक शिक्षा देने हेतु एक मठ का अनुरोध था, जिसमें सरकार ने केवल स्कूलों को इसके लिए एक घंटा समय देने भर का निर्देश दिया था। इसमें सरकार को कुछ खर्च नहीं करना था। पर इस प्रस्ताव को अदालत में […] Read more » secularism अपरिभाषित सेक्यूलरिज्म के जलवे
महत्वपूर्ण लेख राजनीति माओवाद, आधुनिकतावाद और हिसांचार : जगदीश्वर चतुर्वेदी November 3, 2011 / December 5, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | Leave a Comment आधुनिकतावाद के दो प्रमुख बाईप्रोडक्ट है सामाजिक हिंसा और माओवाद। आधुनिकतावाद की खूबी है कि उसने हिंसा को सहज, स्वाभाविक और अपरिहार्य बनाया है फलतः हिंसा के प्रति घृणा की बजाय उपेक्षा का भाव पैदा हुआ है। हिंसा के हम अभ्यस्त होते चले गए हैं। घरेलू हिसा से लेकर वर्गीय हिंसा तक के व्यापक फलक […] Read more » modern india माओवाद
महत्वपूर्ण लेख समाज सेक्यूलरवाद या जिम्मीवाद : शंकर शरण November 1, 2011 / December 5, 2011 by शंकर शरण | 7 Comments on सेक्यूलरवाद या जिम्मीवाद : शंकर शरण संसद पर आतंकी हमले के मुख्य अपराधी मुहम्मद को फाँसी की सजा से मुक्त करने के लिए जम्मू-कश्मीर विधान सभा प्रस्ताव पास करने वाली थी। अभी भी उस की संभावना बनी हुई है। इस पर भारतीय मीडिया और बुद्धिजीवी वर्ग लगभग मौन रहा। मानो उसे इस से कोई मतलब न हो। कल्पना करें, यदि किसी […] Read more » secularism जिम्मीवाद सेक्यूलरवाद
महत्वपूर्ण लेख समाज मानसिक जातियां -भाग तीन : डॉ. मधुसूदन November 1, 2011 / January 19, 2012 by डॉ. मधुसूदन | Leave a Comment Castes of Mind पर आधारित द्रविडि़यन -आर्यन भेद का धूर्त निर्माता- मिशनरी रॉबर्ट काल्डवेल (१) रॉबर्ट काल्डवेल रॉबर्ट काल्डवेल जब पहले पहल, (१८३८ में ) दक्षिण भारत आया , तब हमारे नये धर्मांतरित ईसाइयों को ”चावल भूखे ख्रिष्टान” (Rice Christians) कहकर शासक (अंग्रेज़ ) भी उनका तिरस्कार किया करते थे। हर वर्ष काल्डवेल अपनी […] Read more » Castes of Mind मानसिक जातियां
महत्वपूर्ण लेख भानुजी और मैं October 27, 2011 / December 5, 2011 by नरेश भारतीय | 3 Comments on भानुजी और मैं पत्रकारिता के गिरते मूल्यों के दौर में भानु जी जैसे श्रेष्ठ पत्रकार को स्मरण करना जीवटता का काम है। भानु जी ने राष्ट्रवादी साप्ताहिक पत्र ‘पांचजन्य’ के संपादक के नाते जन-जन के मन में अमिट छाप छोड़ी। दैनिक समाचार-पत्रों में भी उन्होंने अनेक मुद्दों पर राष्ट्रवादी दष्टिकोण से निर्भीकतापूर्ण लेखनी चलायी। वे राष्ट्रीय और नैतिक […] Read more » Bhanuji भानु प्रताप शुक्ल
महत्वपूर्ण लेख विविधा शक्ति-पूजा का विस्मरण – शंकर शरण October 20, 2011 / December 5, 2011 by शंकर शरण | 26 Comments on शक्ति-पूजा का विस्मरण – शंकर शरण कश्मीर के विस्थापित डॉक्टर कवि कुन्दनलाल चौधरी ने अपने कविता संग्रह ‘ऑफ गॉड, मेन एंड मिलिटेंट्स’ की भूमिका में प्रश्न रखा थाः “क्या हमारे देवताओं ने हमें निराश किया या हम ने अपने देवताओं को?” इसे उन्होंने कश्मीरी पंडितों में चल रहे मंथन के रूप में रखा था। सच पूछें, तो यह प्रश्न संपूर्ण भारत […] Read more » Ritual power शक्ति-पूजा
महत्वपूर्ण लेख प्रवक्ता डॉट कॉम द्वारा लेख प्रतियोगिता का आयोजन October 16, 2011 / April 9, 2014 by संजीव कुमार सिन्हा | 7 Comments on प्रवक्ता डॉट कॉम द्वारा लेख प्रतियोगिता का आयोजन ‘प्रवक्ता डॉट कॉम’ वेब पत्रकारिता का चर्चित मंच व वैकल्पिक मीडिया का प्रखर प्रतिनिधि है। इसकी शुरूआत 16 अक्टूबर, 2008 को हुई थी। ‘प्रवक्ता’ का उद्देश्य है जनसरोकारों से जुड़ी खबरों को लोगों तक पहुंचाना एवं विचारशील बहस को आगे बढ़ाना। विचार पोर्टल प्रवक्ता डॉट कॉम के तीन साल पूरे होने पर एक लेख प्रतियोगिता […] Read more » Pravakta Lekh Competition प्रवक्ता लेख प्रतियोगिता
परिचर्चा महत्वपूर्ण लेख तीन साल का हो गया ‘प्रवक्ता डॉट कॉम’ October 16, 2011 / April 9, 2014 by संजीव कुमार सिन्हा | 26 Comments on तीन साल का हो गया ‘प्रवक्ता डॉट कॉम’ आज 16 अक्टूबर है। इसी दिन सन् 2008 में ‘प्रवक्ता डॉट कॉम’ की शुरुआत हुई थी। सोचा यही था कि मुख्यधारा के मीडिया से ओझल हो रहे जनसरोकारों से जुड़ी खबरों व मुद्दों को प्रमुखता से प्रकाशित करें और उस पर गंभीर विमर्श हो। साथ ही एक अरब से अधिक की जनसंख्या वाले देश की […] Read more » Pravakta.com webmedia प्रवक्ता डॉट कॉम वेब पत्रकारिता वेबमीडिया
महत्वपूर्ण लेख विविधा रामविलास शर्मा और सीताराम गोयल October 12, 2011 / December 5, 2011 by शंकर शरण | 14 Comments on रामविलास शर्मा और सीताराम गोयल शंकर शरण अक्तूबर में दो वैचारिक योद्धाओं का जन्म-दिवस पड़ता हैः डॉ. रामविलास शर्मा (1912-2000) और सीताराम गोयल (1921-2003)। वैयक्तिक जीवन में दोनों ही निःस्वार्थ, सादगी पसंद थे। इस के बाद समानता समाप्त हो जाती है। जहाँ सीताराम जी ने कम्युनिस्ट और इस्लामी राजनीति के कड़वे सत्य को सामने लाने के लिए आजीवन संघर्ष किया, […] Read more » Ramvilas Sharma रामविलास शर्मा सीताराम गोयल
महत्वपूर्ण लेख राजनीति वोट-बैंक राजनीति के पहले शिकार October 9, 2011 / December 5, 2011 by शंकर शरण | 3 Comments on वोट-बैंक राजनीति के पहले शिकार शंकर शरण अच्छा होता कि मोहनदास करमचंद गाँधी की विरासत का सम्यक मूल्यांकन करके उन के विचार व कर्म से दूध और पानी अलग कर के लाभ उठाया जाता। तब उन के महान कार्यों के साथ-साथ भयंकर गलतियों से भी सीख ले कर हम आगे बढ़ सकते थे। किंतु भारी अज्ञान, कांग्रेसी-वामपंथी दुष्प्रचार और राजनीतिक […] Read more » Mahatma Gandhi Vote Bank अल्पसंख्यक तुष्टिकरण महात्मा गांधी वोट बैंक
धर्म-अध्यात्म महत्वपूर्ण लेख इस्लाम और राजनीतिः कुछ सुभाषित October 6, 2011 / December 5, 2011 by शंकर शरण | 1 Comment on इस्लाम और राजनीतिः कुछ सुभाषित समस्या को आँख मिला कर देख लेना भी उपयोगी है। उसमें समाधान की जो माँग है, वही समाधान उत्पन्न करेगी। ( स.ही. वात्स्यायन ‘अज्ञेय’) ————— पाकिस्तान और बंगलादेश इस्लामी खाते का एकाधिकार है। वहाँ और किसी का दावा नहीं। किन्तु भारत संयुक्त खाता है, इसलिए इस का जितना दोहन हो सके, करो। (शिव प्रसाद […] Read more » Islam इस्लाम
महत्वपूर्ण लेख लेख राहुल गाँधी के बयान September 28, 2011 / December 6, 2011 by शंकर शरण | 2 Comments on राहुल गाँधी के बयान शंकर शरण अब विदेशियों को भी राहुल गाँधी से निराशा हो रही है। अमेरिकी कांग्रेस (संसद) की शोध संस्था ने अपनी नई रिपोर्ट में कहा है कि राहुल गाँधी बोलने में प्रायः गड़बड़ा जाते हैं। 94 पृष्ठों की यह रिपोर्ट भारत की स्थिति पर है, और इस में अगले लोक सभा चुनाव के बारे में […] Read more » Rahul Gandhi राहुल गाँधी के बयान