खेत-खलिहान विविधा आफत में अन्नदाता October 14, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भः पंजाब में सफेद मक्खियों का आतंक प्रमोद भार्गव पंजाब में पिछले कुछ दिनों से अन्न्दाताओं द्वारा रेल रोको आंदोलन चलाया जा रहा है। रेल व्यवस्था इसलिए ठप की गई है,क्योंकि पंजाब में एक विशेष प्रजाति की सफेद मक्खी ने ऐसा आतंक मचाया कि कपास की फसल पूरी तरह चौपट हो गई। जबकि अन्नदाताओं ने […] Read more » Featured आफत में अन्नदाता पंजाब में सफेद मक्खियों का आतंक
खेत-खलिहान क्या भारत कृषि प्रधान देश है ? September 19, 2015 by सुरेश हिन्दुस्थानी | 2 Comments on क्या भारत कृषि प्रधान देश है ? सवाल : खेती क्यों छोड़ते जा रहे हैं किसान सुरेश हिंदुस्थानी हमारे देश में हजारों भूमिपुत्र आज भी केवल बारिश के पानी के सहारे खेती करने पर निर्भर रहते हैं। इसके पीछे कारण साफ है वर्तमान में खेती लाभ का धंधा नहीं है। जितनी उपज मिलती है, उसके अनुपात में लागत और मेहनत का आंकलन […] Read more » Featured
खेत-खलिहान बदहाल किसान , बदहाल मराठवाड़ा September 19, 2015 by नीतेश राय | 1 Comment on बदहाल किसान , बदहाल मराठवाड़ा जब अन्नदाता को ही अन्न न मिले तो समझा जा सकता है कि उस देश की विकास यात्रा किस दिशा में जाएगीं . आज हमारा देश विकासशील से विकशित राष्ट्र बनने की तरफ तेजी से कदम बढ़ा रहा है.अतः इन परिस्थितियों में किसान आत्महत्या एक बहुत ही शर्मसार करने वाली घटना है .भारत की अर्थव्यवस्था […] Read more » Featured बदहाल किसान बदहाल मराठवाड़ा मराठवाड़ा
खेत-खलिहान समाज कृषकों की आत्महत्त्याएं कैसे रुकेगी? September 11, 2015 / September 11, 2015 by डॉ. मधुसूदन | 18 Comments on कृषकों की आत्महत्त्याएं कैसे रुकेगी? डॉ. मधुसूदन (एक) कृषकों की आत्महत्त्याओं को घटाने के लिए। प्रायः ६० करोड की कृषक जनसंख्या, सकल घरेलु उत्पाद का केवल १५ % का योगदान करती है। और उसीपर जीविका चलाती है।विचारक विचार करें।अर्थात, भारत की प्रायः आधी जनसंख्या और, केवल १५% सकल घरेलु उत्पाद? बस? जब वर्षा अनियमित होती है, तब इन का उत्पाद […] Read more » Featured how to stop farmers suicide कृषकों की आत्महत्त्याएं
खेत-खलिहान विविधा प्याज के आंसू से सरकार भी हरकत में August 28, 2015 by अशोक “प्रवृद्ध” | Leave a Comment अशोक “प्रवृद्ध” गरीबों के सम्बन्ध में एक कहावत प्रचलित है कि गरीब प्याज और चटनी के साथ रोटी खाकर संतुष्ट हो लेता है, परन्तु इस कहावत को प्याज के निरंतर बढ़ते दाम झूठा साबित करने पर तुलें हैं। देश में गरीब के उसी प्याज की कीमतें पिछले कुछ दिनों में आसमान छूने लगने के […] Read more »
खेत-खलिहान विविधा आत्महत्या की राह पर बदहाल किसान August 15, 2015 by आदर्श तिवारी | Leave a Comment उत्तर प्रदेश के मथुरा में पिछले 17 साल से भटक रहे लगभग पच्चीस हजार किसानों ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को पत्र लिखकर स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सामूहिक आत्महत्या करने की अनुमति मांगी हैl मथुरा गोकुल बैराज पीड़ित किसान लगभग 17 साल से मुआवज़े के लिए भटक रहे हैंl पिछले वर्ष नवंबर में किसानों […] Read more » आत्महत्या की राह पर किसान आत्महत्या की राह पर बदहाल किसान किसान
खेत-खलिहान विविधा दालों की बढती कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए आयात करने का निर्णय July 13, 2015 by अशोक “प्रवृद्ध” | Leave a Comment अशोक “प्रवृद्ध” देश में दालों की उपलब्धता सुनिश्चित करने और कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार 5,000 टन उड़द और 5,000 टन तुअर दाल का आयात करने जा रही हे। उड़द दाल के साथ 5,000 टन तुअर के आयात के लिए सरकार पहले ही निविदा जारी कर चुकी है। उपभोक्ता मामलों के सचिव […] Read more »
खेत-खलिहान विविधा लंगड़ा आम का नामकरण कथा June 22, 2015 by अशोक “प्रवृद्ध” | 1 Comment on लंगड़ा आम का नामकरण कथा अशोक “प्रवृद्ध” यूँ तो प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र बनारस आज भी बहुत-सी चीजों के लिए लोकप्रिय है, मशहूर है, तथापि जिस चीज के लिए वह सारे उत्तर भारत में प्रसिद्ध है, वह है बनारस का लंगड़ा आम, जिसे देखते ही लोगों के मुँह में पानी आ जाता है और वे उसे किसी […] Read more » Featured लंगड़ा आम
खेत-खलिहान किसान और मनरेगा अधिनियम June 13, 2015 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 1 Comment on किसान और मनरेगा अधिनियम –अशोक “प्रवृद्ध”- गोंदल सिंह गाँव का एक लघु कृषक था और अपने गाँव में रहकर खेती एवं पशुपालन करते हुए अपनी आजीविका मजे में चला रहा था। संपन्न नही था फिर भी खुशहाल जीवन जी रहा था। गोंदल सिंह को खेती से बहुत प्यार था और किसान होने पर उसे गर्व था। वह कहता था […] Read more » Featured किसान किसान और मनरेगा अधिनियम मनरेगा मनरेगा अधिनियम
खेत-खलिहान जन-जागरण विविधा अन्नदाताओं की अनदेखी April 24, 2015 / April 24, 2015 by बी.आर.कौंडल | 3 Comments on अन्नदाताओं की अनदेखी राजनितिक दल चाहे कितनी हमदर्दी किसानों के प्रति दिखाएँ लेकिन हकीकत यही है कि किसानों के हितों की सभी सरकारों ने अनदेखी की है | भारत जैसे देश जहाँ पर 70 प्रतिशत लोग प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप में कृषि व्यवसाय से जुड़े हैं, में किसानों की बदहाली भविष्य के लिए भारी आक्रोश का संकेत देता […] Read more » Featured अन्नदाताओं की अनदेखी भूमि-अधिग्रहण अध्यादेश
खेत-खलिहान फसलों की बर्बादी पर मोदी का मरहम April 11, 2015 / April 11, 2015 by आदर्श तिवारी | 9 Comments on फसलों की बर्बादी पर मोदी का मरहम बेमौसम हुए बरसात और ओलावृष्टि से किसानों के फसल बर्बाद हो गए है.किसानों की हालत दिन-ब- दिन दयनीय होती जा रही है.इसपर सक्रियता दिखाते हुए केंद्र सरकार ने एक बड़ी घोषणा की है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बताया कि अब फसलों का नुकसान होने पर किसानो को ढेढ़ गुना मुआवजा दिया जायेगा,तो वहीँ किसानो के लिए राहत […] Read more » Featured आत्महत्या आदर्श तिवारी ओलावृष्टि किसान फसल बर्बाद फसलों की बर्बादी पर मोदी का मरहम हरित क्रांति
खेत-खलिहान प्रायोजित कृषि विनाश या प्राकृतिक आपदा ? April 10, 2015 / April 11, 2015 by डॉ. राजेश कपूर | 1 Comment on प्रायोजित कृषि विनाश या प्राकृतिक आपदा ? पिछले अनेक वर्षों से हम देख रहे हैं कि आंधी, वर्षा, तूफ़ान, ओलावृष्टि बड़े नपे-तुले समय पर होती है.जब वृक्षों-फसलों में फूल, फल बनने का समय होता है तभी आंधी, ओले, तूफ़ान, वर्षा बड़े नियम के साथ अपनी विनाश लीला दिखा देते हैं. जब फसलें पकने व काटने का समय होता है तब भी प्रकृति […] Read more » Featured प्रायोजित कृषि विनाश या प्राकृतिक आपदा ? राजेश कपूर