राजनीति क्या तालिबान का उदय भारत को घेरने की बड़ी साज़िश…? August 19, 2021 / August 19, 2021 by सज्जाद हैदर | Leave a Comment , अंतर्राष्ट्रीय स्तर की कूटनीति जिस प्रकार से अपने पैर पसार रही है वह पूरी तरह से संकेत दे रही है कि इसके पीछे का मकसद क्या है। क्योंकि जिस प्रकार से शतरंज की गोट बिछाई जा रही है वह पूरी तरह से स्पष्ट संदेश दे रही है। क्योंकि विश्व की कूटनीति में […] Read more » Is the rise of Taliban Is the rise of Taliban a big conspiracy to encircle India? taliban a big conspiracy to encircle India? चीन और पाकिस्तान की रणनिति भारत के विरुद्ध तालिबान का उदय
आर्थिकी राजनीति पूंजीवादी अर्थव्यवस्थाओं पर मंडराते खतरों का हल भारतीय दर्शन में है August 19, 2021 / August 19, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment पश्चिमी देशों में उपभोक्तावाद के धरातल पर टिकी पूंजीवादी अर्थव्यवस्थाओं पर आज स्पष्टतः खतरा मंडरा रहा है। 20वीं सदी में साम्यवाद के धराशायी होने के बाद एक बार तो ऐसा लगने लगा था कि साम्यवाद का हल पूंजीवाद में खोज लिया गया है। परंतु, पूंजीवाद भी एक दिवास्वप्न ही साबित हुआ है और कुछ समय […] Read more » capitalist economies. Indian philosophy has the solution to the dangers looming over capitalist economies. भारतीय अर्थशास्त्र में पूंजीवादी अर्थव्यवस्था भारतीय दर्शन
राजनीति विश्ववार्ता तालिबान, शरिया कानून और भारत August 17, 2021 / August 17, 2021 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment : डॉ. मयंक चतुर्वेदी पटकथा लिख चुकी है, अभी सरकार नहीं बनी लेकिन यह तय हो गया है कि प्रारंभ से ही कौन से देश आतंकी तालिबानियों के साथ हैं। इसमें सबसे ज्यादा खतरा यदि किसी मुल्क को है तो वह भारत है और जो देश अफगानिस्तान में बने वर्तमान हालातों में सबसे अधिक लाभ […] Read more » तालिबान शरिया कानून और भारत
राजनीति शिक्षा की दर को बढ़ाने की कवायद August 16, 2021 / August 16, 2021 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग –इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ को भारत सरकार ’आजादी का अमृत महोत्सव’ के तौर पर मना रही है। एक नये आजादी के परिवेश में आगेे बढ़ते हुए हमें शिक्षा के स्तर एवं शिक्षा की दर को बढ़ाने की आवश्यकता है। क्योंकि आज भी भारत में हर चैथा बच्चा स्कूली शिक्षा से […] Read more » Efforts to increase the rate of education शिक्षा की दर को बढ़ाने की कवायद
आर्थिकी राजनीति भारतीय अर्थव्यवस्था V आकार की रिकवरी के साथ ऊंची छलांग लगाने को तैयार August 16, 2021 / August 16, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment कोरोना महामारी की दो लहरों को झेलने के बाद भारत में अर्थव्यवस्था अब धीरे-धीरे पटरी पर आती दिख रही है। भारत में, अप्रैल-मई 2021 के महीनों में महामारी की दूसरी लहर का सामना करने के बाद, जून 2021 में आर्थिक गतिविधियां तेज गति से पुनः प्रारम्भ हो गई हैं, जिसका असर अब जुलाई 2021 माह के आंकड़ों में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। बढ़ती घरेलू एवं अंतर्राष्ट्रीय मांग के कारण कारखानों में कामकाज ने रफ्तार पकड़ी ली है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में कुल कर (प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष) राजस्व 14.24 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो इससे पहले के वित्त वर्ष के मुकाबले पांच प्रतिशत अधिक है, इसके साथ ही भारतीय शेयर बाजार अब एक नए मुकाम पर पहुंच गया है। हाल ही में सेंसेक्स 54 हजार अंक के स्तर को पार कर गया, निफ्टी भी नई ऊंचाई पर कारोबार कर रहा है। भारत का मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) जुलाई 2021 माह में 55.3 रहा है जो माह जून 2021 में देश के अलग-अलग हिस्सों में लोकल लॉकडाउन के कारण 48.1 था। जुलाई 2021 माह में जीएसटी कलेक्शन 1 लाख 16 हजार 393 करोड़ रहा, सालाना आधार पर इसमें 33 फीसदी की वृद्धि आंकी गई है। देश में रोजगार के नए अवसर भी निर्मित होने लगे हैं, विशेष रूप से सूचना तकनीकि क्षेत्र में तो रोजगार के नए अवसरों की बहार आ रही है। कम्पनियों की लाभप्रदता में तेज गति से वृद्धि दृष्टिगोचर है एवं दुपहिया एवं चार पहिया वाहनों की बिक्री में भी लगातार उछाल दिखाई दे रहा है। उक्त सभी संकेत कोरोना महामारी के दौरान लड़खड़ा गई भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी से हो रहे सुधार की ओर साफ इशारा कर रहे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार भी देश की अर्थव्यवस्था में तेजी से स्थिरता आती दिखाई दे रही है और अब यह V आकार के साथ उंची छलांग लगाने को तैयार हो रही है। भारत में विदेशी मुद्रा का भंडार नित नई ऊंचाईयों को छू रहा है और अब यह 62,000 करोड़ अमेरिकी डॉलर […] Read more » Indian economy set to leapfrog with V shaped recovery भारतीय अर्थव्यवस्था
राजनीति लेख भारत की नियति है ‘अखंड भारत’ होना August 13, 2021 / August 13, 2021 by डॉ. पवन सिंह मलिक | 1 Comment on भारत की नियति है ‘अखंड भारत’ होना – डॉ. पवन सिंह ‘मैं रहूं या न रहूं, यह देश रहना चाहिए’ यह पंक्ति प्रत्येक राष्ट्रभक्त भारतवासी का मनोभाव है। इस भाव को चरितार्थ करने के लिए न जाने कितनी ही पीढ़ियों ने अपने आपको इस मातृभूमि पर न्यौछावर कर दिया। अखंड भारत हमारे लिए केवल शब्द नहीं है । यह हमारी श्रद्धा, भाव, देशभक्ति व संकल्पों का अनवरत प्रयास […] Read more » akhand bharat India's destiny is to be Akhand Bharat अखंड भारत
राजनीति आरक्षणः एक तीर, कई निशाने August 13, 2021 / August 13, 2021 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भः संविधान में आरक्षण को लेकर 127वां संशोधन प्रमोद भार्गव आजादी के 74 साल के इतिहास में आरक्षण से ज्यादा किसी अन्य मुद्दे ने देश की राजनीति को प्रभावित नहीं किया। आरक्षण का सबसे अधिक लाभ उठाने वाला पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) सभी राजनीतिक दलों की आंखों का तारा रहा है। मंडल आयोग की सिफारिशें लागू […] Read more » Many Targets through reservation Reservation: One Arrow आरक्षण आरक्षणः एक तीर संविधान में आरक्षण को लेकर 127वां संशोधन
राजनीति भारत विभाजन की त्रासदी अनछुए पहलू August 13, 2021 / August 13, 2021 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment 14 अगस्त विशेष*(डॉ राघवेंद्र शर्मा) कहते हैं आगे बढ़ने के प्रयासों के दौरान पड़ने वाले आराम दायक पड़ावों को मंजिल मान लिया जाए, तो फिर प्रगति के रास्ते अवरुद्ध हो जाते हैं। यही बात भारत की खंड खंड आजादी को संपूर्ण आजादी मान लिए जाने पर लागू होती है। दुर्भाग्य की बात तो यह है […] Read more » Tragedy of Partition of India Untouched Aspects भारत विभाजन की त्रासदी अनछुए पहलू
राजनीति लेख आजादी का अमृत महोत्सव है अनूठा आलेख August 13, 2021 / August 13, 2021 by ललित गर्ग | Leave a Comment स्वतंत्रता दिवस-15 अगस्त, 2021 पर विशेष-ललित गर्ग –इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ को भारत सरकार ’आजादी का अमृत महोत्सव’ के तौर पर मना रही है। 15 अगस्त 1947 को भारत, ब्रिटिश शासन से स्वतंत्र हुआ था। आजादी के 75 साल का ये जश्न 12 मार्च 2021 से शुरू हो चुका है जो 75 […] Read more » 75th anniversary of independence day आजादी का अमृत महोत्सव स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ स्वतंत्रता दिवस-15 अगस्त
राजनीति राजनीति में दाग अच्छे हैं August 12, 2021 / August 12, 2021 by प्रभुनाथ शुक्ल | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल राजनीति में सुचिता का सवाल सबसे अहम मसला है। बेदाग छबि के राजनेता और चरित्र की राजनीति वर्तमान दौर में हासिए पर है। टीवी का वह विज्ञापन भारतीय राजनीति पर सटीक बैठता है कि ‘दाग अच्छे हैं’। देश में यह मुद्दा चर्चा […] Read more » राजनीति में दाग अच्छे हैं
राजनीति क्या यूपी चुनाव में होगा ‘वन टू वन’ मुकाबला August 10, 2021 / August 10, 2021 by संजय सक्सेना | Leave a Comment संजय सक्सेना लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सियासी बिसात गई चुकी है। सभी दलों के नेता बेहद सधे हुए अंदाज में अपनी ‘चाल’ चल रहे हैं। बात चार बड़े दलों की कि जाए तो समाजवादी […] Read more » up election Will there be a 'one to one' contest in the UP elections? यूपी चुनाव
राजनीति लेख आदिवासियों की विरासत सहेजने की जरुरत August 9, 2021 / August 9, 2021 by अरविंद जयतिलक | Leave a Comment -अरविन्द जयतिलक याद होगा गत वर्ष पहले संयुक्त राष्ट्र संघ की ‘द स्टेट आफ द वल्र्डस इंडीजीनस पीपुल्स’ नामक रिपोर्ट में कहा गया था कि मूलवंशी और आदिम जनजातियां भारत समेत संपूर्ण विश्व में अपनी संपदा, संसाधन और जमीन से वंचित व विस्थापित होकर विलुप्त होने के कगार पर है। रिपोर्ट से यह भी उद्घाटित […] Read more » 9 Aug Vishwa Adivasi divas आदिवासियों की विरासत