राजनीति गायत्री मंत्र में राष्ट्रवाद का संदेश और हमारे नेता January 29, 2021 / January 29, 2021 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment 26 जनवरी को जब राष्ट्र अपना 72 वां गणतंत्र दिवस मना रहा था, तब किसान के रूप में राष्ट्र विरोधी शक्तियों ने जो तांडव देश की राजधानी दिल्ली में मचाया वह बहुत ही शर्मनाक था। राष्ट्र विरोधी शक्तियों की सोच थी कि प्रधानमंत्री श्री मोदी इन तथाकथित किसानों पर लाठी प्रहार करवाएं और इनमें से […] Read more » Message of nationalism and our leader in Gayatri Mantra गायत्री मंत्र में राष्ट्रवाद का संदेश
राजनीति व्यंग्य चौथी कसम उर्फ दिल्ली पहुंचकर मारे गये गुलफाम January 28, 2021 / January 28, 2021 by नवेन्दु उन्मेष | Leave a Comment नवेन्दु उन्मेष तीसरी कसम फिल्म का हीरामन अपनी बैल गाड़ी हांकता हुआ किसान आंदोलन मेंशामिल होने के लिए दिल्ली पहुंच गया। उसके दिल्ली पहुंचते ही अन्यकिसानों ने उसका जमकर स्वागत किया। हीरामन से कहा कि अच्छा हुआ हीरामनतुम दिल्ली आ गये। यहां तो सिर्फ बिहार के किसानों की कमी खल रही थी। कुछदलों की ओर […] Read more » दिल्ली पहुंचकर मारे गये गुलफाम हीरामन अपनी बैल गाड़ी हांकता हुआ किसान आंदोलन में
राजनीति गणतंत्र में हिंसक आंदोलन स्वीकार्य नहीं January 28, 2021 / January 28, 2021 by अरविंद जयतिलक | Leave a Comment अरविंद जयतिलक भारत एक संवैधानिक व लोकतांत्रिक देश है। यहां हर नागरिक, संगठन व समुदाय को अपनी बात सकारात्मक ढंग से रखने और जनतांत्रिक तरीके से विरोध व आंदोलन करने का अधिकार है। लेकिन इसका तात्पर्य यह नहीं कि आंदोलन की आड़ में देश की गरिमा और लोकतंत्र की मर्यादा को ही धूल धुसरित कर […] Read more » Violent agitation is not acceptable in the Republic गणतंत्र में हिंसक आंदोलन
राजनीति गांधी, कोविड और बदलता समाज January 28, 2021 / January 28, 2021 by मनोज कुमार | Leave a Comment मनोज कुमारमहात्मा गांधी को प्रति वर्ष उनके जन्म उत्सव 2 अक्टूबर हो या शहीद दिवस 30 जनवरी को स्मरण करने की परम्परा रही है. यह परम्परा उन कारणों से है जिसमें युवा पीढ़ी को गांधी विचार और दर्शन के बारे में बताने और समझाने के लिए होता है. 2021 में जब शहीद दिवस पर गांधीजी […] Read more » Covid and Changing Society Gandhi and Changing Society अंधेरे से आत्मनिर्भरता की ओर कोविड और बदलता समाज
राजनीति किसान आन्दोलन का हिंसक एवं अराजक हश्र January 27, 2021 / January 27, 2021 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग- किसान आन्दोलन तथा विभिन्न विचारों, मान्यताओं के विघटनकारी दलों के घालमेल की राजनीति ने भारत के गणतंत्र को शर्मसार किया। भीड़ वाले आंदोलनों का अब तक का यही इतिहास रहा है कि भीड़ कभी भी अनुशासित तरीके से अपने नेतृत्व की बातें नहीं मानती। इसीलिए राजधानी दिल्ली की सड़कों पर गणतंत्र दिवस पर […] Read more » riots by farmers on republic day किसान आन्दोलन
राजनीति देश का मेहनतकश, सच्चा किसान कभी जयचंद नहीं हो सकता. January 27, 2021 / January 27, 2021 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment किसान आंदोलन की आड़ में 26 जनवरी को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जो कुछ भी हुआ है उसे जायज नहीं करार दिया जा सकता है. कृषि कानूनों के विरोध में गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों का ट्रैक्टर मार्च हिंसक हो गया. कई जगहों पर किसानों और पुलिस के बीच झड़प हुई. पिछले करीब दो […] Read more » farmer riot at red fort ट्रैक्टर रैली लाल किले पर 26 जनवरी के दिन खालिस्तानी झंडा लहराना सच्चा किसान कभी जयचंद नहीं हो सकता
राजनीति जन-मन के बिना ‘गण’तंत्र एक त्रासद विडम्बना January 27, 2021 / January 27, 2021 by मनोज ज्वाला | 1 Comment on जन-मन के बिना ‘गण’तंत्र एक त्रासद विडम्बना मनोज ज्वालाहमारे राष्ट्र-गान में ‘जन-मन’ के बीच में है ‘गण’ । शब्दों के इसक्रम के अपने विशेष निहितार्थ हैं । जन अर्थात जनता को अभिव्यक्त करनेवाला व्यक्ति तथा गण अर्थात व्यक्तियों के संगठन-समूह अथवा उनकेप्रतिनिधि और मन अर्थात इच्छा या पसंद । “ जन-गण-मन अधिनायक जय हे ”अर्थात , जनता के संगठन-सामूह को भाने वाले […] Read more » जन-मन के बिना ‘गण’तंत्र
राजनीति दिल्ली में किसानों का दंगल, शर्मसार लोकतंत्र? January 27, 2021 / January 27, 2021 by प्रभुनाथ शुक्ल | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ला आपसब को बेहतर तरीके से याद होगा भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने एक नारा दिया था ‘जय जवान, जय किसान’। लेकिन दिल्ली में गणतंत्र दिवस के मौके पर यह नारा टूटता, बिखरता और कराहता देखा गया। किसान आंदोलन के […] Read more » Farmers' riots in Delhi shameful democracy दिल्ली में किसानों का दंगल
राजनीति गणतंत्र के लक्ष्य की ओर बढ़ते कदम January 26, 2021 / January 26, 2021 by अरविंद जयतिलक | Leave a Comment अरविंद जयतिलक 26 जनवरी 1950 को भारत ने संसार को एक नए गणराज्य के गठन की सूचना दी। संविधान की भावना के अनुरुप ही भारत एक प्रभुतासंपन्न गणतंत्रात्मक धर्मनिरपेक्ष समाजवादी राज्य बना। देश में संविधान का शासन है और संसद सर्वोच्च है। देश की आजादी के उपरांत हमारा उद्देश्य एक शक्तिशाली, स्वतंत्र और जनतांत्रिक भारत […] Read more » Steps towards the goal of the Republic गणतंत्र के लक्ष्य की ओर बढ़ते कदम
आर्थिकी राजनीति भारत में निवेश को बढ़ावा देने हेतु केंद्र सरकार कर रही है अथक प्रयास January 26, 2021 / January 26, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment कोरोना महामारी के बाद देश की विकास दर में तेज़ी लाना अब केंद्र सरकार के सामने एक मुख्य चुनौती है। विकास दर में तेज़ी लाने के लिए उत्पादों को मांग बढ़ानी होगी जिसके लिए अंततः निजी क्षेत्र एवं सार्वजनिक क्षेत्र में घरेलू एवं विदेशी निवेश को बढ़ाना होगा। देश में निवेश को आकर्षित करने के […] Read more » “ईज़ आफ डूइंग बिज़नेस The Central Government is making relentless efforts to promote investment in India. टैक्स सम्बंधी मुद्दे दिवालियापन के मुद्दों को सुलझाने नया व्यवसाय प्रारम्भ निर्माण कार्य हेतु मंज़ूरी पूंजी बाज़ार में निवेशकों के हित सुरक्षित रखने
राजनीति ऐसे लौटेगा भारत में राम राज्य.. January 26, 2021 / January 26, 2021 by विनोद बंसल | Leave a Comment -विनोद बंसल समान नागरिक संहिता, गौ रक्षा, समान न्याय और निःशुल्क कानूनी सहायता, प्रत्येक व्यक्ति को काम व शिक्षा जैसे अनेक प्रावधान संविधान के नीति निर्देशक तत्वों में वर्णित हैं। किन्तु, इस संबंध में सार्थक पहल चिर-प्रतीक्षित है। इनके अभाव में देश में साम्प्रदायिक उन्माद, कट्टरता व देश विरोधी गतिविधियों को प्रोत्साहन मिलता रहा है। […] Read more » भारत में राम राज्य
राजनीति विधि-कानून भारत का संविधान सबको सामान अधिकार देता है January 25, 2021 / January 25, 2021 by ब्रह्मानंद राजपूत | Leave a Comment गणतंत्र दिवस हर वर्ष जनवरी महीने की 26 तारीख को पूरे देश में देश प्रेम की भावना से ओत-प्रोत होकर मनाया जाता है। भारत के लोग हर साल 26 जनवरी का बेसब्री से इंतजार करते हैं, क्योंकि 26 जनवरी को ही 1950 में भारतीय संविधान को एक लोकतांत्रिक प्रणाली के साथ भारत देश में लागू […] Read more » Constitution of India gives equal rights to all भारत का संविधान