राजनीति स्वामी और माया की लड़ाई में किसको होगा लाभ? June 27, 2016 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment मृत्युंजय दीक्षित जिस समय बसपा नेत्री मायावती पूरे जोर- शोर के साथ सरकार विरोधी लहर के बीच मिशन -2017 की तैयारियों में जुटी हुई थीं और अपने कार्यकर्ताओं को 300 सीटें जीतने का लक्ष्य देकर उनमें उत्साहवर्धन कर रही थीं ठीक उसी समय बसपा के दूसरे सबसे बड़े कददावर नेता और विधानसभा में नेत प्रतिपक्ष […] Read more » Featured बसपानेत्री मायावती स्वामी प्रसाद मौर्य
राजनीति मायावती से दलितों का मोहभंग June 27, 2016 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव सवर्ण नेतृत्व को दरकिनार कर दलित और पिछड़ा नेतृत्व दो दशक पहले इसलिए उभरा था, जिससे लंबे समय तक केंद्र व उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों की सत्ता पर काबिज रही कांग्रेस शिक्षा, रोजगार और सामाजिक न्याय के जो लक्ष्य पूरे नहीं कर पाई थीं, वे पूरे हों। सामंती, बाहूबली और जातिवादी कुच्रक […] Read more » Featured दलितों का मोहभंग मायावती
राजनीति अखिलेश की विकासवादी सोच,जातिवाद सियासत June 26, 2016 / June 26, 2016 by संजय सक्सेना | Leave a Comment अंसारी बंधुओं का सपा के साथ चेप्टर बंद स्ंाजय सक्सेना किसी ने कहा कि यह रूढ़िवादी विचारों पर युवा सोच की जीत है। किसी को लगा कि यह जातिवादी सोच पर विकासवादी सियासत की जीत है। किसी का मानना था, यह बाप-चचा पर बेटे-भतीजे की सियासी बढ़त है। कोई इसे बुराई पर अच्छाई की जीत […] Read more » Featured अखिलेश अखिलेश की विकासवादी सोच जातिवाद सियासत विकासवादी सोच
राजनीति भारत में क्षेत्रीय राजनीतिक दलों की भूमिका June 26, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी प्रस्तावना :- भारत एक प्रजातान्त्रिक देश है । प्रजातान्त्रिक व्यवस्था में जनता द्वारा जनता के कल्याण के लिए एवं जनता द्वारा शासन किया जाता है । प्रजातान्त्रिक शासन प्रणाली में सभी नागरिकों को यह अधिकार होता है किए उनकी आवाज को सुना जाए चाहे वे किसी भी धर्म, जाति, लिंग या क्षेत्र […] Read more » Featured national political parties in india role of religional parties in india क्षेत्रीय दलों का विकास भारत में क्षेत्रीय राजनीतिक दलों की भूमिका राष्ट्रीय दल
राजनीति संतों की दोगली रिपोर्ट June 26, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य महाभारत में संन्यासी के विषय में कहा गया है कि-‘‘जो युक्त चित्त होकर मोक्षोपयोगी कर्म श्रवण, मनन, निदिध्यासन आदि के द्वारा समय व्यतीत करता हुआ निराधार और रूठे काठ की भांति स्थिर रहता है उसको मोक्षरूप सनातन धर्म प्राप्त होता है।’’ ‘‘संन्यासी किसी एक स्थान में आसक्ति न रखे, एक ही ग्राम […] Read more » Featured hindu families away from Kairana Kairana Kandhla कश्मीर की राह पर कांधला कैराना दोगली रिपोर्ट हिन्दू परिवारों को पलायन
आर्थिकी राजनीति आखिर रघुराम राजन को रिजर्व बैंक से विदा करने के मायने क्या हैं June 25, 2016 / June 26, 2016 by शैलेन्द्र चौहान | Leave a Comment शैलेन्द्र चौहान हाल ही में बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने रघुराम राजन की आलोचना की थी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा था कि उन्हें गवर्नर के रूप में दूसरा कार्यकाल ना दें. दरअसल भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी जिस दिन राज्य सभा के सांसद बने, उसी दिन उन्होंने सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी […] Read more » Featured raghuram-rajan-depart-from-the-reserve-bank रघुराम राजन रिजर्व बैंक
राजनीति सपा अखिलेश नहीं, मुलायम की सोच से जीतेगी June 25, 2016 by संजय सक्सेना | Leave a Comment विकास का मुद्दा पीछे छूटा,वोट बैंक की सियासत आगे बढ़ी संजय सक्सेना उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव की आहट ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की भी सोच बदल दी है। चार वर्षो तक विकास का ढिंढोरा पीटने वाले सीएम अखिलेश अब दागी/दबंगों के पक्ष में खड़े नजर आ रहे हैं। जिस अखिलेश को बाहुबली डीपी यादव […] Read more » Featured samajwadi party may win अखिलेश उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव मुलायम की सोच मुलायम की सोच से जीतेगी सपा सपा अखिलेश नहीं
राजनीति भारत का राजधर्म और श्री मोदी June 25, 2016 by राकेश कुमार आर्य | 2 Comments on भारत का राजधर्म और श्री मोदी राकेश कुमार आर्य मनुस्मृति के सातवें अध्याय के दूसरे श्लोक का अर्थ करते हुए महर्षि दयानंद सरस्वती जी महाराज सत्यार्थ प्रकाश में कहते हैं-‘‘जैसा परम विद्वान ब्राह्मण होता है वैसा विद्वान सुशिक्षित होकर क्षत्रिय को योग्य है कि इस सब राज्य की रक्षा न्याय से यथावत करे।’’ अभिप्राय है कि राजा ब्राह्मण के समान ही […] Read more » Featured भारत का राजधर्म श्री मोदी
आर्थिकी राजनीति एफडीआईः आर्थिक सुधार की बड़ी पहल June 23, 2016 / June 23, 2016 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव केंद्र की राजग सरकार ने एक साथ कई बड़े क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी पूंजी निवेश बढ़ाने का जो फैसला किया है, वह अर्थव्यवस्था को गतिशील बनाने की दृष्टि से एक अहम् निर्णय है। लेकिन एफडीआई को अतिरिक्त प्रोत्साहन और उसी के भरोसे अर्थव्यवस्था को धकेलने के उपाय भविष्य में घातक भी साबित हो […] Read more » Featured आर्थिक सुधार की बड़ी पहल एफडीआई
राजनीति गुजरात दंगों का सच June 23, 2016 / June 23, 2016 by वीरेंदर परिहार | Leave a Comment वीरेन्द्र सिंह परिहार वर्ष 2002 में हुए गुजरात दंगों को लेकर अहमदाबाद में गुलबर्ग सोसाइटी में 69 लोगों की हत्या से संबंधित एक अदालत ने फैसला सुनाते हुए 24 लोगों को दोषी घोषित करते हुए शेष अरोपियों को दोषमुक्त कर दिया। 17 जून को उक्त दोषी आरोपियों में 11 को उम्र कैद, 12 को 7 […] Read more » Featured gujarat riots gulberg society case गुजरात दंगों का सच गुलबर्ग सोसाईटी हत्याकाण्ड
राजनीति भारतीय राजनीति में तीसरे मोर्चे की उपादेयता June 23, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी अवसरवादी गठजोड़:- तीसरा मोर्चा का भारत की राष्ट्रीय राजनीति में एक विलक्षण सा अस्तित्व है। भारत में मुख्यतः दो ही प्रमुख राजनीतिक पार्टियां रही हैं। समय- समय पर बाकी दलों ने इकट्ठे होकर मजबूत रूप से एक तीसरा मोर्चा बनाने की कोशिश करते हैं ।कई बार सफल हुआ और कई बार असफल। […] Read more » Featured importance of third front third front in indian politics भारतीय राजनीति भारतीय राजनीति में तीसरे मोर्चे
राजनीति राहुल की ताजपोशी और कांग्रेस की बेचैनी June 23, 2016 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment सुरेश हिन्दुस्थानी देश के सबसे पुराने राजनीतिक दल कांग्रेस में इस समय बेचैनी सा छाई हुई है। इसी बेचैनी के चलते कांग्रेस का केन्द्रीय नेतृत्व अपने राजनीतिक उत्थान के लिए मंथन करता दिखाई दे रहा है। देश के प्रचार तंत्र ने यह साफ संकेत दे दिया है कि राहुल गांधी कांग्रेस प्रमुख की भूमिका में […] Read more » Featured कांग्रेस की बेचैनी राहुल राहुल की ताजपोशी