राजनीति महिलाओं ने दिया सियासत मे बदलाव का संकेत December 22, 2015 by शाहिद नकवी | Leave a Comment राजनीति में महिलाओं को हाशिये पर धकेलने वाले सभी राजनीतिक दलों के लिए साल 2015 मे हुये कई चुनाव के नतीजे एक सबक है।जीवन के हर क्षेत्र मे महिलायें सफलता के शिखर पर पहुंच रही हैं लेकिन अब वह राजनीति जैसे अंजान क्षेत्र मे भी बेबाकी से अवसर तलाश रही हैं ।दरअसल राजनीति मे जमीन […] Read more » Featured महिलाओं ने दिया सियासत मे बदलाव का संकेत
राजनीति जेटली: राजनीतिक अनाड़ीपन December 22, 2015 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | 1 Comment on जेटली: राजनीतिक अनाड़ीपन डा. वेद प्रताप वैदिक मैं एक-दो दिन के लिए विदेश में हूं। यहां न तो दिल्ली के अखबार हैं और न ही अपने सभी टीवी चैनल! इंटरनेट के जरिए जो भी थोड़ी-बहुत खबरें मिल रही हैं, उन्हें जानकर मुझे दुख हो रहा है। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने इतने पैंतरे क्यों बदले हैं? क्या वे केजरीवाल […] Read more » Featured political blunder of jaitely जेटली: राजनीतिक अनाड़ीपन
जन-जागरण राजनीति सीबीआई : साख पर सवाल ? December 20, 2015 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on सीबीआई : साख पर सवाल ? प्रमोद भार्गव दिल्ली सरकार के प्रमुख सचिव राजेंद्र कुमार के कार्यालय एवं घर समेत 14 ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापों के बाद एक बार फिर देश की सबसे बड़ी अनुसंधान संस्था ‘केंद्रीय जांच ब्यूरो‘ नेताओं के निशाने पर है। किसी आला षख्सियत पर छापामार कार्रवाही के समय,हमेशा ऐसा होता है,भले ही सीबीआई हो,प्रवर्तन निदेशालय हो या […] Read more » Featured साख पर सवाल ? सीबीआई
मीडिया राजनीति संतुलन खोते लोकतंत्र के स्तंभ December 19, 2015 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ. वेदप्रताप वैदिक हमारी लोकतांत्रिक शासन-व्यवस्था के चार स्तंभ हैं। विधानपालिका यानी संसद, कार्यपालिका यानी सरकार, न्यायपालिका यानी अदालत और खबरपालिका यानी अखबार और टीवी-रेडियो चैनल! क्या ये चारों स्तंभ अपना-अपना काम सही-सही कर रहे हैं? ये सब काम तो कर रहे हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि उनके काम-काज में कोई बुनियादी कमी […] Read more » Featured संतुलन खोते लोकतंत्र के स्तंभ
राजनीति उत्तर प्रदेश की समाजवादी सरकार की नाकामयाबियां, विवाद एव फज़ीहतें December 18, 2015 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा.राधेश्याम द्विवेदी उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी के दो कार्यकालों को पूरा कर लेने के बाद समाजवादी पार्टी के युवा नेता मा. अखिलेश यादव के अथक प्रचार तथा इसी पार्टी के तीन बार मुख्य मंत्री रहे धरती पुत्र मा. मुलायम सिंह यादव के पुराने कार्यों पर यकीन करते हुए प्रदेश की जनता ने मार्च […] Read more » Featured उत्तर प्रदेश फज़ीहतें विवाद समाजवादी सरकार की नाकामयाबियां
राजनीति अदालती कार्यवाही का सम्मान करे कांग्रेस December 18, 2015 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on अदालती कार्यवाही का सम्मान करे कांग्रेस संदर्भ-नेशनल हेराल्ड मामलाः- प्रमोद भार्गव देश के प्रथम व प्रतिष्ठित राजनीतिक गांधी परिवार की पुत्रवधु सोनिया गांधी और उनके पुत्र राहुल के परिप्रेक्ष्य में कांग्रेस को कोई हंगामा खड़ा करने की बजाय, अदालती कार्यवाही का सम्मान करने की जरूरत है। दरअसल दो हजार करोड़ रुपए के नेशनल हेराल्ड से संबंधित स्वामित्व व परिसंपत्तियों के हस्तांतरण […] Read more » अदालती कार्यवाही का सम्मान करे कांग्रेस
राजनीति झाबुआ के झरोखे से December 18, 2015 by जावेद अनीस | Leave a Comment जावेद अनीस मध्यप्रदेश के इतिहास में दिग्विजय सिंह के बाद शिवराज सिंह चौहान ऐसे दूसरे व्यक्ति बन गये हैं जिन्होंने मुख्यमंत्री के एक दशक पूरा किया है, बीते 29 नवंबर को उन्होंने अपने मुख्यमंत्रित्व काल का 10 साल पूरा कर लिया है। इस दौरान हुए ज्यादातर चुनावों और उपचुनावों में बीजेपी ने अपनी पकड़ ढीली […] Read more » Featured shivraj si ngh chouhan झाबुआ के झरोखे से
राजनीति विधि-कानून अदालत का तमाचा December 18, 2015 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment सर्वोच्च न्यायालय ने उत्तरप्रदेश पर लोकायुक्त थोप कर हमारी शासन व्यवस्था पर करारा तमाचा जड़ दिया है। अपने देश या किसी प्रदेश में लोकपाल या लोकायुक्त नियुक्ति जिन्हें करनी है, वे न कर पाएं और यह काम अदालत को करना पड़े, यह कम शर्म की बात नहीं है। अदालत की तीन चेतावनियों के बावजूद उ.प्र. […] Read more » Featured अदालत का तमाचा
राजनीति केजरीवाल की खुलती पोल December 17, 2015 by मृत्युंजय दीक्षित | 2 Comments on केजरीवाल की खुलती पोल मृत्युंजय दीक्षित फरवरी 2015 में जब से आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री का पदभार संभाला है व उनको जिसप्रकार का बहुमत प्राप्त हुआ है उसके बाद से वह लगातार बेलगाम होतंे जा रहे हंै। दिल्ली सचिवालय मे सीबीआई ने उनके प्रधान सचिव के कार्यालय पर छापा क्या मारा है […] Read more » Featured केजरीवाल की खुलती पोल
राजनीति केजरीवाल का शीर्षासन! December 17, 2015 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | 1 Comment on केजरीवाल का शीर्षासन! दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लाल-पीले होने पर मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ। पहली बात तो यह कि केंद्रीय जांच ब्यूरो ने जो छापा मारा, उसका मुख्यमंत्री से कोई लेना-देना नहीं है। न तो मुख्यमंत्री पर कोई आरोप हैं और न ही उनकी कोई जांच हो रही है। छापा पड़ा है, सिर्फ उनके प्रधान सचिव […] Read more » Featured केजरीवाल का शीर्षासन!
राजनीति क्यों बंधक है देश का संसद? December 17, 2015 by नरेश भारतीय | 2 Comments on क्यों बंधक है देश का संसद? नरेश भारतीय जरा गंभीरता के साथ यह सोचें कि क्या भारतीय लोकतंत्र के अब तक के इतिहास में ऐसा कभी भी हुआ है कि छोटे बड़े किसी भी राजनीतिक नेता ने अपना वाणी संयम खो कर देश के प्रधानमंत्री के लिए ऐसी अभद्र भाषा का प्रयोग किया हो जैसा दिल्ली के वर्तमान मुख्यमंत्री ने पूरी […] Read more » Featured Parliament क्यों बंधक है देश का संसद?
राजनीति केजरीवाल का सच December 16, 2015 / December 17, 2015 by विपिन किशोर सिन्हा | 4 Comments on केजरीवाल का सच हिन्दुस्तान के स्वघोषित सबसे बड़े ईमानदार नेता अरविंद केजरीवाल इतनी जल्दी बेनकाब हो जायेंगे, ऐसी उम्मीद नहीं थी। इतनी जल्दी तो लालू और ए. राजा के चेहरे से भी नकाब नहीं उतरा था। भ्रष्टाचार के खिलाफ बिगुल फूंककर जो व्यक्ति सत्ता में आया, वही भ्रष्टाचार का संरक्षक बन गया। पटना में नीतीश के शपथ ग्रहण […] Read more » Featured केजरीवाल का सच