राजनीति भटकते मुद्दे, जुबानी जंग October 21, 2015 by रवि श्रीवास्तव | Leave a Comment बिहार का विधानसभा चुनाव ने किसी को नही छोड़ा. बाकी सारे राज्यों में रहे चुनावी मुद्दों से अलग यहां चुनाव लड़ा जा रहा है. एक तरफ एडीए अपनी पूरी ताकत झोंक रही है, तो दूसरी तरफ महागठबंधन भी कुछ कम नही है. गौरतलब है इस विधानसभा के चुनाव में भ्रष्टाचार, शिक्षा, सड़क, बिजली, पानी, मंहगाई […] Read more » bihar vidhansabha chunav जुबानी जंग भटकते मुद्दे
राजनीति विधि-कानून समान नागरिक संहिता के पेंच ? October 21, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भः- समान नागरिक संहिता पर सर्वोच्च न्यायालय का राजग सरकार को निर्देश- सर्वोच्च न्यायलय ने एक बार फिर चिंता जताई है कि ‘समान नागरिक संहिता लागू करने की दिशा में केंद्र सरकार का क्या रुख है। अपनी स्पष्ट राय तीन सप्ताह के भीतर न्यायालय के सामने रखे।‘ दरअसल संविधान में दर्ज नीति-निर्देशक सिद्धांत भी […] Read more » Featured समान नागरिक संहिता समान नागरिक संहिता के पेंच ?
राजनीति समाज आरक्षणःअन्याय में बदालता सामाजिक न्याय October 21, 2015 / October 21, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भः- खत्म नहीं होगा आरक्षण- नरेंद्र मोदी प्रमोद भार्गव आरक्षण की पुनर्समीक्षा और आर्थिक आधार पर आरक्षण के मुद्दे पर संघ प्रमुख मोहन भागवत का सुझाव आने के साथ जो बहस छिड़ी थी,उस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह कहकर विराम लगा दिया कि ‘आरक्षण किसी भी सूरत में समाप्त नहीं किया जाएगा। भाजपा के […] Read more » Featured अन्याय में बदलता आरक्षण सामाजिक न्याय
राजनीति सेक्यूलर मतलब, हिंदू विरोधी? October 20, 2015 by डॉ प्रवीण तिवारी | Leave a Comment अपने एक इंटरव्यू के दौरान तस्लीमा नसरीन ने कहा कि ज्यादातर धर्मनिरपेक्ष लोग मुस्लिम समर्थक और हिंदू विरोधी हैं। वे कट्टरपंथियों के कामों की तो आलोचना करते हैं, लेकिन मुस्लिम कट्टरपंथियों के घृणित कामों का बचाव करते हैं। सीधे शब्दों में कहा जाए तो तस्लीमा कहना चाह रही है कि भारत में सेक्यूलर होने का […] Read more » Featured सेक्यूलर मतलब हिंदू विरोधी?
राजनीति समाज पुरस्कार लेने और लौटाने के राजनीतिक मंच पर कम्युनिस्टों का माँस भोज– October 19, 2015 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | 2 Comments on पुरस्कार लेने और लौटाने के राजनीतिक मंच पर कम्युनिस्टों का माँस भोज– डा० कुलदीप चन्द अग्निहोत्री नयनतारा सहगल नेहरु परिवार से ताल्लुक़ रखतीं हैं । अंग्रेज़ी भाषा में पढ़ती लिखती रही हैं । उनके लिखे पर कभी साहित्य अकादमी ने उन्हें पुरस्कार दिया था । पिछले दिनों उन्होंने वह पुरस्कार साहित्य अकादमी को वापिस कर दिया । वैसे तो उम्र के जिस पड़ाव पर नयनतारा सहगल हैं […] Read more » Featured कम्युनिस्टों का माँस भोज नयनतारा सहगल अशोक वाजपेयी पुरस्कार लेने और लौटाने की राजनीति
राजनीति विविधा अच्छी भाजपा कैसे हल करेगी विवादित मुद्दे October 19, 2015 by शाहिद नकवी | Leave a Comment भाजपा में नरेन्द्र मोदी-अमित शाह के युग को करीब डेढ़ बरस बीत गये हैं ।अब भाजपा के मायने मोदी और अमित शाह के हो गया है ।राजनीतिक पंडितों का मानना है कि अटलबिहारी और लालकृष्ण आडवानी अपने दौर मे जितने ताकतवर थे ,ये दोनो उससे भी ज़्यादा ताकतवर हैं ।बदलते दौर की भारतीय राजनीति मे […] Read more » Featured अच्छी भाजपा कैसे हल करेगी विवादित मुद्दे भाजपा कैसे हल करेगी विवादित मुद्दे विवादित मुद्दे
राजनीति विधि-कानून न्यायिक नियुक्ति आयोग की गुत्थी October 19, 2015 by पियूष द्विवेदी 'भारत' | Leave a Comment पीयूष द्विवेदी सभी राजनीतिक दलों द्वारा संसद में एकसुर से पारित किए गए ‘राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग-२०१४’ (एनजेएसी) क़ानून को निरस्त कर सर्वोच्च न्यायालय ने मोदी सरकार को बड़ा झटका दिया है। न्यायालय द्वारा इस क़ानून को असंवैधानिक बताते हुए न केवल निरस्त किया गया बल्कि न्यायाधीशों की नियुक्ति की पुरानी कोलेजियम व्यवस्था को पुनः […] Read more » Featured कोलेजियम व्यवस्था न्यायिक नियुक्ति न्यायिक नियुक्ति आयोग राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग
राजनीति विधि-कानून लोकतांत्रिक स्तंभों में टकराव October 19, 2015 by आदर्श तिवारी | Leave a Comment सुप्रीम कोर्ट नेशुक्रवार को बड़ा फैसला सुनाते हुए सरकार द्वारा गठित राष्ट्रीय न्यायिक न्युक्ति आयोग को असंवैधानिक बताते हुए खारिज कर दिया है तथा इससे संबंधित अधिनियम को भी रदद् कर दिया.केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के जजों की न्युक्ति और तबादले के लिए राष्ट्रीय न्यायिक न्युक्ति आयोग एक्ट का गठन किया […] Read more » Featured लोकतांत्रिक स्तंभों में टकराव
राजनीति ये कैसी राजनीति ? October 19, 2015 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment सुप्रिया सिंह बिहार विधानसभा चुनाव में व्यस्त भाजपा के लिए इस समय उसके सहयोगी ही उसकी परेशानियों का कारण बने हुए है और पार्टी की फजीहत कराने में लगे है। लम्बे समय से गठबंधन में रहे भाजपा और शिवसेना इस समय एक दूसरे पर बयानी वार छोड़ने का काम कर रहे है। महाराष्ट्र विधानसभा […] Read more » ये कैसी राजनीति
टॉप स्टोरी राजनीति पुरस्कार लौटाने का औचित्य समझें October 19, 2015 by मयंक चतुर्वेदी | 1 Comment on पुरस्कार लौटाने का औचित्य समझें डॉ. मयंक चतुर्वेदी इन दिनों साहित्यकारों के पुरस्कार लौटाने के दिन चल रहे हैं, देश के मान्यधान साहित्यकारों को अपने मिले तमगे लौटाते देख लग ऐसा रहा है कि जैसे उनके बीच होड़ लगी है, पहले आप, पहले आप की कि कौन अपने पुरस्कार केंद्रीय सरकार को असफल बताते हुए पहले लौटाता है। आश्चर्य होता […] Read more » Featured पुरस्कार लौटाने का औचित्य समझें
राजनीति समाज गोमांस पर अनावश्यक विवाद October 18, 2015 by विजय कुमार | 1 Comment on गोमांस पर अनावश्यक विवाद हमारा प्रिय भारत देश महान है; पर यहां का मीडिया उससे भी अधिक महान है। जिस समाचार से उनकी प्रसिद्धि बढ़े और विज्ञापन से उनकी झोली भरे, उसे वे सिर पर उठा लेते हैं। यदि खबर दिल्ली के आसपास की हो, तो फिर कहना ही क्या ? याद कीजिये दिल्ली का निर्भया कांड, नौएडा का […] Read more » Featured गोमांस गोमांस पर अनावश्यक विवाद
जन-जागरण राजनीति अनिवार्य नहीं रहा आधार October 18, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव पहचान-पत्र आधार को अनिवार्य करने के मुद्दे पर सर्वोच्च न्यायालय ने केंद्र सरकार को एक बार फिर झटका दिया है। हालांकि केंद्र को मामूली राहत भी मिली है। अब इसका उपयोग स्वैच्छिक रूप से मनरेगा,भविष्यनिधि,पेंशन और जन-धन योजना में किया जा सकेगा। पीडीएस और एलपीजी में सब्सिडी के लिए आधार की मंजूरी न्यायालय […] Read more » Featured अनिवार्य नहीं रहा आधार आधार