राजनीति विश्ववार्ता वियना समझौते के मायने August 4, 2015 by अंकुर विजयवर्गीय | Leave a Comment यदि हम ईरान और अयातुल्ला खुमैनी को जानते हैं, यदि हम रूस, चीन और मध्य-पूर्व एशिया के देशों से ईरान के गहरे रिश्तों को जानते हैं, और यदि हम अमेरिका और यूरोपीय संघ के नेतृत्वकर्ता देशों को जानते हैं, तो यह कहने में हमें कोई हिचक नहीं होगी कि 18 दिनों की लंबी वार्ता के […] Read more » वियना समझौते के मायने
राजनीति क्या सचमुच आतंकवाद का कोई मज़हब नहीं होता? August 4, 2015 by डॉ प्रवीण तिवारी | 2 Comments on क्या सचमुच आतंकवाद का कोई मज़हब नहीं होता? मुंबई धमाकों का गुनहगार फांसी पर चढ़ा दिया गया। भारतीय न्यायव्यवस्था और लोकतंत्र की सुंदरता भी दुनिया के सामने आई। इतने बड़े गुनाह के लिए किसी और मुल्क में पकड़े जाने के बाद ही सरेआम किसी को सजा दे दी जाती लेकिन ये हमारे लोकतंत्र की मजबूती है कि हमारे देश में गुनहगार को […] Read more »
राजनीति स्वार्थी राजनीति का नमूना है संसदीय गतिरोध August 4, 2015 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment मृत्युंजय दीक्षित जैसी की संभावना व आशंका व्यक्त की जा रही थी कि संसद का मानसून सत्र हंगामें की भेंट चढ़ जायेगा ठीक वैसा ही हो रहा है। विदेश यात्रा से लौटकर आने के बाद कांग्रेसी युवराज राहुल गांधी ने कांग्रेस की राजनीति को पटरी पर लाने के लिए मोदी सरकार पर एक के बाद […] Read more » संसदीय गतिरोध स्वार्थी राजनीति का नमूना है
राजनीति भारत-बांग्लादेश भूमि समझौते पर अमल August 4, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment नागरिकता को मिली नई पहचान प्रमोद भार्गव इसी साल जून माह में भारत और बांग्लादेश के बीच हुए भूमि समझौते पर शांतिपूर्ण अमल हो गया। दोनों देशों के 51 हजार नागरिकों को एक देश और उसकी नागरिक पहचान मिल गई है। इस दृष्टि से इन नागरिकों को शनिवार की सुबह उम्मीद की नई किरण के […] Read more » भारत-बांग्लादेश भूमि समझौते
राजनीति कलाम से प्रेम याकूब से घृणा – भारत के दो रूप August 4, 2015 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment गत सप्ताह की दो घटनाओं से भारत के दो सशक्त रूप देखनें को मिले. एक घटना घृणा, विद्रूपता के रूप में आई तो दूसरी में सम्पूर्ण भारत सृजन, निष्ठा और प्रेम को वंदन करता दिखा. इन दो घटनाओं को संयोग कतई नहीं कहा जा सकता, क्योंकि एक घटना में भारत के प्रिय पुत्र, पूर्व राष्ट्रपति, […] Read more » कलाम से प्रेम भारत के दो रूप याकूब से घृणा
राजनीति …. लिपटे रहत भुजंग! August 3, 2015 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on …. लिपटे रहत भुजंग! शोध-प्रबंध : देवेश शास्त्री ‘‘जो रहीम उत्तम प्रकृति, का करि सकत कुसंग। चन्दन विष व्यापत नहीं, लिपटे रहत भुजंग।’’ रहीमदास के इस सूक्ति-परक दोहे को प्रयोग कर नीतीश कुमार चन्दन और विषधर भुजंग के प्रतीकात्मक पात्रों की खोज की जिज्ञासा जगाई, जब खुद (नीतीश कुमार) को चन्दन और सहयोगी (लालू यादव) को भुजंग के […] Read more »
राजनीति भारत कौशल विकास अभियान से बढ़ेंगे रोजगार के अवसर August 3, 2015 by अशोक “प्रवृद्ध” | Leave a Comment अशोक “प्रवृद्ध” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबी हटाओ अभियान के तहत विश्व युवा कौशल दिवस 15 जुलाई को स्किल इंडिया मिशन अर्थात भारत कौशल विकास अभियान की शुरुआत कर भारत में युवा कौशल विकास का न केवल शंखनाद कर दिया है बल्कि संसार को इस बात का अहसास करा दिया है कि संसार के […] Read more » skill develpoment mission बढ़ेंगे रोजगार के अवसर भारत कौशल विकास अभियान
राजनीति न्यायायिक तत्परता पर सवाल ? August 1, 2015 by प्रमोद भार्गव | 3 Comments on न्यायायिक तत्परता पर सवाल ? प्रमोद भार्गव ऐसा शायद देश में पहली बार हुआ है कि मृत्युदंड पाए मानवता के हत्यारे को क्षमा की गुंजाईश टटोलने के लिए आधी रात को सर्वोच्च न्यायालय के कपाट खुले,करीब आधा दर्जन नामचीन वकीलों ने पैरवी की और हत्यारे की सजा बहाल हुई। बावजूद राजनेता और चंद बुद्धिजीवी विधायिका,न्यायपालिका और कार्यपालिका को कठघरे में […] Read more »
मीडिया राजनीति देश को क्यों बांट रहा है मीडिया August 1, 2015 by संजय द्विवेदी | 3 Comments on देश को क्यों बांट रहा है मीडिया कलाम हों रोलमाडल या मेमन सोचना होगा -संजय द्विवेदी काफी समय हुआ पटना में एक आयोजन में माओवाद पर बोलने का प्रसंग था। मैंने अपना वक्तव्य पूरा किया तो प्रश्नों का समय आया। राज्य के बहुत वरिष्ठ नेता, उस समय विधान परिषद के सभापति रहे स्व.श्री ताराकांत झा भी उस सभा में थे, उन्होंने मुझे […] Read more » देश मीडिया
राजनीति आतंकी याकूब को फांसी न्याय की जीत July 31, 2015 by मृत्युंजय दीक्षित | 1 Comment on आतंकी याकूब को फांसी न्याय की जीत मृत्युंजय दीक्षित 1993 में हुए मुम्बई में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के आरोपी याकूब मेमन को आखिरकार 22 साल बाद फांसी हो ही गयी। इससे उन लोगों को वास्तविक इंसाफ मिला है जो कि इन बम धमाकों के शिकार हो गये थे। इन धमाकों में 257 लोग मारे गये थे व कम से कम […] Read more » आतंकी याकूब को फांसी न्याय की जीत
राजनीति याकूब मेमन के फांसी पर सियासत July 31, 2015 by विकास कुमार गुप्ता | 1 Comment on याकूब मेमन के फांसी पर सियासत याकूब मेमन को भारतीय सर्वोच्च न्यायालय ने फांसी दी है और यहां तक की राष्ट्रपति द्वारा भी मेनन के याचिका को ठुकराया जा चुका था। ऐसे में अगर मेनन को फांसी की सजा होती है तो इसमें उस व्यक्ति को बोलने का कतई अधिकार नहीं जो कानून और साक्ष्य के प्रति अपरिचित हो। उच्च न्यायालय […] Read more » फांसी पर सियासत याकूब मेमन के फांसी पर सियासत
राजनीति असरदार और ताकतवर ढंग से जवाब चाहता है पाकिस्तान July 31, 2015 by शिवदेव आर्य | Leave a Comment शिवदेव आर्य भारत एक शान्तिप्रिय व सद्व्यवहार को बढ़ावा देने वाला देश है। जो प्रति क्षण प्रत्येक की उन्नति में स्वयं की उन्नति को स्वीकार करता है। शायद इसी कारण से भारत की ओर से पाकिस्तान के साथ दोनों देशों में शान्ति बनायें रखने के लिए वार्ता करने की कोशिश की जाती रही है। लिखित […] Read more » असरदार और ताकतवर ढंग से जवाब पाकिस्तान