राजनीति ये लड़ाई है दीए और तूफान की… December 30, 2010 / December 18, 2011 by श्रीराम तिवारी | 12 Comments on ये लड़ाई है दीए और तूफान की… श्रीराम तिवारी विगत सप्ताह छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की एक अदालत ने जिन तीन लोगों को नक्सलवादियों का समर्थक होने के संदेह मात्र के लिए आजीवन कारावास जैसी सजा सुनाई उसकी अनुगूंज बहुत दूर तक बहुत लम्बे समय तक सुनाई देती रहेगी. डॉ विनायक सेन, नारायण सान्याल और पीयूष गुहा कितने बड़े खूंखार हैं? उनसे […] Read more » Vinayak Sen डॉ. विनायक सेन
राजनीति लोकतंत्र की मरम्मत भीतर से ही हो सकती है, उसे बुलडोजर से ढहाकर नहीं December 30, 2010 / December 18, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on लोकतंत्र की मरम्मत भीतर से ही हो सकती है, उसे बुलडोजर से ढहाकर नहीं सुनील कुमार डॉ. विनायक सेन को मिली उम्र क़ैद ने देश और दुनिया के बहुत से सामाजिक आंदोलनकारियों को हिला कर रख दिया है और छत्तीसगढ़ के एक जिले की अदालत के इस फ़ैसले को बहुत से क़ानूनी जानकार ख़ारिज़ ही कर दे रहे हैं कि यह एक कमज़ोर फ़ैसला है। क़रीब सौ पेज के […] Read more » Vinayak Sen डॉ. विनायक सेन माओवाद लोकतंत्र
राजनीति बीच बहस में डॉ. विनायक सेन December 30, 2010 / December 18, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on बीच बहस में डॉ. विनायक सेन प्रदीप चन्द्र पाण्डेय यह एक ऐसा समय है जब विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के साथ ही खबरपालिका पर भी उंगलियां उठ रही है। देश में न्यायालय के फैसलों का सम्मान होता रहा है, निर्णय किसी के पक्ष और किसी के विपक्ष में होता ही है। सौभाग्य यह कि न्यायपालिका स्वयं अवसर प्रदान करती है कि […] Read more » Vinayak Sen डॉ. विनायक सेन नक्सलवाद माओवाद
राजनीति अच्छा तो तुम वामपंथी नहीं हो? यानी कि दक्षिण पंथी हो? December 30, 2010 / December 18, 2011 by राजीव रंजन प्रसाद | 4 Comments on अच्छा तो तुम वामपंथी नहीं हो? यानी कि दक्षिण पंथी हो? राजीव रंजन प्रसाद इस बात को साल भर से अधिक हो गया। मैंने बस्तर में जारी नक्सलवाद के खिलाफ किसी लेख में टिप्पणी की थी। उस दिन मेरे नाम को इंगित करते हुए एक पोस्ट “मोहल्ला” ब्लॉग पर डाली जिसका शीर्षक था – “बस्तर के हो तो क्या कुछ भी कहोगे?” और लिंक – इस […] Read more » Naxalism नक्सलवाद बस्तर माओवाद
राजनीति साम्यवाद का बिगड़ैल पुत्र है नक्सलवाद ! December 30, 2010 / December 18, 2011 by पवन कुमार अरविन्द | 5 Comments on साम्यवाद का बिगड़ैल पुत्र है नक्सलवाद ! पवन कुमार अरविंद दुनिया की कोई भी विचारधारा हो, यदि वह समग्र चिंतन पर आधारित है और उसमें मनुष्य व जीव-जंतुओं सहित सभी प्राणियों का कल्याण निहित है; तो उसको गलत कैसे ठहराया जा सकता है। इस पृथ्वी पर साम्यवाद एक ऐसी विचारधारा है जिसके संदर्भ में गभीर चिंतन-मंथन करने से ऐसा प्रतीत होता है […] Read more » Naxalism डॉ. विनायक सेन नक्सलवाद
राजनीति गृहमंत्री पी. चिदम्बरम का माओवादी प्रेम December 30, 2010 / December 18, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | Leave a Comment जगदीश्वर चतुर्वेदी पश्चिम बंगाल में केन्द्रीय गृहमंत्री पी.चिदम्बरम का असली खेल सामने आ गया है। खासकर माओवादियों के संदर्भ में हम पहले भी कईबार लिख चुके हैं कि कांग्रेस का माओवादियों के प्रति याराना है। इसबार कुछ बात ही अलग है। असल में माओवादी हिंसाचार और आतंक देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती है। लेकिन […] Read more » Home Minister पी.चिदम्बरम माओवाद
राजनीति कॉमरेडों का फिजूल रोदन December 29, 2010 / December 18, 2011 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | 6 Comments on कॉमरेडों का फिजूल रोदन डॉ. वेदप्रताप वैदिक अदालत को बिनायक सेन के बारे में जितनी बातें मालूम पड़ी हैं, वे सब ऊंट के मुंह में जीरे के समान हो सकती हैं। असली बातों तक वे बेचारे पुलिसवाले क्या पहुंचेंगे, जो इंडियन सोशल इंस्टीट्यूट को आईएसआई समझ लेते हैं। वे गुस्से से लबालब हों तो हैरत नहीं होनी चाहिए, क्योंकि […] Read more » Maoist माओवाद विनायक सेन
राजनीति ममता के पांच काल्पनिक मिथ और यथार्थ December 29, 2010 / December 18, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | Leave a Comment जगदीश्वर चतुर्वेदी ममता बनर्जी को मिथ बनाने की आदत है वह उनमें जीती हैं। ममता बनर्जी निर्मित पहला मिथ है माकपा शैतान है। दूसरा मिथ है मैं तारणहार हूँ। तीसरा मिथ है माओवादी हमारे बंधु हैं। चौथा मिथ है हिंसा का जवाब प्रतिहिंसा है और पांचवां मिथ है ‘हरमदवाहिनी’। इन पांचों मिथों का वास्तविकता से […] Read more » mamta benerjee ममता बनर्जी माकपा
राजनीति राजनीतिक दलों के अर्थहीन होते अधिवेशन December 29, 2010 / December 18, 2011 by पंकज चतुर्वेदी | Leave a Comment पंकज चतुर्वेदी वो गुजरे जमाने की बात है, जब राजनीतिक दल और राजनेताओं को देश में सम्मान की नज़रों से देखा जाता था। मुंबई आतंकी हमले के बाद से राजनेता नाम के इस जीव की सामाजिक साख और घटी है, व दिनों–दिन और घटती ही जा रही है। इस सब के लिए भारत के राजनेता […] Read more » Political parties राजनीतिक दलों
राजनीति कांग्रेस की स्थापना का सच December 28, 2010 / December 18, 2011 by सत्येन्द्र सिंह 'भोलू' | 4 Comments on कांग्रेस की स्थापना का सच सत्येन्द्र सिंह भोलू ’28 दिसम्बर, 1885′ को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना अवकाश प्राप्त आई0सी0एस0 अधिकारी स्कॉटलैंड निवासी ऐलन ओक्टोवियन ह्यूम (ए0ओ0ह्यूम) ने थियोसोफिकल सोसाइटी के मात्र 72 राजनीतिक कार्यकर्ताओं के सहयोग से इसकी नींव रखी थी। अखिल भारतीय स्तर पर राष्ट्रवार की पहली सुनियोजित अभिव्यक्ति थी। आखीर इन 72 लोगो ने कांग्रेस की स्थापना […] Read more » Congress कांग्रेस
राजनीति कांग्रेस के लिए परीक्षा की घड़ी December 28, 2010 / December 18, 2011 by रामबिहारी सिंह | Leave a Comment रामबिहारी सिंह वर्तमान हालातों को देखते हुए कांग्रेस एक बार फिर अपना ही पुराना इतिहास दोहराने की राह पर खड़ी है। एक दौर था सत्तार के दशक का। जब कांग्रेस में इंदिरा गांधी सत्ता में थीं और उस दौरान भी भ्रष्टाचार का मुद्दा इतना गरमाया कि उनके खिलाफ छात्रों को आंदोलन करना पड़ा था। आखिरकार […] Read more » Soniya Gandhi कांग्रेस राहुल गांधी सोनिया गांधी
राजनीति विनायक सेन को मिली सजा का भाव समझिए December 27, 2010 / December 18, 2011 by नीरज कुमार दुबे | 3 Comments on विनायक सेन को मिली सजा का भाव समझिए नीरज कुमार दुबे राजद्रोह के आरोप में डॉ. विनायक सेन और उनके दो साथियों को मिली उम्रकैद की सजा सही है या गलत, इसका निर्णय तो ऊपरी अदालत करेगी लेकिन छत्तीसगढ़ की स्थानीय अदालत ने अपने फैसले से उन लोगों को कड़ा संदेश दे दिया है जो जन सेवा की आड़ में अपने को कानून […] Read more » Vinayak Sen विनायक सेन