बच्चों का पन्ना समाज मासूम बचपन का शोषण एवं उत्पीडन September 5, 2015 / September 5, 2015 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment अभी चंद दिन पहले दिल्ली के लगभग सभी अखबारों में यह दुखद खबर छपी कि एक पंद्रह वर्षीय छात्र, शुभम जिंदल जो कृष्णा मॉडल स्कूल में नवीं कक्षा में पढ़ते थे, को उसी के दो सहपाठियों ने लकड़ी के एक मजबूत डंडे से सिर पर लगातार वार करते हुए पहले बुरी तरह घायल क्या और […] Read more » Featured मासूम बचपन का शोषण एवं उत्पीरण
जन-जागरण विधि-कानून समाज अब समान नागरिक संहिता लागू करने का सही समय September 4, 2015 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment मृत्युंजय दीक्षित आजकल बिहार विधानसभा चुनावों का दौर चल रहा है। बिहार के चुनावों में जातिगत मुददा हावी है इसी बीच केंद्र सरकार ने धर्म आधारित जनगणना के आंकड़ों को बेहद शांत तरीके से जारी कर दिये हैं जिसके बाद जनमानस में एक नयी बहस को भी जन्म दे दिया है। इन आंकड़ों को देखकर […] Read more » समान नागरिक संहिता
शख्सियत समाज भारतीय शिक्षा जगत को नयी दिशा देने वाले – डा. राधाकृष्णन् September 4, 2015 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment 5 सितम्बर शिक्षक दिवस पर विशेषः- मृत्युंजय दीक्षित भारतीय शिक्षा जगत को नई दिशा देने वाले डा. राधाकृष्णन का जन्म दक्षिण मद्रास में लगभग 60 किमी की दूरी पर स्थित तिरूतनी नामक छोटे से कस्बे में 5 सितम्बर सन 1888 ई. को सर्वपल्ली वीरास्वामी के घर पर हुआ था। उनके पिता वीरास्वामी जमींदार की कोर्ट […] Read more » Featured डा. राधाकृष्णन् भारतीय शिक्षा जगत को नयी दिशा देने वाले
जन-जागरण विविधा समाज समाज में संस्कार गढने वाला गुरू समाज में सम्मान को तरसता September 4, 2015 / September 5, 2015 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on समाज में संस्कार गढने वाला गुरू समाज में सम्मान को तरसता 5 सितम्बर को एक बार फिर सारा देश भारत के पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली डां. राधाकृष्णन का जन्मदिवस शिक्षक दिवस के रूप में मनाने जा रहा है। महर्षि अरविंद ने शिक्षकों के संबंध में कहा है कि शिक्षक राष्ट्र की संस्कृति के चतुर माली होते हैं। वे संस्कारों की जड़ों में खाद देते हैं और […] Read more » Featured
जरूर पढ़ें समाज कामवासना की अमूल्य ऊर्जा September 4, 2015 / September 4, 2015 by डॉ. राजेश कपूर | 49 Comments on कामवासना की अमूल्य ऊर्जा कामवासना की अमूल्य ऊर्जा-१ आधुनिक समाज, चिकित्सकों और वैज्ञानिकों में यह विचार गहरी जड़े जमा चुका है कि शुक्र रक्षा या ब्रह्मचर्य का पालन करना शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लियें हानिकारक है। वीर्य रक्षा तथा ब्रह्मचर्य अज्ञानता है, धार्मिक अंधविश्वास है और पिछड़ेपन की बात है। आधुनिकता से इस पिछड़े अंधकार युग के विचारों […] Read more » Featured कामवासना की अमूल्य ऊर्जा
राजनीति समाज अधिकार नहीं ज़रूरत बने आरक्षण व्यवस्था September 3, 2015 / September 3, 2015 by निर्मल रानी | Leave a Comment निर्मल रानी हमारे देश में नौकरी,पदोन्नति,शिक्षण संस्थाओं में दाख़िला तथा संसदीय निर्वाचन व्यवस्था जैसे और भी कई क्षेत्रों में लागू की गई जाति आधारित आरक्षण व्यवस्था को लेकर देश में कई बार हालात बेक़ाबू होते देखे गए हैं। कभी आरक्षण के पक्षधर आरक्षण की मांग को लेकर या आरक्षण का प्रतिशत बढ़ाने अथवा इसे लागू […] Read more » Featured अधिकार नहीं ज़रूरत बने आरक्षण व्यवस्था
जन-जागरण समाज मृतक श्राद्ध विषयक भ्रान्तियां: विचार और समाधान September 1, 2015 / September 1, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment हिन्दू समाज आज कल अन्धविश्वासों का पर्याय बन गया है। श्राद्ध शब्द को पढ़कर धर्म-कर्म में रूचि न रखने वाला एक अल्प ज्ञानी सामान्य व्यक्ति भी समझता है कि श्राद्ध अवश्य ही श्रद्धा से सम्बन्ध रखता है। जिस प्रकार से देव से देवता शब्द बनता है उसी प्रकार से श्रद्धा से श्राद्ध बनता है। श्रद्धा […] Read more » Featured मृतक श्राद्ध
समाज समग्र जनसंख्या नीति की जरूरत – प्रमोद भार्गव August 31, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment 2011 की जनसंख्या के धर्म आधारित आंकड़े आ गए हैं । आंकड़ों के मुताबिक हिंदुओं की आबादी सर्वाधिक 96.63 करोड़ है। बावजूद इसके यह पहला अवसर है जब उनकी जनसंख्या का प्रतिशत कुल आबादी में 80 प्रतिशत से कम हुआ है। 2001 की तुलना में उनकी वृद्धि दर भी 0.7 प्रतिशत घटी है। दूसरी तरफ […] Read more » Featured
वर्त-त्यौहार विविधा समाज इतिहास के आइने में रक्षाबंधन का पर्व August 28, 2015 / August 29, 2015 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग रक्षाबंधन हिन्दुओं का प्रमुख त्यौहार है। श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाने वाला यह त्यौहार भाई बहन के प्यार का प्रतीक है। सात्विकता एवं पवित्रता का सौंदर्य लिए यह त्यौहार सभी जन के हृदय को अपनी खुशबू संवेदनाओं से महकाता है। इस दिन सभी बहने अपने भाइयों की कलाई पर […] Read more »
विविधा समाज इलाहाबाद उच्च न्यायालय के शिक्षा संबंधी फैसले की पूरे देश को ज़रूरत August 23, 2015 by तनवीर जाफरी | 3 Comments on इलाहाबाद उच्च न्यायालय के शिक्षा संबंधी फैसले की पूरे देश को ज़रूरत तनवीर जाफऱी हमारे देश की लगभग सभी सरकारें व सभी राजनैतिक दलों के नेता प्राय: गला फाड़-फाड़ कर यह चीख़ते-चिल्लाते दिखाई देते हैं कि ‘हमारे देश के बच्चों को शिक्षा के समान अवसर मिलने चाहिए तथा सभी को शिक्षा का समान अधिकार होना चाहिए’। परंतु ऐसी लोकलुभावनी बातें करने वाले देश के किसी भी नेता […] Read more »
समाज विक्षिप्त होते हम August 23, 2015 by अरुण तिवारी | Leave a Comment पागल भी कर सकता है आबादी का यह बोझ आबादी का असंतुलित और अधिक घनत्व सिर्फ गरीबी, बेरोजगारी और मारामारी ही नहीं लाता; यह लोगों को विक्षिप्त भी बना सकता है। ओशो चिंतित थे कि भोजन तो जुटाया जा सकेगा, लेकिन भीङ बढने के साथ आदमी की आत्मा कहीं खो तो नहीं जायेगी ? इस […] Read more »
समाज हस्तकरघा क्षेत्र के द्वारा स्वदेशी को प्रश्रय देने की कोशिश August 21, 2015 / August 21, 2015 by अशोक “प्रवृद्ध” | 1 Comment on हस्तकरघा क्षेत्र के द्वारा स्वदेशी को प्रश्रय देने की कोशिश स्वाधीनता संग्राम के दौरान वर्ष 1905 में 7 अगस्त को स्वदेशी आंदोलन की शुरुआत की गई थी। भारत सरकार ने इसी की याद में 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के रुप में घोषित किया है। हस्तकरघा क्षेत्र के द्वारा स्वदेशी को प्रश्रय देने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 अगस्त शुक्रवार […] Read more »