टॉप स्टोरी सॉफ्ट स्टेट ने दिया हार्ड मैसेज November 21, 2012 / November 21, 2012 by डॉ0 आशीष वशिष्ठ | 1 Comment on सॉफ्ट स्टेट ने दिया हार्ड मैसेज डॉ. आशीष वशिष्ठ 26/11 हमले के गुनहगार आमिर अजमल कसाब को आखिरकर फांसी देकर भारत ने पूरी दुनिया को हार्ड मैसेज भेजा है कि उसे सॉफ्ट स्टेट न समझा जाए, वक्त आने पर वो कड़े कदम और फैसले लेने में पूरी तरह सक्षम और समर्थ है. असल में आंतकवाद के प्रति ढुलमुल रवैये और लचर […] Read more » अजमल कसाब कोफांसी
टॉप स्टोरी राजनीति अब करिश्मे की उम्मीद किससे करेगी साहेब ! November 21, 2012 / November 21, 2012 by निरंजन परिहार | 1 Comment on राजनीति अब करिश्मे की उम्मीद किससे करेगी साहेब ! निरंजन परिहार बाला साहेब ठाकरे। हिंदू हृदय सम्राट। हमेशा अगल अंदाज। बिल्कुल अलग बयान। जो जी में आया, वह बोल दिया। हर बयान पर बवाल और हर बवाल पर देश भर में व्यापक प्रतिक्रिया। फिर भी अपने कहे पर किसी भी तरह का कोई मलाल नहीं। कह दिया तो कह दिया। चाहे कितना भी विरोध […] Read more » bala saheb thackerey
टॉप स्टोरी दुर्भाग्य के दावानल में भी दर्द को दरकिनार करता मीडिया November 21, 2012 / November 21, 2012 by निरंजन परिहार | Leave a Comment निरंजन परिहार ‘मातोश्री’ से इससे पहले ट्रक पर सवार होकर बाला साहेब कभी नहीं निकले। पर 18 नवंबर को रविवार की सुबह जब निकले तो दोबारा कभी नहीं लौटने के लिए निकले थे। फूलों से लदे थे। सदा के लिए सोए थे। तिरंगे में लिपटे थे। और यह तो निर्विकार किस्म का निपट संयोग ही […] Read more » bala saheb thackerey
टॉप स्टोरी मलाला को मुस्लिम सपोर्ट तालिबानी सोच के अंत की शुरूआत ? November 19, 2012 / November 19, 2012 by इक़बाल हिंदुस्तानी | 2 Comments on मलाला को मुस्लिम सपोर्ट तालिबानी सोच के अंत की शुरूआत ? इक़बाल हिंदुस्तानी पाकिस्तान ही नहीं पूरी दुनिया का बहुमत कट्टरपंथ के खिलाफ़! पाकिस्तान की बहादुर बच्ची मलाला यूसुफज़ई की जान तालिबान के जानलेवा हमले के बाद बच गयी यह अपने आप में एक लड़की का ज़िंदा रहना या मर जाना ही नहीं है बल्कि यह बराबरी की एक सोच का दूसरी कट्टर सोच पर जीत […] Read more » मलाला को मुस्लिम सपोर्ट
टॉप स्टोरी व्यंग्य नौकरी के नौ सिद्धान्त – अशोक खेमका के नाम एक खुला पत्र October 25, 2012 / October 25, 2012 by विपिन किशोर सिन्हा | 6 Comments on नौकरी के नौ सिद्धान्त – अशोक खेमका के नाम एक खुला पत्र विपिन किशोर सिन्हा प्रिय खेमका जी, हमेशा खुश रहिए। दिनांक १६ अक्टुबर के पहले न मैं आपको जानता था और न आप मुझे। लेकिन अब तो मैं ही क्या सारा हिन्दुस्तान आपको जान गया है। मुझे जानने की आपको कोई जरुरत नहीं। वैसे भी नौकरशाही के शीर्ष पर बैठे किसी भी अधिकारी को अपने से […] Read more » नौकरी के नौ सिद्धान्त
टॉप स्टोरी निजता में दखलअंदाजी October 25, 2012 / October 25, 2012 by सतीश सिंह | 1 Comment on निजता में दखलअंदाजी केंद्रीय सूचना आयुक्तों के सातवें सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह ने सूचना का अधिकार (आरटीआर्इ) कानून के बढ़ते दुरुपयोग पर चिंता जतार्इ है। डा सिंह का मानना है कि इस कानून का गलत तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा है। लोकहित के नाम पर आजकल लोग निरर्थक, बेमानी और निजी सूचनाओं […] Read more » RTI
टॉप स्टोरी तालिबानों पर होती लानतों की विश्वव्यापी बौछार October 21, 2012 / October 21, 2012 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment तनवीर जाफ़री वैसे तो दुनिया के किसी भी देश में तालिबानों को समर्थन दिए जाने,उनके साथ सहयोग करने अथवा उनकी दरिंदगी की प्रशंसा करने की बात देखी व सुनी नहीं गई। चूंकि उनका काम ही आतंक फैलाना,बेक़ुसूरलोगों को मारना,धार्मिक उन्माद फैलाना, इस्लाम के नाम पर आत्मघाती दस्ते तैयार करना तथा आत्मघाती हमले कराना,मंदिर-मस्जिद,गुरुद्वारों, दरगाहों व […] Read more » taliban
जन-जागरण टॉप स्टोरी राष्ट्रीय जमाता – वाड्रा बाबू October 19, 2012 / October 19, 2012 by विपिन किशोर सिन्हा | 3 Comments on राष्ट्रीय जमाता – वाड्रा बाबू विपिन किशोर सिन्हा भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है। यहां अपने-अपने धर्म की रीति और परंपराओं के अनुसार जीने का हर नागरिक को अधिकार है। अपने देश में जमाता को विशेष दर्ज़ा मिला हुआ है। विवाह के पूर्व भी वह दान-दक्षिणा, जिसे मूर्ख लोग दहेज कहते हैं, लेता है और विवाह के पश्चात भी जीवन भर […] Read more » robert vadhra
टॉप स्टोरी विज्ञान के क्षेत्र में पिछड़ता देश October 8, 2012 / October 8, 2012 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment • संदर्भ :- प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने औधौगिक अनुसंधान परिषद के 70वें स्थापना दिवस के अवसर पर जतार्इ चिंता प्रमोद भार्गव प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह ने एक बार फिर यह चिंता जतार्इ है कि भारत विज्ञान एवं वैज्ञानिक अनुसंधान के क्षेत्र में लगातार पिछड़ रहा है। बीते दो दशक में यह स्थिति बदतर हाल में […] Read more » विज्ञान के क्षेत्र में पिछड़ता देश
टॉप स्टोरी राबर्ट लीला के फेर में टीम केजरीवाल October 8, 2012 / October 8, 2012 by सिद्धार्थ शंकर गौतम | 1 Comment on राबर्ट लीला के फेर में टीम केजरीवाल सिद्धार्थ शंकर गौतम राजनीति का चोला ओढ़कर अरविंद केजरीवाल और उनकी टीम ने पहले ही वार में राजनीतिक माहौल गर्मा दिया है| हालांकि जिस मुद्दे को उन्होंने उठाया है वह कोई पहली बार मीडिया की सुर्खियां नहीं बना है| हाँ, इतना अवश्य है कि राजनीति में कद्दावर नेहरु-गाँधी परिवार के दामाद रॉबर्ट वढेरा की संपत्ति […] Read more » robert vadhera राबर्ट
टॉप स्टोरी पश्चिम बंगाल के बहाने October 5, 2012 / October 5, 2012 by अरुण माहेश्वरी | Leave a Comment अरुण माहेश्वरी पश्चिम बंगाल की आज की दशा देख कर सचमुच काफी आश्चर्य होता है। कहावत है कि जैसा स्वामी वैसा दास। इसीप्रकार, कहा जा सकता है कि संसदीय जनतंत्र में जैसा शासन वैसा ही प्रतिपक्ष। अभी सिर्फ 16 महीने बीते हैं जब वाममोर्चा सरकार के लंबे 34 साल के शासन का, बल्कि एक क्रांतिकारी […] Read more » पश्चिम बंगाल के बहाने
टॉप स्टोरी जल सत्याग्रह से उठे विवाद September 16, 2012 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव ओंकारेश्वर बांध के जल भराव को कम करने व विस्थापितों को डूब में आर्इ जमीन के बदले जमीन देने संबंधी आंदोलनकारियों की मांगे फिलहाल सरकार ने भले ही माने ली हों, लेकिन सरकार अपने वचन को अमल में लाएगी ऐसा लगता नहीं है। क्योंकि सरकार अभी इसी तर्ज पर पानी में रहकर बीते […] Read more » जल सत्याग्रह