खेत-खलिहान विविधा ऐसे तो नही दूर होगी दाल की किल्लत October 31, 2015 by शाहिद नकवी | Leave a Comment भारतीय राजनीति में नेताओ को सियासत के लिए मुद्दा चाहिए इन दिनों इस सियासत का शिकार हो गयी है गरीबो की वह दाल जिसके बारे मे कहा जाता था कि घर की मुर्गी दाल बराबर। दाल पर जितनी तेजी से सियासत हुयी उतनी तेजी से कीमते भी बढ़ी हैं ।यूं तो साल 2016 को संयुक्त […] Read more » Featured दाल दाल की किल्लत
पर्यावरण विविधा भूकंप से निपटने की चुनौती October 30, 2015 by अरविंद जयतिलक | Leave a Comment अरविंद जयतिलक पाकिस्तान व अफगानिस्तान समेत भारत के उत्तरी हिस्से में आए भीषण भूकंप में 250 से अधिक लोगों की मौत और अनगिनत लोगों का बुरी तरह घायल होना प्रमाणित करता है कि भूकंप से निपटने की चुनौती बरकरार है। भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के हिंदुकुश के पर्वत में था, इसलिए सर्वाधिक तबाही पाकिस्तान में […] Read more » Featured भूकंप से निपटने की चुनौती
विविधा शख्सियत देश को अणुशक्ति की राह दिखाने वाले वैज्ञानिक डा़ भाभा October 30, 2015 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment मृत्युंजय दीक्षित भारत में परमाणु शक्ति विकास करने वाले महा वैज्ञानिक डा. होमी जहांगीर भाभा का जन्म 30 अक्टूबर 1909 को मुम्बई के एक पारसी परिवार में हुआ था। वे न सिर्फ एक महान वैज्ञानिक थे अपितु चित्रकार और संगीतज्ञ भी थे। उनके पिता जे एच भाभा तत्कालीन बम्बई के प्रसिद्ध वकील थे । बाद […] Read more » Featured वैज्ञानिक डा़ भाभा
जन-जागरण विविधा देश धर्म के नये क्रन्तिकारी ! October 30, 2015 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment राजीव चौधरी अभी पिछले कुछ दिन पहले की बात है, राजीव चौक गेट नम्बर 7 से आगे पालिका बाजार के सामने एक आदमी चाय पी रहा था उसने चाय पीने के बाद प्लास्टिक कप को बराबर में फेंक दिया उसके बाद जेब से सिगरेट की डब्बी से सिगरेट निकलकर उसे खाली कर फेंक दिया मैने […] Read more » देश धर्म के नये क्रन्तिकारी !
विविधा विश्ववार्ता मुशर्रफ ने पाक की पोल खोल दी October 30, 2015 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ. वेदप्रताप वैदिक पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज़ मुशर्रफ ने ‘दुनिया’ में पाकिस्तान की हवा बिखेर दी है। उन्होंने पाकिस्तान के ‘दुनिया’ नामक प्रसिद्ध टीवी चैनल को दी भेंट-वार्ता में साफ-साफ स्वीकार किया है कि पाकिस्तान एक आतंकवादी राष्ट्र है। जिस अन्तरराष्ट्रीय आरोप को सभी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री और खुद मुशर्रफ खारिज़ करते रहे, उस […] Read more » Featured मुशर्रफ
जन-जागरण विविधा पानी बिना जि़ंदगानी कहां ? October 29, 2015 by निर्मल रानी | 1 Comment on पानी बिना जि़ंदगानी कहां ? निर्मल रानी ब्रह्मांड में पाए जाने वाले सभी ग्रह मंडलों में पृथ्वी निश्चित रूप से अकेला ऐसा ग्रह है जिसपर प्राणियों का जीवन संभव हो सका है। ज़ाहिर है इसकी एकमात्र वजह यही है कि पृथ्वी पर प्राणियों की सबसे बड़ी ज़रूरत अर्थात् पानी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। एक अनुमान के अनुसार पृथ्वी पर […] Read more » Featured no life without water पानी पानी बिना जि़ंदगानी कहां ?
कला-संस्कृति लेख विविधा शातिर मैकाले का मोहरा – हिन्दू धर्म का महान शत्रु “मैक्स मूलर” October 29, 2015 by हरिहर शर्मा | Leave a Comment फ्रेडरिक मैक्समूलर एक ऐसा नाम है जिसे ब्रिटिश शासनकाल में ब्रिटिश राजनीतिज्ञों, प्रशासकों और कूटनीतिज्ञों ने एक सदी (१८४६-१९४७) तक लगातार हिन्दुओं का एक अभिन्न मित्र और वेदों के महान विद्वान के रूप में प्रस्तुत किया ! परन्तु क्या यह सत्य है ? जी नहीं सत्य ऐसे बिलकुल विपरीत है ! वास्तव में मैक्स मूलर […] Read more » Featured मैक्स मूलर शातिर मैकाले का मोहरा हिन्दू धर्म का महान शत्रु
पर्व - त्यौहार विविधा परंपरा और विश्वास का त्योहार करवा चौथ October 28, 2015 / October 28, 2015 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment डॉ. वंदना सेन ओ चाँद तू कितना अनमोल है दर्शन करने को आतुर हम सभी शाम से ही आकाश में निहारतीं सजी धजी महिलाएं, तू अब तो निकल के आजा तेरे आने के बाद ही आएगी जान में जान हम करेंगे जल पान। करवा चौथ के इस व्रत में एक महिला का अपने पति के […] Read more » Featured करवा चौथ परंपरा और विश्वास का त्योहार
लेख विविधा सर्व प्रथम, यह पाखण्ड नहीं है. October 27, 2015 / October 28, 2015 by आर. सिंह | 16 Comments on सर्व प्रथम, यह पाखण्ड नहीं है. संगोष्ठी (सम्मान वापसी -प्रतिरोध या पाखंड?) सर्व प्रथम, यह पाखण्ड नहीं है. आज यह प्रश्न उठ रहा है या उठाया जा रहा है कि अवार्ड इस समय ही क्यों लौटाए जा रहे हैं,पहले क्यों नहीं?आम लोगों को यह प्रश्न स्वाभाविक लग रहा है,पर मेरे विचार से यह प्रश्न एक सिरे से अस्वाभाविक है.यह प्रश्न उन […] Read more » Featured यह पाखण्ड नहीं है.
लेख विविधा लेखक के विरोध का तरीका केवल लेखन है October 27, 2015 / October 28, 2015 by राजीव रंजन प्रसाद | Leave a Comment राजीव रंजन प्रसाद व्यवस्था के विरुद्ध सभी लड़ाईयों में जो सर्वाधिक कारगर हथियार सिद्ध होता रहा है वह है – कलम। सामाजिक-सांस्कृतिक आन्दोलन हों अथवा साम्प्रदायिक असहिष्णुताओं को समरसताओं में कायांतरित किये जाने के प्रयास, यह अब तक लेखकों के कंधों का दायित्व रहा है। व्यवस्था कोई भी हो और सरकारें कैसी भी हों, लेखन […] Read more » Featured लेखक के विरोध का तरीका
विधि-कानून विविधा न्यायपालिका की तानाशाही October 27, 2015 / October 28, 2015 by वीरेंदर परिहार | Leave a Comment वीरेन्द्र सिंह परिहार लंबी सुनवाई के बाद आखिरकार सर्वोच्च न्यायालय ने मोदी सरकार के ‘‘न्यायिक नियुक्ति आयोग’’ को यह कहते हुए निरस्त कर दिया कि यह संविधान के मूल ढांचे का उल्लंघन है। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा कहा गया कि संविधान द्वारा न्यायपालिका को स्वतंत्रता का अधिकार प्राप्त है और एनजेएसी एक्ट से इस अधिकार मे […] Read more » Featured न्यायपालिका की तानाशाही
विधि-कानून विविधा सामाजिक न्याय और न्यायपालिका की भूमिका October 27, 2015 / October 28, 2015 by शैलेन्द्र चौहान | Leave a Comment शैलेन्द्र चौहान इतिहास गवाह है कि अनेकों शताब्दियां बीत गईं लेकिन मानव सामाजिक न्याय को प्राप्त करने भटकता रहा है और इसी कारण दुनिया में कई युद्ध, क्रांति, बगावत, विद्रोह, हुये हैं जिसके कारण अनेक बार सत्ता परिवर्तन हुए हैं। अगर भारत की बात की जाये तो हमारा भारतीय समाज पहले वर्ण व्यवस्था आधारित था […] Read more » Featured न्यायपालिका की भूमिका सामाजिक न्याय