विविधा यह कैसी आजादी? August 15, 2011 / December 7, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment अरुण कुमार सिंह भारत को आजाद हुए 64 वर्ष हो चुके हैं। हमें आजादी तो मिली पर एक बड़ा भू-भाग खोकर। पिफर भी भारतीयों ने सारे दुःख-दर्द को भूलकर आगे की सुध ली। यही कारण है कि भारतीयों ने आज दुनिया में अपना एक विशिष्ट स्थान बनाया है। भारतीय सपूतों ने कड़ी मेहनत और लगन से पूरे […] Read more » Independence Day आजादी
विविधा आजाद भारत August 15, 2011 / December 7, 2011 by जगत मोहन | 1 Comment on आजाद भारत जगत मोहन 15 अगस्त 1947 भूले नहीं भूलता. दिल्ली आजाद होने की खुशियां मना रही थी. वहीं पूरा देश दंगों की आग में झुलस रहा था. लोग अपने ही घर में बेघर हो गये थे. भारत का नेतृत्व कहने लगा था, हम बूढ़े हो चले है अब हमें आजादी दे दो चाहे उसकी कितनी भी […] Read more » Independent India आजाद भारत
विविधा भाषण, जो लाल किले से पढ़ा नहीं गया! August 15, 2011 / December 7, 2011 by सुनील अमर | 1 Comment on भाषण, जो लाल किले से पढ़ा नहीं गया! सुनील अमर मेरे प्यारे देशवासियों …… आज आजादी को याद करने का दिन है। आजादी की कीमत वही समझ सकता है जो गुलाम हो। वैसे ही, जैसे खाने की कीमत वही समझ सकता है जो भूखा हो। यह अच्छी बात है कि हम आप न तो गुलाम हैं और न ही भूखे। यह हमारे देश […] Read more » Independence Day आजादी स्वतंत्रता दिवस
प्रवक्ता न्यूज़ विविधा मेले से महरूम एक शहीद की चिता August 13, 2011 / December 7, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment अगस्त क्रांति 1942 की याद में (शशांक चंद्रशेखर उपाध्याय) कौन याद रखता है अंधेरे वक्त के साथियों को सुबह होते ही चिरागों को बुझा देते हैं। आज 10 अगस्त के बेशर्म सन्नाटे के गुजरने के बाद यह शब्द श्रद्धांजलि समर्पित है एक ऐसे जाबांज शहीद को जो नामचीन नहीं है लेकिन शहादत के रिवाज में वह […] Read more » August Kranti अगस्त क्रांति
विविधा ’’आरक्षण’’ पर राजनीति August 12, 2011 / December 7, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment कपिल बी. लोमियो वर्तमान समय के जाने-माने फिल्म निर्देशक प्रकाश झा एक बार फिर से सामाजिक सारोकार से जंुड़ी फिल्म लेकर आए है जिसका नाम है ’’आरक्षण’’। हांलाकि अभी तक इस इस फिल्म रूपी बिजली की चमक ही देखने को मिली है, लेकिन कुछ लोग ये सोचकर भयाक्रांत है कि यह बिजली जब गिरेगी तो […] Read more » Reservation आरक्षण
विविधा आरक्षण की स्थिति और सामाजिक समीक्षा August 11, 2011 / December 7, 2011 by क्षेत्रपाल शर्मा | 1 Comment on आरक्षण की स्थिति और सामाजिक समीक्षा क्षेत्रपाल शर्मा आज समाज का हर वर्ग नौकरियों में आरक्षण की मांग करता है.इसे एक आसान रास्ते के रूप में वे चाहते हैं. आज आज़ादी मिले 65 वर्ष हो चुके हैं . कभी गूजर तो कभी और वर्ग इस तरह की मांग उठा देते हैं हाल ही का मध्य प्रदेश का किस्सा मालूम ही है. दक्षिण […] Read more » Reservation आरक्षण
विविधा सबसे बड़े जातिवादी हैं दिलीप मंडल August 11, 2011 / December 7, 2011 by शिवानंद द्विवेदी | 13 Comments on सबसे बड़े जातिवादी हैं दिलीप मंडल शिवा नन्द द्विवेदी “सहर” “ब्राह्मण और ब्राह्मणवाद (दिलीप मंडल परिभाषित) ही समाज का सबसे बड़ा शत्रु है ” ये मानना है मेरे फेसबुकिया मित्र दिलीप मंडल का ! पिछले कुछ दिनों से फेसबुक पर पर दिलीप मंडल जिस तरह से “जातिगत आरक्षण” के समर्थन में ढोल पीट रहे हैं लग रहा है उनसे बड़ा जातिवादी […] Read more » Reservation आरक्षण
विविधा आह आरक्षण! वाह मेरिट! August 11, 2011 / December 7, 2011 by संजय ग्रोवर | Leave a Comment संजय ग्रोवर क्या हम 20-30 मिनट के लिए उनका गला छोड़ सकते हैं जिन्हें नौकरियों और कुछ दूसरी जगहों पर आरक्षण मिलता है ? मेरा ख़्याल है इतना तो हम अफ़ोर्ड कर ही सकते हैं। जीवन के दूसरे क्षेत्रों में आईए ज़रा। याद करेंगे तो ज़रुर आपको ऐसा कोई न कोई संगी-साथी, जान-पहचान वाला याद […] Read more » Reservation आरक्षण
विविधा अपमान को पुनर्परिभाषित करने की जरूरत August 9, 2011 / December 7, 2011 by वीरेन्द्र जैन | 4 Comments on अपमान को पुनर्परिभाषित करने की जरूरत वीरेन्द्र जैन यह परम्परा सी बन गयी है कि प्रति वर्ष स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के बाद हर क्षेत्र से दो एक समाचार ऐसे आते हैं जिनमें राष्ट्रीय ध्वज के अपमान का समाचार होता है। यह अपमान शाम को झंडा न उतारने या झंडे को उल्टा फहराये जाने से सम्बन्धित होता है। इस खबर […] Read more » अपमान को पुनर्परिभाषित
विविधा ये कैसी आजादी August 8, 2011 / December 7, 2011 by पंकज व्यास | 6 Comments on ये कैसी आजादी पंकज व्यास चाहे लोकपाल बिल हो, या काला धन भारत में लाने की मांग, इस आजाद (?)देश में विरोध के लिए भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। अन्ना हजारे से लेकर बाबाराम देव तक जो घटनाक्रम चला, व चल रहा है, उससे यह सवाल सहज ही उठ जाता है कि क्या आजादी का पंछी […] Read more » independence आजादी
विविधा गरीबी हटाने के सरकारी तरीके August 7, 2011 / December 7, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment डॉ. कौशल किशोर श्रीवास्तव वे जिला प्रमुख है। उनके कार्यालय के ऊपर कोई मंजिल नही है पर उन्हें ऊपर से आदेश आते रहते हैं। इस बार कुछ इस तरह का आदेश आया। गरीबी हटाओ मंत्रालय, भारत सरकार आदेश ः- आपको ज्ञात है कि 33 प्रतिशत भारत गरीब है। इससे प्रगति की रफ्तार असंतुलित हो गई […] Read more » poverty गरीबी
कला-संस्कृति विविधा सांस्कृतिक साम्राज्यवाद August 5, 2011 / August 5, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on सांस्कृतिक साम्राज्यवाद कैलाश बुधवार देश को स्वतंत्र हुए इतने वर्ष हो जाने के बाद भी अक्सर यह दुख दुहराया जाता है कि हमारी दास मानसिकता नहीं गई पर मेरा भय एक नई दासता के बारे में है। पिछले साम्राज्यवादी कंगूरे ढह गए पर हम बेसुधी में एक नए साम्राज्यवाद के आगे घुटने टेके जा रहे हैं। लाखो […] Read more » सांस्कृतिक साम्राज्यवाद