विविधा
‘प्रवक्ता, प्रावदा, और प्रॉवोक’- संस्कृत स्रोत
/ by डॉ. मधुसूदन
विशेष : कुछ पाठक-मित्रों के अनुरोध पर, सुविधा के लिए, एक बिंदु लेकर ही, कुछ सौम्यता से, और सीमित विस्तार से ही, प्रस्तुति की है। (१) ”प्रवक्ता, प्रावदा, और प्रॉवॉक” इन तीनों शब्दों को आप ने निश्चित ही सुना होगा। पहला शब्द तो अपने प्रिय प्रवक्ता का ही नाम, और नित्य परिचय का शब्द है। […]
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