विविधा श्रद्धांजलि/ममतामयी उषा दीदी December 6, 2010 / December 19, 2011 by विजय कुमार | 2 Comments on श्रद्धांजलि/ममतामयी उषा दीदी – विजय कुमार मां का हृदय सदा ही ममता से भरा होता है; पर अपने बच्चों के साथ अन्य बच्चों को भी वैसा ही स्नेह प्रेम देने वाली उषा दीदी का जन्म जनवरी, 1930 में आगरा में अत्यधिक सम्पन्न परिवार में हुआ था। सात भाइयों के बीच इकलौती बहिन होने के कारण उन्हें घर में […] Read more » Usha उषा दीदी
विविधा छत्तीसगढ़ को नई नजर से देखती एक किताब December 4, 2010 / December 19, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment पत्रकार तपेश जैन की पुस्तक पर समीक्षा गोष्ठी रायपुर। छत्तीसगढिय़ा कौन ? कई बार यह सवाल किया जाता हैं। छत्तीसगढ़ राज्य के स्वप्नद्दष्टा स्व. खूबचंद बघेल ने इसे स्पष्ट किया है कि जो छत्तीसगढ़ के विकास से गौरवान्वित हो वही छत्तीसगढिय़ा है। यह उद्दगार कृष्टि एवं बीज विकास निगम के अध्यक्ष श्याम बैस ने पत्रकार […] Read more » Chattishgarh पुस्तक समीक्षा
विविधा विकलांग व्यक्तियों के सशक्तिकरण की दरकार December 3, 2010 / December 19, 2011 by फ़िरदौस ख़ान | Leave a Comment -फ़िरदौस ख़ान दुनियाभर में 65 करोड़ लोग विकलांगता के शिकार हैं. वर्ष 2001 में हुई जनगणना के मुताबिक भारत में 2.19 करोड़ लोग विकलांग हैं जो कुल आबादी के 2.13 फ़ीसदी हैं. इसमें दृष्टि 29 फ़ीसदी श्रवण 6 फ़ीसदी, वाणी 7 फ़ीसदी, गति 28 फ़ीसदी और मानसिक 10 फ़ीसदी शामिल हैं. राष्ट्रीय सैंपल सर्वे संगठन […] Read more » Disability विकलांगता
विविधा मुर्दों का शहर हो गया भोपाल एक दिन December 2, 2010 / December 19, 2011 by केशव आचार्य | 15 Comments on मुर्दों का शहर हो गया भोपाल एक दिन -केशव आचार्य तेग मुंसिफ हो जहां दारो रसन हो शाहिद बेगुनाह कौन है इस शहर में कातिल के सिवा…..? एक तरफ आंसूओं से डबडबाई आंखें……पिछले २५ सालों के जख्मों को महसूस कर रही होगीं….तो दूसरी तरफ सत्तासीन कहीं दूर शादी के जश्न मे डूबे तमाम लोग……..ये दो चेहरे हैं एक हैं अपने हक के लिए […] Read more » Bhopal Gas Tragedy भोपाल गैस त्रासदी
विविधा वी एस नायपॉल प्रसंगः फंडामेंटलिज्म के प्रतिवाद में December 2, 2010 / December 19, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 2 Comments on वी एस नायपॉल प्रसंगः फंडामेंटलिज्म के प्रतिवाद में -जगदीश्वर चतुर्वेदी वी एस नायपाल बड़े लेखक हैं । उन्हें बुकर पुरस्कार और नोबुल पुरस्कार भी मिल चुका है। उनके विचार अनेक धर्मनिरपेक्ष विचारकों और लेखकों को पसंद नहीं हैं। मैं भी उनके अनेक विचारों से असहमत हूँ। लेकिन हाल ही में यूरोपीय लेखक संसद से उनको बाहर कर दिए जाने के फैसले को स्वीकार […] Read more » VS Noipal वी एस नायपॉल
विविधा भारत के नव्य उदार नंगे अमीर December 2, 2010 / December 19, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 1 Comment on भारत के नव्य उदार नंगे अमीर -जगदीश्वर चतुर्वेदी मीडिया में अद्भुत दृश्य चल रहा है। टाटा से लेकर अनिल अम्बानी तक ,देशी-विदेशी राजनयिकों से लेकर अमेरिका के महान ताकतवर लोगों तक सबको आप मीडिया में नंगा देख सकते हैं। अमीर इस तरह नंगे कभी नहीं हुए। टाटा ने जनसंर्पक अधिकारी नीरा राडिया के साथ हुई बातचीत का टेप बाहर आने पर […] Read more » Rich अमीर
विविधा उत्तरआधुनिकतावाद का प्रधान फिनोमिना है व्यवस्थागत भ्रष्टाचार December 2, 2010 / December 19, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | Leave a Comment -जगदीश्वर चतुर्वेदी उत्तर आधुनिकतावादी विकास का प्रधान लक्षण है व्यवस्थागत भ्रष्टाचार,नेताओं में संपदा संचय की प्रवृत्ति, अबाधित पूंजीवादी विकास,उपभोक्तावाद की लंबी छलांग और संचार क्रांति। इन लक्षणों के कारण सोवियत अर्थव्यवस्था धराशायी हो गयी। सोवियत संघ और उसके अनुयायी समाजवादी गुट का पराभव एक ही साथ हुआ। सामान्य तौर इस पराभव को मीडिया में साम्यवाद […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
विविधा बीहड़ से खत्म हो रहा डकैत राज November 28, 2010 / December 19, 2011 by रामबिहारी सिंह | 2 Comments on बीहड़ से खत्म हो रहा डकैत राज मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के लिए हमेशा सिरदर्द रहे बीहड़ में धीरेधीरे डाकुओं का राज खत्म हो रहा है और यहां पर तोजी से हालात बदल रहे हैं। हालांकि दस्यु उन्मूलन के लिए अभी और समय लगेगा, किन्तु वषोर्ं तक आतंक का पर्याय रहे बुंदेलखंड और चंबल अंचल में विगत एक दशक से धीरेधीरे […] Read more » Bihad बीहड़
विविधा ऑटोनॉमी अर्थात् भारत का पुन: विभाजन November 27, 2010 / December 19, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 3 Comments on ऑटोनॉमी अर्थात् भारत का पुन: विभाजन -इन्द्रेश कुमार आज जम्मू-कश्मीर की धरती एवं जनता का सौदा हो रहा है। बंदूक उठाए आतंकवादी दल व उनके नेताओं की मांग है आजादी। देश के तथाकथित धर्मनिरपेक्ष नेता व भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री नरसिंह राव कहते थे, नहीं भाई आजादी नहीं देंगे परंतु आजादी से कुछ कम दे सकते हैं। देश के प्रधानमंत्री […] Read more » Jammu Kashmir ऑटोनॉमी जम्मू- कश्मीर स्वायत्तता
विविधा बादशाह खुश होगा तो ईनाम तो देगा ही November 27, 2010 / December 19, 2011 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | 7 Comments on बादशाह खुश होगा तो ईनाम तो देगा ही -डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री रामजन्मभूमि पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय का निर्णय आ जाने के उपरान्त देश ने शन्ति की सांस ली लेकिन मार्क्सवादी प्राध्यापकों और अलीगढ़ स्कूल के प्राध्यापकों ,जिन्होंने पिछले कुछ अर्सें से अपने आपको स्वयं ही ख्यातिप्राप्त इतिहासकार लिखना शुरु कर दिया है , के खेमे में जबरदस्त खलबली मच गयी है। मार्क्सवादियों […] Read more » Prize ईनाम
विविधा कश्मीर में अलगाववादी आंदोलन तथा राष्ट्रवादी प्रयत्न November 27, 2010 / December 19, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on कश्मीर में अलगाववादी आंदोलन तथा राष्ट्रवादी प्रयत्न – इंद्रेश कुमार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने आज से 50 वर्ष पूर्व अस्थायी धारा – 370 को संविधान से समाप्त कर कश्मीर घाटी में जनसंख्या का संतुलन स्थापित कर अलगाववादी व पाकिस्तानी षड़्यंत्रों का मूंहतोड़ जवाब देते हुए हिंदुस्तानपरस्त ताकतों को सशक्त करने का उपाय सुझाया था। परंतु कांग्रेस सदैव कट्टरतावाद के सामने झुकती रही […] Read more » Separatism अलगाववाद
विविधा क्या अलगाववादी भारत सरकार के समर्थन से काम कर रहे हैं November 27, 2010 / December 19, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on क्या अलगाववादी भारत सरकार के समर्थन से काम कर रहे हैं -डॉ. सुरेन्द्र जैन पहले तो लगता था कि भारत में अलगाववादी आन्दोलन केन्द्रीय सरकार की लापरवाही के कारण चलते हैं परन्तु दिल्ली में आयोजित अलगाववादियों के सम्मेलन से अब यह स्पष्ट हो गया है कि समस्त अलगाववादी आंदोलन केन्द्रीय सरकार की शह पर ही चलते है। भारत सरकार की नाक के ठीक नीचे, नई दिल्ली […] Read more » Separatism अलगाववाद