विविधा और अब देश के भावी कर्णधारों ने चलाई ‘महंगाई विरोधी मिसाईल’ September 10, 2010 / December 22, 2011 by निर्मल रानी | 5 Comments on और अब देश के भावी कर्णधारों ने चलाई ‘महंगाई विरोधी मिसाईल’ -निर्मल रानी केवल हमारे देश में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में महंगाई को लेकर किया जाने वाला विरोध तथा शोर-शराबा कोई नई बात नहीं है। मुंबई फिल्म उद्योग के प्रसिद्ध नायक एंव निर्देशक मनोज कुमार ने 1974 में बनाई गई अपनी एक सुपरहिट फिल्म ‘रोटी, कपड़ा और मकान’ में भी ‘महंगाई मार गई’ शीर्षक […] Read more » Inflation महंगाई
विविधा बारात में बसिऔरा September 10, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 7 Comments on बारात में बसिऔरा -आशीष तिवारी मैं ये दावा तो नहीं करता कि इस शीर्षक को पढ़ने वालों की बड़ी तादात शायद इस शीर्षक का मतलब ना समझ पाए लेकिन इतना ज़रूर कहूँगा कि एक आदमी तो कम से कम होगा ही जिसे शायद इसका अर्थ समझने में कुछ परेशानी हो तो साहब बारात का मतलब आप जानते ही […] Read more » Procession बारात
विविधा शठे शाठ्यम समाचरेत् September 10, 2010 / December 22, 2011 by विजय कुमार | 8 Comments on शठे शाठ्यम समाचरेत् -विजय कुमार ममता बनर्जी बंगाल में सत्ता पाने को इतनी आतुर हैं कि उन्होंने अपनी बुद्धि और विवेक खो दिया है। ज्ञानेश्वरी रेल दुर्घटना के आरोपी उमाकांत महतो और उससे पूर्व आंध्र के एक कुख्यात नक्सली आजाद की पुलिस मुठभेड़ में हुई मृत्यु पर भी वे प्रश्न उठा रही हैं। आश्चर्य तो यह है कि […] Read more » News समाचर
विविधा आंतकवाद का रंग, धर्म और मजहब September 8, 2010 / December 22, 2011 by विजय कुमार | 6 Comments on आंतकवाद का रंग, धर्म और मजहब -विजय कुमार इन दिनों भगवा आतंक के नाम पर आतंकवाद के रंग की चर्चा छिड़ गयी है। चिदम्बरम् के गृह मंत्री बनने से जिनके दिल जल रहे थे, वे कांग्रेसी ही अब मजा ले रहे हैं। यह सौ प्रतिशत सच है कि आतंकवाद का कोई रंग नहीं होता। यदि कोई भगवा, हरा, काला, नीला या […] Read more » terrorism भगवा आतंकवाद
विविधा तुम्हें देश का प्रणाम ‘टाटा’ September 8, 2010 / December 22, 2011 by राकेश उपाध्याय | 7 Comments on तुम्हें देश का प्रणाम ‘टाटा’ -राकेश उपाध्याय आफतों और विपदाओं में जो साथ न छोड़े वही सच्चा दोस्त है, यार है। उससे बड़ा हितचिंतक कोई और नहीं हो सकता। कार्पोरेट जगत में आज जहां केवल मुनाफा और मुनाफा ही सबसे बड़ा मंत्र बना हुआ है, कंपनियां अपने उपर मंडराते संकट को देखकर पहला काम यदि शुरू करती हैं तो वह […] Read more » Ratan Tata रतन टाटा
विविधा सखी सइयां कहां कमात हैं! September 8, 2010 / December 22, 2011 by राकेश उपाध्याय | 2 Comments on सखी सइयां कहां कमात हैं! -राकेश उपाध्याय महंगाई डायन खाय जात है, गीत उनके लिए तो ठीक है जो सचमुच कुछ अच्छा कमाते हैं। उनकी बीवियां तो अपनी पड़ोसन को कह सकती हैं कि उनके श्रीमान जी अच्छा कमाते हैं, खूब कमाते हैं लेकिन विकराल और कमर तोड़ महंगाई घर में कुछ बचने नहीं देती। लेकिन उन महिलाओं के मुंह […] Read more » Inflation महंगाई
विविधा कर्तव्य प्रधान भारत का राष्ट्रधर्म August 31, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 13 Comments on कर्तव्य प्रधान भारत का राष्ट्रधर्म – हृदयनारायण दीक्षित संस्कृत लोकमंगल अभीप्सु भाषा है। कण-कण में एकत्व की बोली है। यह देवत्व और दिव्यत्व की अनुभूति वाणी है। भारत का प्राचीन दर्शन, विज्ञान, इतिहास, काव्य और गीत संस्कृत में ही उगा। लेकिन अंग्रेजी अमेरिकी सभ्यता के मानसिक गुलाम संस्कृत को मृत भाषा कहते हैं। पीछे सप्ताह संस्कृत प्रेमियों ने यू.पी. की […] Read more » Rashtradharma राष्ट्रधर्म
विविधा यथार्थ, वास्तव और सत्य के फर्क August 30, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 3 Comments on यथार्थ, वास्तव और सत्य के फर्क – हृदयनारायण दीक्षित सच क्या है? सत्य का सत्य आधुनिक विज्ञान की बड़ी चुनौती है। पंथिक पुस्तकों के अनेक तथ्य विज्ञान की खोजों में सत्य नहीं निकले। लेकिन वैज्ञानिक खोजें भी अंतिम सत्य नहीं होती। भौतिक विज्ञान प्रत्यक्ष को सत्य मानता है। प्रत्यक्ष का साधारण अर्थ प्रति-अक्ष यानी आंख के सामने होता है। वैदिक साहित्य […] Read more » True सत्य सत्य
विविधा क्यों बने आक्रांता का मकबरा? August 30, 2010 / December 22, 2011 by लोकेन्द्र सिंह राजपूत | 12 Comments on क्यों बने आक्रांता का मकबरा? बाबर कोई मसीहा नहीं अत्याचारी, अनाचारी, आक्रमणकारी और इस देश के निवासियों का हत्यारा है -लोकेन्द्र सिंह राजपूत सितम्बर में अयोध्या (अयुध्या, जहां कभी युद्ध न हो) के विवादित परिसर (श्रीराम जन्मभूमि ) के मालिकाना हक के संबंध में न्यायालय का फैसला आना है। जिस पर चारो और बहस छिड़ी है। फैसला हिन्दुओं के हित […] Read more » Ram Birthplace बाबरी मस्जिद रामजन्मभूमि
विविधा अब न जागे तो बहुत देर हो जाएगी ….. ! August 30, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 13 Comments on अब न जागे तो बहुत देर हो जाएगी ….. ! हर हाल में स्थापित होगी ‘ रामलला प्रतिमा ‘ -डॉ0 नवीन आनंद श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण का जन आन्दोलन एक बार फिर प्रचण्ड वेग से प्रारंभ हो चुका है, यह आन्दोलन अब ‘अ’ राजनैतिक होगा, जिसे सियासी चश्मे से नहीं देखा जाएगा। वैज्ञानिक तथ्य और अदालती दस्तावेज इस सच को प्रमाणित कर रहे हैं कि […] Read more » Ram Birtplace रामजन्मभूमि रामलला
विविधा कोटि हिन्दु जन का ज्वार, मंदिर के लिए सब तैयार …… August 30, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 15 Comments on कोटि हिन्दु जन का ज्वार, मंदिर के लिए सब तैयार …… -डॉ0 नवीन जोशी क्या सूरज को सूरज होने का प्रमाण देना पड़ता है या चाँद को अपनी चांदनी साबित करना पड़ती है, मगर ये भारतीय जन के विश्वास पर चोट है कि इस देश में ‘राम जन्मभूमि’ को प्रामाणिकता की जंग लड़ना पड़ रही है। कोटि-कोटि हिन्दु जन के मन में आस्था का प्रतीक बने […] Read more » Ram Birtplace रामजन्मभूमि राममंदिर
विविधा जब तक ’अंग्रेजी’ राज रहेगा, स्वतंत्र भारत सपना रहेगा August 28, 2010 / December 22, 2011 by विश्वमोहन तिवारी | 22 Comments on जब तक ’अंग्रेजी’ राज रहेगा, स्वतंत्र भारत सपना रहेगा – विश्वमोहन तिवारी (पूर्व एयर वाइस मार्शल) 1947 तक हमारा हृदय परतंत्र नहीं था, बाहर से हम परतंत्र अवश्य थे। 1947 के बाद हम बाहर से अवश्य स्वतंत्र हो गए हैं, पर हृदय अंग्रेजी का, भोगवादी सभ्यता का गुलाम हो गया है। स्वतंत्रता पूर्व की पीढ़ी पर भी यद्यपि अंग्रेजी लादी गई थी, किन्तु वह […] Read more » hindi राष्ट्रभाषा हिंदी