विविधा महर्षि सोनक ने बसाया था सोहना August 28, 2010 / December 22, 2011 by सरफराज़ ख़ान | Leave a Comment -सरफ़राज़ ख़ान अरावली की मनोरम पर्वत मालाओं के अंचल में स्थित सोहना अपने गर्म पानी के चष्मों के लिए प्राचीनकाल से ही प्रसिध्द है। दिल्ली से करीब 50 किलोमीटर दिल्ली-अलवर मार्ग पर बसा यह नगर प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर होने के कारण तीर्थ यात्रियों व पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। दिल्ली, जयपुर, […] Read more » Sohna महर्षि सोनक सोहना
विविधा देश पर कलंक हैं मनरेगा के यह लुटेरे August 27, 2010 / December 22, 2011 by निर्मल रानी | Leave a Comment -निर्मल रानी केंद्र में सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन ने अपने पिछले शासनकाल में देश में बेराज़गारी कम करने के उद्देश्य से जो सबसे प्रमुख योजना लागू की थी उसका नाम था राष्ट्रीय रोज़गार गारंटी योजना अर्थात् नरेगा। बाद में इसी योजना को महात्मा गांधी के नाम पर समर्पित कर इसे महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोज़गार योजना […] Read more » Country मनरेगा
विविधा माखनलाल विश्वविद्यालय में हंगामा प्रकरण: सिंहों की लड़ाई में फंसे मुलाजिम August 26, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 12 Comments on माखनलाल विश्वविद्यालय में हंगामा प्रकरण: सिंहों की लड़ाई में फंसे मुलाजिम सबके अपने स्वार्थ, सबके अपने तर्क भोपाल स्थित माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय में आजकल हंगामा बरपा है। हंगामा दो ‘सिंहों’ – श्रीकांत सिंह और पुष्पेन्द्रपाल सिंह के कारण है। इसके लिए दोनों ने अपनी अक्ल और शक्ल का भरपूर फायदा उठाया। व्यक्तिगत स्वार्थ को साधने के लिए ‘बेचारे कर्मचारियों’ को बलि का बकरा बनाया गया। […] Read more » Makhanlal Chaturvedi Patrakarita Vishwavidyalay बीके कठियाला माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय
विविधा खुशहाली के नये आयाम, विकास का स्पंदन म.प्र. की पहचान August 25, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 5 Comments on खुशहाली के नये आयाम, विकास का स्पंदन म.प्र. की पहचान – भरतचंद्र नायक अयोध्या में ढांचा गिरने के बाद 1992 में मध्यप्रदेश सहित चार राज्यों की भारतीय जनता पार्टी की सरकारों को तत्कालीन नरसिंहराव सरकार ने भंग कर एकतरफा कार्यवाही का संकेत दिया। बाद में हुए चुनावों में मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में बनी और दस वर्षों में इतनी निरंकुश […] Read more » Developement विकास
विविधा फिर तो घुंसू का भी छूट जाएगा स्कूल August 23, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on फिर तो घुंसू का भी छूट जाएगा स्कूल -आशीष मध्यप्रदेश के घुंसू को नहीं पता कि उसका भविष्य अंधकारमय होने जा रहा है। वह ही क्या बांधवगढ़ नेशनल पार्क के बफर एरिया में बसे दो गांव के घुंसू जैसे सैकड़ों बच्चे इस बात से अनजान हैं। इन बच्चों का नहीं मालूम कि देश के नौनिहालों को शिक्षा पाने का अधिकार मिला हुआ है। […] Read more » School स्कूल
विविधा बीमा क्षेत्रों में भ्रष्टाचार के नए रूप August 23, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on बीमा क्षेत्रों में भ्रष्टाचार के नए रूप – हरिकृष्ण निगम सच देखा जाए तो हम आज अपराधों की एक नई प्रकृति की दुनियां में जी रहे हैं। यह वे सफेदपोश अपराध हैं कि जिसकी धोखाधड़ी में न तो हिंसा है, न खून बहाना, न बंदूक या पिस्तौल और न ही घायलों या मृतकों की संख्या। पर ऐसे अपराधी हमारे बीच में स्वयं […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
विविधा भगवान राम की अयोध्या पर फिर से आधुनिक बाबरों का आक्रमण? August 21, 2010 / December 22, 2011 by डॉ. प्रवीण तोगड़िया | 19 Comments on भगवान राम की अयोध्या पर फिर से आधुनिक बाबरों का आक्रमण? -डॉ. प्रवीण तोगड़िया गत कुछ वर्षों से भारत पर, भारत के तीर्थस्थानों पर इस्लामी आक्रामणकारियों द्वारा किये विकृत आक्रमणों का इतिहास दोहराने का घिनौना षड्यंत्र चल रहा है। वैसे तो भारत से इस्लामी आक्रमणकारियों की सत्ता भले चली गयी हो, लेकिन उनके पीछे छोड़े गए ‘मिनी बाबर’, ‘मिनी औरंगजेब’, ‘मिनी तुगलक’, ‘मिनी खिलजी’ आज ‘मिनी […] Read more » Temple of Ram राममंदिर
विविधा आखिर क्यों? August 21, 2010 / December 22, 2011 by राजेश त्रिपाठी | 6 Comments on आखिर क्यों? 50 हजार माहवार फिर भी कम? -राजेश त्रिपाठी हमारा देश कई मामले में महान है। यहां सरकार को चुननेवाली जनता का बड़ा हिस्सा फटेहाल, बदहाल और दिनोंदिन बेलगाम बढ़ती महंगाई से बेहाल है। कर्ज में डूबे किसान आत्महत्या कर रहे हैं। हमें शर्म और बेहद कष्ट के साथ कहना पड़ रहा है कि भुखमरी, तंगहाली […] Read more »
विविधा घर के लड़का गौहीं चूसें, मामा खाए अमावट August 21, 2010 / December 22, 2011 by लिमटी खरे | 5 Comments on घर के लड़का गौहीं चूसें, मामा खाए अमावट -लिमटी खरे बुंदेल खण्ड की एक मशहूर कहावत है- ‘‘घर के लड़का गोहीं (आम की गुठली) चूसें, मामा खाएं अमावट (आम के रस से तैयार होने वाला एक स्वादिस्ट पदार्थ)।‘‘ जिसका भावार्थ कुछ इस प्रकार है कि घर में बच्चे भूख से परेशान होकर आम के रस निकालने के उपरांत बची गुठली को चूसने पर […] Read more » Boy लड़का
विविधा आखिर कितनी लड़ाईयां और लड़नी पडेंग़ीं जन्मभूमि के लिए? August 21, 2010 / December 22, 2011 by विनोद बंसल | 2 Comments on आखिर कितनी लड़ाईयां और लड़नी पडेंग़ीं जन्मभूमि के लिए? – विनोद बंसल हमारे ऋषियों मनीषियों ने माता व मातृभूमि को स्वर्ग के समान संज्ञा देते हुए सर्वोच्च माना है। ”जननी जन्म भूमिश्च, स्वर्गादपि गरीयसी” इस वाक्य के आधार पर अनगिनत लोग बिना किसी कष्ट या अवरोधों की परवाह किये, मातृभूमि के लिए अपने प्राण न्योछावर कर गये। मातृभूमि का अर्थ उस भू भाग से […] Read more » Birthplace जन्मभूमि
विविधा भूखे पेट न हों भजन गोपाला August 20, 2010 / December 22, 2011 by लिमटी खरे | 3 Comments on भूखे पेट न हों भजन गोपाला पवार उवाच, ‘सड़ जाए अनाज पर मुफ्त नहीं बाटेंगे’ -लिमटी खरे देश की सबसे बड़ी अदालत भले ही सरकार को फटकार लगाकर अनाज को सड़ने के बजाए गरीबों में मुफ्त बांटने की बात कह रही हो पर आधी सदी से ज्यादा देश पर राज करने वाली कांग्रेस के नेतृत्व में चल रही केंद्र सरकार के […] Read more » Hungry भूखे पेट
विविधा विस्थापित हुए तो बिखर जाएंगे ख्वाब August 20, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 3 Comments on विस्थापित हुए तो बिखर जाएंगे ख्वाब -आशीष महर्षि अब खबर आई है कि अफ्रीकी चीते को बसाने के लिए मध्यप्रदेश के नौरादेही अभयारण्य से 23 गांवों को उजाड़े जाने की पूरी तैयारी हो गई है। हालांकि यह कोई पहला गांव नहीं होगा जब जंगली जानवरों को बचाने के नाम पर इंसानों का घर उजाड़ा जाएगा। सरकार और उनके अधिकारियों का यह […] Read more » Dream ख्वाब