विविधा जननायक हरिदेव जोशी – डॉ. दीपक आचार्य April 20, 2010 / December 24, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment यों तो हजारों-लाखों हैं जो आते हैं और चले जाते हैं, वे बिरले ही होते हैं जो सदियों में जन्म लेते हैं और युगों तक याद रखे जाते हैं। वागड़ की सरजमीं पर अवतरित होकर वागड़ ही नहीं बल्कि प्रदेश भर की जनता के दिलों पर राज करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री स्व. हरिदेव जोशी के […] Read more » Haridev Joshi हरिदेव जोशी
विविधा नानाजी देशमुख – व्यक्तित्व और कृतित्व – विनोद बंसल April 19, 2010 / December 24, 2011 by विनोद बंसल | Leave a Comment यूं तो हमारा देश पुरातन काल से ही ॠषियों, मुनियों, मनीषियों, समाज सुधारकों व महापुरुषों का जनक रहा है जिन्होंने न सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व का मार्गदर्शन कर जगत कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया है। किंतु आधुनिक युग की बदलती हुई परिस्थितियों में ऐसे महापुरुष बिरले ही हैं। ग्यारह अक्टूबर, 1916 को महाराष्ट्र के […] Read more » Nanaji Deshmukh नानाजी देशमुख
विविधा आपराधिक एवं भ्रष्ट तत्वों से ग्रसित संसदीय पवित्रता की रक्षा कौन करेगा? April 19, 2010 / December 24, 2011 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | Leave a Comment दिल्ली से प्रकाशित एक दैनिक हिन्दी समाचार-पत्र लिखता है कि “पिछले सालों में बनी न्यायपालिका और विधायिका में टकराव जैसी स्थिति के बीच भारतीय लोकतंत्र के लिए यह खबर सुकून देने वाली कही जा सकती है। जिसमें सर्वोध न्यायालय की संविधान पीठ ने अपने एक अहम फैसले में साफ कर दिया कि संसद की कार्यवाही […] Read more » Corrupt आपराधिक भ्रष्ट
विविधा पश्चात्य अंधानुकरण एवं वर्तमान परिदृश्य – राजीव मिश्रा April 17, 2010 / December 24, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment आज की समस्या मात्र रोटी-कपड़े के लिए नहीं है। आज की सबसे बड़ी चिंता कहें या समस्या, शिक्षित लोगों में शुभ विचारों के अभाव की है। वास्तव में यदि सूक्ष्म अध्ययन किया जाय तो पता चलेगा कि आजकल लोगों में शुभ आचरण का अभाव है। लोगों में न तो आत्म-निष्ठा और न ही प्रभु-निष्ठा। पश्चिमात्य […] Read more » Today time पश्चात्य अंधानुकरण
विविधा और आखिर हो ही गया शोएब-सानिया विवाह…. April 16, 2010 / December 24, 2011 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment तमाम विवादों का सामना करने के बाद भारतीय टेनिस की सनसनी कही जाने वाली सानिया मिर्जा आख़िरकार पाक क्रिकेट खिलाड़ी शोएब मलिक के साथ विवाह बंधन में बंध ही गई। सानिया मिर्जा ने जब मात्र 16 वर्ष की आयु में विबंलडन जूनियर टूर्नामेंट जीता था उसी समय सानिया को भारतीय टेनिस की सनसनी कहा जाने […] Read more » Saniya Mirza शोएब सानिया मिर्जा
विविधा अब दलित मुक्ति के सवाल पर सोचिए April 16, 2010 / December 24, 2011 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment सही मायने में बाजारवादी व्यवस्था ही है दलितों की असली शत्रु पिछले दिनों 14 अप्रैल को बाबा साहेब आंबेडकर की जयंती पर राहुल गांधी से लेकर मायावती और नितिन गडकरी तक सभी दलों के नेता बाबा साहेब के सपनों के प्रति अपनी आस्था जताते दिखे। किंतु इन सपनों के साथ सही संकल्प कहां हैं। आज […] Read more » Dalit freedom दलित मुक्ति
विविधा कोबाल्ट हादसा बनाम आतंकियों की रिहर्सल April 16, 2010 / December 24, 2011 by लिमटी खरे | Leave a Comment देश की राजनैतिक राजधानी दिल्ली में गत दिनों हुए कोबाल्ट हादसे ने अनेक शंकाओं कुशंकाओं को जन्म दे दिया है। सरकार भले ही इसे बहुत गंभीरता से न ले रही हो पर इसे गंभीरता से लेना आवश्यक है। इसके हर पहलू पर बारीक और तीखी नजर रखने की आवश्यकता है। कुछ समाचार पत्र इसे आतंकियों […] Read more » Terrorist आतंकी कोबाल्ट
विविधा शिक्षा के मंदिरों में यौन उत्पीड़न से बिलखता बचपन April 16, 2010 / December 24, 2011 by फ़िरदौस ख़ान | 2 Comments on शिक्षा के मंदिरों में यौन उत्पीड़न से बिलखता बचपन शिक्षा के मंदिरों स्कूलों में दिनोदिन बढ़ते बच्चों के यौन शोषण के मामले सभ्य समाज के माथे पर कलंक हैं। पिछले माह 4 मार्च को उड़ीसा के नवरंगपुर ज़िले के कोशामगुडा ब्लॉक के बोडा-आमडा सेवाश्रम स्कूल के हैडमास्टर और एक अध्यापक द्वारा चार छात्राओं का यौन शोषण किए जाने का मामला सामने आया। मामला उस […] Read more » Sex बचपन यौन उत्पीड़न शिक्षा
विविधा आत्मलीनता के खिलाफ April 15, 2010 / December 24, 2011 by अरुण माहेश्वरी | Leave a Comment आत्मलीनता (आटिज्म) के नाना रूप है। मनोविज्ञान के क्षेत्र में आत्मलीनता एक बड़ी बीमारी है। वास्तविक चिंतन से सर्वथा भिन्न एक ऐसी विचार प्रक्रिया जिसका घटनाओं और वस्तुओं की वास्तविक प्रकृति से कोई संबंध नहीं होता, पूरी तरह से व्यक्ति की अपनी इच्छा–आकांक्षाओं द्वारा नियंत्रित होती है। इसमें कोई तर्क, कोई व्यवहारिक तकाजा नहीं होता। […] Read more » Self-absorption आटिज्म आत्मलीनता
विविधा फूलों की चिकित्सा – पुनीता बिरिंग April 15, 2010 / December 24, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on फूलों की चिकित्सा – पुनीता बिरिंग कुदरत ने मनुष्य के लिए बहुत से खजाने इकट्ठे कर रखे हैं। प्राकृतिक चिकित्सा उनमें से एक है। आज के युग में इसकी विशेषता बढ़ गयी है। ये शक्तिवर्धन, तरल वनस्पति पदार्थ, फूल की अंतरात्मा को हम तक पहुंचा सकते हैं। अग्नि, जल, पृथ्वी और वायु, ये तत्व जिंदगी के अटूट हिस्से हैं। ये दवाईयां […] Read more » Flowers फूलों की चिकित्सा
विविधा साइबर युग में भीमराव आम्बेडकर का महाख्यान April 14, 2010 / December 24, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 1 Comment on साइबर युग में भीमराव आम्बेडकर का महाख्यान आखिरकार आधुनिक युग में अछूत कैसे जियेंगे? गैर अछूत कैसे जियेंगे, इसके बारे में कोई विवाद ही नहीं था क्योंकि हम सब जानते थे कि वे कैसे हैं और उन्हें क्या चाहिए? किंतु अछूत को हम नहीं जानते थे। हम कबीर को जानते थे, रैदास को जानते थे। ये हमारे लिए कवि थे। साहित्यकार थे। संत […] Read more » Bhimrao Ambedkar भीमराव आम्बेडकर साइबर युग
विविधा शहद की रानी- अनीता कुमारी April 13, 2010 / December 24, 2011 by सतीश सिंह | 1 Comment on शहद की रानी- अनीता कुमारी भारत में भाग्य के सहारे जीने वालों की संख्या कम नहीं है। हर जगह भाग्य वांचने वालों की चाँदी है। भाग्य के सहारे लोग दिन में भी टाटा-बिरला बनने के सपने देखने से गुरेज नहीं करते हैं। इस तरह के माहौल में कर्म पर भरोसा बिरले ही करते हैं। उन बिरलों में से ही एक […] Read more » Queen of honey अनीता कुमारी शहद की रानी