विविधा सुधार की सिफारिशों और विवाद में उलझा क्रिकेट October 21, 2016 / October 21, 2016 by आकाश कुमार राय | Leave a Comment भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर का मानना है कि लोढ़ा समिति की सिफारिशों को पूरी तरह से लागू करना संभव ही नहीं है। उन्होंने कहा, ‘बीसीसीआई को सुधारों से कोई परहेज नहीं है। पिछले 18 महीने में बोर्ड ने क्रिकेट सलाहकार समिति नियुक्त की.. जिसमें सचिन, लक्ष्मण जैसे बड़े खिलाड़ियों को चुना। Read more » Featured अनुराग ठाकुर क्रिकेट बीसीसीआई भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड विवाद में उलझा क्रिकेट
आर्थिकी विविधा व्यापार के सहारे आर्थिक शक्ति बनता चीन October 19, 2016 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment भारत सरकार चीन के साथ जो व्यापारिक समझौते कर रही है वह आज के इस ग्लोबलाइजेशन के दौर में उसकी राजनैतिक एवं कूटनीतिक विवशता हो सकती है लेकिन वह इतना तो सुनिश्चित कर ही सकती है कि चीन से आने वाले माल पर क्वालिटि कंट्रोल हो । भारत सरकार इस प्रकार की नीति बनाए कि भारतीय बाजार में चीन के बिना गारन्टी वाले घटिया माल को प्रवेश न मिले। Read more » buycott chinese product Featured चीन के साथ व्यापारिक समझौते भारत सरकार मेक इन इंडिया’
विविधा कश्मीर भारत का मूल राज्य October 19, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा.राधेश्याम द्विवेदी हिन्दू मूल निवासी:-कश्मीर के मूल निवासी सारे हिन्दू थे। कश्मीरी पंडितो की संस्कृति 5000 साल पुरानी है और वे ही कश्मीर के मूल निवासी हैं। प्राचीनकाल से ही कश्मीर महर्षि कश्यप के नाम पर हिन्दू और बौद्ध संस्कृतियों का पालना रहा है। ब्रह्म से ब्रह्मा, ब्रह्मा से मरीचि, मरीचि से कश्यप ऋषि ही […] Read more » Featured kashmir kashmir a integral part of India कश्मीर कश्मीर भारत का मूल राज्य
विविधा भीड़ प्रबंधन में नाकाम प्रशासन October 17, 2016 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment हमारे धार्मिक-आध्यात्मिक आयोजन विराट रुप लेते जा रहे हैं। कुंभ मेलों में तो विशेष पर्वों के अवसर पर एक साथ तीन-तीन करोड़ तक लोग एक निश्चित समय के बीच स्नान करते हैं। लेकिन भीड़ के अनुपात में यातायात और सुरक्षा के इंतजाम देखने में नहीं आते। जबकि शासन-प्रशासन के पास पिछले पर्वों के आंकड़े हाते है। बावजूद लापरवाही बरतना हैरान करने वाली बात है। दरअसल, हमारे यहां धार्मिक आयोजनों में जितनी भीड़ पहुंचती है और उसके प्रबंधन के लिए जिस प्रबंध कौषल की जरुरत होती है, उसकी दूसरे देश कल्पना भी नहीं कर सकते ? इ Read more » Featured बाबा जयगुरूदेव बाबा जयगुरूदेव जयंती राजघाट पुल पर भगदड़ वाराणसी वाराणसी भगदड
विविधा रामिथ की नृशंस हत्या – केरल में मार्क्सवादी-जेहादी घातक गठबंधन October 17, 2016 / October 17, 2016 by हरिहर शर्मा | Leave a Comment जिस प्रकार श्री उथमान की हत्या में जिहादी मानसिकता की भूमिका सामने आई थी, उसी प्रकार रामिथ की हत्या में भी जिन हमलावरों के नाम सामने आये हैं, उनसे यह तथ्य स्पष्ट हो रहा है कि अब केरल में जेहादी तत्वों और सीपीएम का अपवित्र गठबंधन बन चुका है । जिहादी पृष्ठभूमि के खतरनाक शातिर आपराधी रहीम की भूमिका रामिथ की ह्त्या में सामने आई है । Read more » Featured murder of Ramith in Kerala Ramith bjp worker रामिथ रामिथ की नृशंस हत्या
आर्थिकी विविधा सार्थक पहल औद्योगिक नीतियों में हम केंद्र के पूरक – शिवराज सिंह चौहान October 17, 2016 by शिवराज सिंह चौहान | Leave a Comment विशेष बात यह है कि मध्यप्रदेश पहला ऐसा राज्य है, जिसने Analog Semiconductor Fabrication नीति जारी की है। आज राज्य भर में Electronic Manufacturing Cluster विकसित किये जा रहे हैं, ताकि आने वाली इकाइयों को अत्याधुनिक आधारभूत ढाँचा प्रदान किया जा सके। इसके अतिरिक्त राज्य की आईटी नीति और Analog Semiconductor Fabrication नीति के तहत वित्तीय प्रोत्साहन भी प्रदान किये जा रहे हैं। Read more » ESDM सेक्टर Featured MadhyaPradesh Trade and Investment Felicitation Corporation Limited औद्योगिक नीति औद्योगिक भूमि बैंक केंद्र सरकार की National Policy on Electronic
विविधा तीन तलाकः मुस्लिम बनें विश्व गुरु October 15, 2016 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment पता नहीं, भारत के मुसलमान इतने दब्बू क्यों हैं? अरबों की घिसी-पिटी परंपराओं को वे अपनी छाती पर क्यों लादे रहना चाहते हैं? भारत के मुसलमानों को दुनिया के सारे मुसलमानों का विश्व-गुरु बनना चाहिए। क्या उन्हें पता नहीं है कि पाकिस्तान, मिस्र, मोरक्को, सीरिया, जोर्डन, सूडान और बांग्लादेश जैसे करीब दर्जन भर मुस्लिम राष्ट्रों ने तथाकथित शरीयती कानून को खूंटी पर टांग दिया है? उसकी अव्यवहारिक बातों को नकार दिया है। Read more » Featured triple talaq तीन तलाक मुस्लिम बनें विश्व गुरु
विविधा ट्रिपल तलाक के कोढ़ में खाज, इस्लामी बैंक का आगाज ! October 15, 2016 / October 15, 2016 by हरिहर शर्मा | Leave a Comment कट्टरपंथी मानसिकता से काम करने वाला यह बैंक क्या गुल खिलायेगा, इसकी सहज कल्पना की जा सकती है ! आज जबकि फिजा में ट्रिपल तलाक का मामला सरगर्म है, यह भी विचारणीय हैकि कहीं बैंक धर्मांतरण के लिए लव जिहाद को तो बढ़ावा नहीं देगा ? Read more » Featured इस्लामिक बैंक कट्टरपंथी मानसिकता ट्रिपल तलाक
विविधा सार्थक पहल अविरल और निर्मल गंगा October 15, 2016 by विजय कुमार | 3 Comments on अविरल और निर्मल गंगा गंगा को सुधारना है, तो राजनीतिक इच्छाशक्ति, सामाजिक जागरूकता, विशेषज्ञों द्वारा निर्मित समयबद्ध योजना, कठोर कानून और उनका पालन, धर्म, विज्ञान और वर्तमान जनसंख्या की जरूरतों में व्यावहारिक समन्वय जैसे मुद्दों पर एक साथ काम करना होगा, तब जाकर जगत कल्याणी मां गंगा स्नान और ध्यान, वंदन और आचमन के योग्य बन सकेगी। Read more » Featured अविरल और निर्मल गंगा निर्मल गंगा
विविधा हैती में तबाही का तांडव रच गया मैथ्यू October 13, 2016 / October 13, 2016 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment हालांकि वैज्ञानिक इस विकटतम स्थिति में भी निराश नहीं हैं। मानव समुदायों को विपरीत हालातों में भी प्राकृतिक परिवेश हासिल करा देने की दृष्टि से प्रयत्नशील हैं। क्योंकि वैज्ञानिकों ने हाल के अनुसंधानों में पाया है कि उच्चतम ताप व निम्नतम जाड़ा झेलने के बावजूद जीवन की प्रक्रिया का क्रम जारी है। दरअसल जीव वैज्ञानिकों ने 70 डिग्रेी तक चढ़े पारे और 70 डिग्री सेल्सियस तक ही नीचे गिरे पारे के बीच सूक्ष्म जीवों की आश्चर्यजनक पड़ताल की है। Read more » Featured तबाही का तांडव मैथ्यू हैती
विविधा मुनाफे की शिक्षा October 13, 2016 by जावेद अनीस | 2 Comments on मुनाफे की शिक्षा भारत में शिक्षा की व्यवस्था गंभीर रूप से बीमार है इसकी जड़ में हितों का टकराव ही है. प्राथमिक शिक्षा से लेकर कॉलेज शिक्षा तक पढ़ाई के अवसर सीमित और अत्यधिक मंहगें होने के कारण आम आदमी की पहुँच से लगभग दूर होते जा रहे हैं. शिक्षा के इस माफिया तंत्र से निपटने के लिए साहसिक फैसले लेने की जरूरत है. हालत अभी भी नियंत्रण से बाहर नहीं हुए है और इसमें सुधार संभव है. Read more » Featured मुनाफे की शिक्षा
मीडिया विविधा सार्थक पहल एक पाती आदरणीय रविश जी के नाम डॉ नीलम महेंद्र की कलम से October 11, 2016 by डॉ नीलम महेन्द्रा | 3 Comments on एक पाती आदरणीय रविश जी के नाम डॉ नीलम महेंद्र की कलम से अफसोस है कि आप इस देश की मिट्टी से पैदा होने वाले आम आदमी को पहचान नहीं पाए । यह आदमी न तो अमीर होता है न गरीब होता है जब अपनी पर आ जाए तो केवल भारतीय होता है । इनका डीएनए गुरु गोविंद सिंह जी जैसे वीरों का डीएनए है जो इस देश पर एक नहीं अपने चारों पुत्र हंसते हंसते कुर्बान कर देते हैं।इस देश की महिलाओं के डीएनए में रानी लक्ष्मी बाई रानी पद्मिनी का डिएनए है कि देश के लिए स्वयं अपनी जान न्यौछावर कर देती हैं । Read more » Featured