पुलिस अधिकारियों के लिए आदर्श आचार संहिता
Updated: November 27, 2011
श्री पी चिदंबरम , माननीय गृह मंत्री , भारत सरकार , नई दिल्ली मान्यवर, पुलिस अधिकारियों के लिए आदर्श आचार संहिता भारत में…
Read moreजीवन साधना के चार चरण
Updated: November 27, 2011
राजेश यादव व्यक्तित्व निर्माण के कार्यक्रम की तुलना कृषक द्वारा किए जाने वाले कृषि कर्म से की जा सकती है । जैसे जुताई, बुआई, सिंचाई…
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नेताओं की अभिव्यक्ति पर जनता का तमाचा
Updated: November 27, 2011
सिद्धार्थ शंकर गौतम बेतहाशा मंहगाई के इस दौर में जहां राजनीतिक अस्थिरता खुलकर सामने आ रही है वहीं आम-आदमी का गुस्सा भी अब फूटने लगा…
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कहो कौन्तेय-६६
Updated: November 27, 2011
विपिन किशोर सिन्हा (भीम और सात्यकि का पुरुषार्थ) ग्यारहवें दिन का सूर्य विहंसकर उदित हुआ। उस पर सूर्यवंशियों और चन्द्रवंशियों के विनाश का कोई प्रभाव…
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कहीं ये थप्पड़ किसी क्रांति का आगाज़ तो नहीं ?
Updated: November 27, 2011
राजीव गुप्ता जब खाने-पीने की चीजों के दामों में आग लग जाय और रसोई के चूल्हे की आग गैस सिलेंडर महंगा होने से बुझ जाय…
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हम हादसों से सबक नहीं लेते
Updated: November 27, 2011
डॉ0 आशीष वशिष्ठ दर्दनाक हादसों से सबक लेने की बजाए शायद हम हादसों को न्योता देने के आदी हो चुके हैं. पिछले एक दशक में…
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हिमाचल के विकास में जियो स्पेशियल तकनीक का प्रयोग
Updated: November 27, 2011
हिमाचल के मुख्यमंत्री ने अपने शासन काल में हिमाचल प्रदेश की कायाकल्प करने के लिए हर संभव प्रयास किए है और उनके इन प्रयासों का…
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चिंतन-सृजन (1) : एक भारतीय कम्युनिस्ट की आत्मकथा
Updated: November 28, 2011
निर्मल वर्मा हिंदी में विचार-पत्रिकाओं की संख्या बहुत कम हैं। जो हैं भी, उनमें से अधिकांश अराष्ट्रीय विचारों से प्रेरित हैं। लेकिन इन विडंबनाओं के…
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न्यायिक कर्मचारियों और न्यायधीशों के लिए आदर्श आचार संहिता
Updated: November 28, 2011
सलमान खुर्शीद , माननीय विधि एवं न्याय मंत्री , भारत सरकार , नई दिल्ली मान्यवर, न्यायिक कर्मचारियों और न्यायधीशों के लिए आदर्श आचार संहिता…
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लोक कला महोत्सव
Updated: November 28, 2011
प्रमोद कुमार बर्णवाल लोक विधाओं के महत्व का अभिज्ञान इसलिए आवश्यक है क्योंकि लोक-साहित्य लोकजीवन का अभिलेखागार है। किन्तु यह विडम्बना ही कही जायगी कि…
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सीबीआई की तरह ‘अच्छा बच्चा’ नहीं है कैग
Updated: November 28, 2011
संजय द्विवेदी राजसत्ता का एक खास चरित्र होता है कि वह असहमतियों को बर्दाश्त नहीं कर सकती। हमने इस पैंसठ सालों में जैसा लोकतंत्र विकसित…
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आम आदमी की हड्डी पर कबड्डी क्यों ?
Updated: November 28, 2011
राजीव गुप्ता दिल्ली की सडको पर भीख मांगने वाले सभी लोग उत्तर प्रदेश के है , यह कहना है कांग्रेस पार्टी के तथाकथित युवराज राहुल…
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