विविधा मिलावट के इस दौर में असली बचा न कोय

मिलावट के इस दौर में असली बचा न कोय

डॉ. शशि तिवारी  व्यक्ति की पहचान पहले उसके नाम से बाद में उसके कार्यों से होती है। कार्यों के गुण-दोषों के ही आधार पर लम्बे…

Read more
कहानी एक लोक कथा : आश्रय—पथ; पाथेय—दुःख

एक लोक कथा : आश्रय—पथ; पाथेय—दुःख

गंगानन्द झा  बहुत दिन हुए, दूर के एक देश से होकर कुछ वीर सैनिक अपने अपने घोडों पर सवार होकर चले जा रहे थे ।…

Read more
व्यंग्य व्यंग्य- सेक्युलर जूता

व्यंग्य- सेक्युलर जूता

पंडित सुरेश नीरव विद्वानों का मानना है कि सोना जितना पिटता है उतना ही निखरता है। इससे एक बात तो तय हो ही गई कि…

Read more
विविधा डॉ. अम्बेडकर का मत परिवर्तन और बौद्ध धर्म

डॉ. अम्बेडकर का मत परिवर्तन और बौद्ध धर्म

14 अक्तूबर पर विशेष  वर्तमान भारत में जब-जब भगवान बुद्ध को स्मरण किया जाता है, तब-तब स्वाभाविक रूप से बाबा साहब डा0 भीमराव अम्बेडकर का…

Read more
विविधा दादा साहेब आप्टे – व्यक्तित्व और कृतित्व

दादा साहेब आप्टे – व्यक्तित्व और कृतित्व

डॉ. मनोज चतुर्वेदी भारतवर्ष देवभूमि, मातृभूमि तथा पुण्यभूमि इसलिए नहीं है कि हम अंध श्रद्धा एवं भक्ति के द्वारा इसकी आराधना किया करते हैं। यह…

Read more
व्यंग्य व्यंग्य – मुझे नहीं बनना प्रधानमंत्री

व्यंग्य – मुझे नहीं बनना प्रधानमंत्री

राजकुमार साहू पहले मैं अपने पुराने दिनों की याद ताजा कर लेता हूं। जब हम स्कूल में पढ़ा करते थे, उस दौरान शिक्षक हमें यही…

Read more
विविधा अभिव्यक्ति पर लगाम

अभिव्यक्ति पर लगाम

पूजा शुक्‍ला क्या अब दिल्ली में भी लोग शार्ट-टर्म राजनैतिक चढाई करके नेतागिरी का लायसैंस पायेंगे? वैसे ये राजनीति के लिए नया नहीं है पर…

Read more
कार्टून व्‍यंगचित्र/ वीरेंद्र : कौन बनेगा करोड़पति

व्‍यंगचित्र/ वीरेंद्र : कौन बनेगा करोड़पति

Read more
समाज आदिवासी प्रगति : ग्यारह अवरोधक

आदिवासी प्रगति : ग्यारह अवरोधक

डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ आजादी के तत्काल बाद संविधान में सामाजिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक रूप से सर्वाधिक कमजोर जिन दो वर्गों या समूहों को चिह्नत…

Read more
विविधा सलाहकारों द्वारा अन्ना का दोहन

सलाहकारों द्वारा अन्ना का दोहन

विपिन किशोर सिन्हा भोजपुरी में एक कहावत है – साधु, चोर और लंपट, ज्ञानी, जस अपने तस अनका जानी। साधु, चोर, लंपट और ज्ञानी, अपने…

Read more
राजनीति उ.प्र.: चुनावी संग्राम में ‘मुद्दों का तड़का’

उ.प्र.: चुनावी संग्राम में ‘मुद्दों का तड़का’

 संजय सक्सेना उत्तर प्रदेश में चुनाव का शोर सब तरफ सुनाई देने लगा है। अपने को पाक-साफ और दूसरे की टोपी उछालने के इस खेल…

Read more
विविधा कश्मीर पर निरर्थक बातें

कश्मीर पर निरर्थक बातें

पवन कुमार अरविंद जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग और देश का सीमावर्ती राज्य है। इस राज्य पर पड़ोसी देशों ने 15 अगस्त 1947 के बाद…

Read more