
भ्रष्टाचार मिटाना ही होगा
Updated: December 9, 2011
पंडित सुरेश नीरव भ्रष्टाचार मिटाना ही होगा। देश को भ्रष्टाचार से जब तक मुक्त नहीं कराया जाएगा तब तक देश तरक्की नहीं कर पाएगा। भ्रष्टाचार…
Read more
हिन्दू धर्म की चुनौतियां
Updated: December 9, 2011
अशोक शास्त्री कुछ ऐसी तस्वीर साफ दिखाई देती है कि बादरायण (वेद व्यास) से शंकर तक, जो हिन्दुत्व की इबारत लिखी गई है, वो मोजूदा…
Read more
माया की साख पर आंच
Updated: July 6, 2011
संजय सक्सेना उत्तर प्रदेश में दस महीने के भीतर दो सीएमओ हत्याकांडो की गुत्थी सुलझाने में लगी पुलिस के लिए एक बार फिर मुश्किल खड़ी…
Read more
अब माओवादी भी लड़ेंगे भ्रष्टाचार से!
Updated: December 9, 2011
भटकाव भरे आंदोलन ऐसे भ्रम फैलाकर जनता की सहानुभूति चाहते हैं संजय द्विवेदी यह कहना कितना आसान है कि माओवादी भी अब भ्रष्टाचार के दानव…
Read more
ठंडी ठंडी फुहार बारिश की
Updated: December 9, 2011
शादाब जफर ‘शादाब’ “बारिश’’ ठंडी ठंडी फुहार बारिश की हाय कैसी बहार बारिश की किश्तियां खूब हम चलाते थे कापिया फाड कर बनाते थै याद…
Read more
परम्पराओं पर आघात मत सहो
Updated: December 9, 2011
कड़ी परीक्षा है संस्कृति की सत्य तो अब कहना होगा मेरी परम्पराएँ पावन दृढ इस पे रहना होगा काले अंग्रेजों सुन लो तुम वेदनेत्र यह…
Read more
कन्या भ्रूण हत्या
Updated: December 9, 2011
यह पतन की पराकाष्ठा है। पश्चिमी सभ्यता भारतीय जीवन-मूल्यों को लीलने में जुटा हुआ है। भारतीय खान-पान, वेश-भूषा, भाषा, रहन-सहन, जीवन-दर्शन इन सब पर पाश्चात्य…
Read more
व्यंग्य/ इंडियन साहब इन यमलोक
Updated: December 9, 2011
अशोक गौतम यमलोक के परलोक निर्माण विभाग मंडल दो में कार्यरत इंजिनियर कौशल साहब रिटायर हुए तो वहां पर इंजिनियर का पद रिक्त हो गया।…
Read more
आंख मूंदने से बात नहीं बनेगी
Updated: December 9, 2011
विमल कुमार सिंह एक समय था जब ईसाइयत और इस्लाम ने प्रलय मचाती सेनाओं का सहारा लेते हुए दुनिया के एक बड़े हिस्से में अपने…
Read more
संविधान या अन्ना का विधान
Updated: December 9, 2011
डॉ. सी. पी. राय ना संसद ना संविधान से, अब देश चलेगा अन्ना के विधान से और देश में केवल नकारात्मक बात करने वाले और…
Read more
तथाकथित अपवित्र राजनीतिज्ञों के आगे अब क्यों गिड़गिड़ा रही है अन्ना एंड कंपनी…
Updated: December 9, 2011
श्रीराम तिवारी भारत के मध्यम वित्त वर्ग में इन दिनों एक बृहद बैचेनी स्पष्ट परिलक्षित हो रही है.वर्तमान पूंजीवादी प्रजातंत्र ने देश के तीनों राजनैतिक…
Read more
अन्ना हजारे, सिविल सोसायटी व जनलोकपाल बिल पर एक नज़र
Updated: December 9, 2011
नवनीत आज सम्पूर्ण भारत में एक बात राजनीति का का केन्द्र बिन्दु बना हुआ है लोकपाल बिल, अन्ना हजारे देश की हीरो बन चुके है।…
Read more