प्रवक्ता न्यूज़ विकिलीक्स के लीक

विकिलीक्स के लीक

विजय कुमार बचपन में आपने भी ऐसी कहानियां सुनी होंगी, जिनमें वनदेवी की कृपा से किसी बच्चे को पक्षियों की बोली समझने का वरदान मिल…

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विविधा असमंजस और कुछ नहीं!

असमंजस और कुछ नहीं!

दुर्गेश कुमार मिश्रा शासन और व्यवस्था से सभी पीडित हैं । जिम्मेदार कौन ? स्वयं उत्तर देते हैं, नेता ! ये जवाब सभी की जुबान…

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विविधा घोटालों का युग

घोटालों का युग

अखिलेश आर्येन्दु यह मामने में हमें कोई दिक्कत महसूस नहीं होनी चाहिए कि हम जिस युग में जी रहे हैं वह घोटालों का युग है…

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विश्ववार्ता मिस्र में आखिरकार अभी आंदोलन क्यों हुआ ?

मिस्र में आखिरकार अभी आंदोलन क्यों हुआ ?

जगदीश्‍वर चतुर्वेदी मध्यपूर्व के अरब देशों में प्रतिवाद की आंधी चल रही है। सारे ज्ञानी और विशेषज्ञ परेशान हैं कि आखिरकार यह आंधी कहां से…

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विश्ववार्ता लाशों के साए में लीबिया में लोकतंत्र की तलाश

लाशों के साए में लीबिया में लोकतंत्र की तलाश

जगदीश्‍वर चतुर्वेदी लीबिया में कर्नल गद्दाफी के 41 साल के अधिनायकवादी शासन के खिलाफ जनता सड़कों पर निकल आयी है। वहां पर गद्दाफी और उनके…

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विविधा कर्ज से हारती किसान की जिंदगी

कर्ज से हारती किसान की जिंदगी

राजेन्‍द्र बंधु ”किसान से कब बंधुआ मजदूर बन गया, यह नंदकिशोर का पता ही नहीं चला। महंगे कीटनाशक, महंगे बीज और रासायनिक खाद ने उसे…

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विविधा काजल की कोठरी में कैसो ही सयानो जाय…

काजल की कोठरी में कैसो ही सयानो जाय…

चण्डीदत्त शुक्ल मधुमिता शुक्ला, कविता चौधरी, शशि और ऐसे ही ना जाने कितने नाम। यूपी की सियासत को बहुत-से सेक्स स्कैंडल दागदार कर चुके हैं।…

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विविधा बाहर से लड़ाई लड़े बिहार के ईमानदार पत्रकार

बाहर से लड़ाई लड़े बिहार के ईमानदार पत्रकार

संजय स्वदेश जीमेल पर चैट के दौरान पटना के एक विद्यार्थी अभिषेक आनंद से कहा – बिहार के मीडिया के बारे में बतायें। अभिषेक का…

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साहित्‍य जनता के ज्‍यादा निकट होती है मंचीय कविता

जनता के ज्‍यादा निकट होती है मंचीय कविता

आशीष कुमार ‘अंशु’ बात अधिक पुरानी नहीं है, मंचीय कवि अशोक चक्रधर जब हिन्दी अकादमी दिल्ली के उपाध्यक्ष तय हुए, उस वक्त हिन्दी साहित्य समाज…

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राजनीति ये है दिल्ली मेरी जान

ये है दिल्ली मेरी जान

लिमटी खरे ड्यूरेबल हैं गांधी परिवार के वादे! देश पर आधी सदी से ज्यादा राज करने वाली कांग्रेस में नेहरू गांधी परिवार की अपनी अहमियत…

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विविधा दारूल उलूम खतरे में

दारूल उलूम खतरे में

के. विक्रम राव राष्ट्रवादी दारूल उलूम में हो रही घटनाओं से सेक्युलर भारत देवबन्द के प्रत्येक हितैषी को सक्रिय सरोकार होना चाहिए। पाकिस्तान का पुरजोर…

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राजनीति बसपा-कांग्रेस के बीच का ‘खेल’

बसपा-कांग्रेस के बीच का ‘खेल’

संजय सक्सेना उत्तर प्रदेश विधान सभा का बजट सत्र अपने पीछे कई सवाल छोड़ गया। ऐसा नहीं था कि इस बार परम्परा से हट कर…

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