विविधा सवाल : “अभी मृत्यु और जीवन की कामना से कम्पित है यह शरीर!”

सवाल : “अभी मृत्यु और जीवन की कामना से कम्पित है यह शरीर!”

डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ जब कोई कहता है कि वह 25 वर्ष का हो गया तो इसका सही अर्थ होता है-उसने अपने जीवन को 25…

Read more
व्यंग्य हास्य-व्यंग्य /हवासिंह हवा-हवाई

हास्य-व्यंग्य /हवासिंह हवा-हवाई

पंडित सुरेश नीरव जब से हवासिंह किसी ऊपरी हवा के प्रभाव में आए हैं बेचारे की तो हवा ही खराब हो गई है। और हवा…

Read more
कहानी बाल कहानी/ अच्छा-सा तोहफा

बाल कहानी/ अच्छा-सा तोहफा

चानपा बड़ी देर से चट्टान की ओट में खड़ा बारिश रुकने का इंतजार कर रहा था। अभी एक घंटा पहले आसमान बिल्कुल साफ था। चानपा…

Read more
राजनीति छात्र राजनीति : लोकतंत्र की गर्भनाल

छात्र राजनीति : लोकतंत्र की गर्भनाल

राघवेन्‍द्र सिंह छात्र राजनीति जिसने आजादी के महासमर में अपना अस्मरणीय योगदान दिया। देश के प्रत्येक भाग से बड़ी संख्या में युवा छात्र क्रान्तिकारियों ने उक्त…

Read more
विश्ववार्ता अमेरिका मानवाधिकार का रक्षक है या भक्षक

अमेरिका मानवाधिकार का रक्षक है या भक्षक

मो. इफ्तिखार अहमद अमेरिका इस वक्त दुनिया का सुपर पॉवर है। ज्ञान, विज्ञान, आर्थिक व साम्रिक दृष्टि से कोई इसका सानी नहीं है। अमेरिका को…

Read more
विविधा बिग बॉस: ‘अश्‍लीलता से टीआरपी’ तक का सफ़र

बिग बॉस: ‘अश्‍लीलता से टीआरपी’ तक का सफ़र

अनिल कुमार “बिग बॉस”… बिग बॉस.. इस नाम से साफ़ अर्थ निकलता है “सबका बॉस”। इस समय यहां हम बात करने जा रहे “बिग बॉस(सीजन-…

Read more
विविधा देहव्यापार के बदलते स्वरुप और बिलखती घुंघरू

देहव्यापार के बदलते स्वरुप और बिलखती घुंघरू

अनिल अनूप महानगरीय संस्कृति एवं ग्लैमर ने आज देह व्यापार के मायने ही बदल दिए हैं. काफी हाई टेक हो गया है यह व्यापार, देश…

Read more
विविधा वाराणसी में विस्फोट : सम्पूर्ण राष्ट्र के लिये मंथन का अवसर

वाराणसी में विस्फोट : सम्पूर्ण राष्ट्र के लिये मंथन का अवसर

डॉ. सुरेंद्र जैन सात दिसम्बर की सायंकाल वाराणसी में गंगा के घाट पर गंगा आरती के समय किये गये बम विस्फोट ने पूरे देश को…

Read more
विविधा भ्रष्टाचार से त्रस्त हिन्दुस्तान : धर्मनिरपेक्षता का “वरदान”

भ्रष्टाचार से त्रस्त हिन्दुस्तान : धर्मनिरपेक्षता का “वरदान”

डॉ. सुरेंद्र जैन आज भारत के सामने भ्रष्टाचार की समस्या मुँह बाये खडी है। इस मामले में नये-नये कीर्तिमान स्थापित हो रहे हैं। ११० भ्रष्ट…

Read more
धर्म-अध्यात्म धर्म के नाम पर जाम का दंश झेलता हमारा देश

धर्म के नाम पर जाम का दंश झेलता हमारा देश

निर्मल रानी किसी भी मनुष्य के दैनिक जीवन में आम लोगों की दिनचर्या का सुचारू संचालन काफी महत्वपूर्ण होता है। बावजूद इसके कि हमारे देश…

Read more
बच्चों का पन्ना अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाली पाठशालाएं हिंसा का पर्याय बनती जा रही हैं

अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाली पाठशालाएं हिंसा का पर्याय बनती जा रही हैं

अखिलेश आर्येन्दु सात महीने पहले कोलकाता के मार्तिनेर स्कूल के एक छात्र रौवनजीत रावला की स्कूल के अध्यापकों द्वारा बेंतों से बेतहाशा पिटाई करने के…

Read more
विविधा विकास का पहिया विस्थापन के लिए ही क्यों घूमता है?

विकास का पहिया विस्थापन के लिए ही क्यों घूमता है?

अखिलेश आर्येन्दु केंद्र सरकार पिछले कई सालों से विस्थापितों के पुनर्वास की एक मुक्कमल नीति बनाने की बात कहती रही है। लेकिन आजादी के 63…

Read more