सवाल : “अभी मृत्यु और जीवन की कामना से कम्पित है यह शरीर!”
Updated: December 18, 2011
डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ जब कोई कहता है कि वह 25 वर्ष का हो गया तो इसका सही अर्थ होता है-उसने अपने जीवन को 25…
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हास्य-व्यंग्य /हवासिंह हवा-हवाई
Updated: December 18, 2011
पंडित सुरेश नीरव जब से हवासिंह किसी ऊपरी हवा के प्रभाव में आए हैं बेचारे की तो हवा ही खराब हो गई है। और हवा…
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बाल कहानी/ अच्छा-सा तोहफा
Updated: December 18, 2011
चानपा बड़ी देर से चट्टान की ओट में खड़ा बारिश रुकने का इंतजार कर रहा था। अभी एक घंटा पहले आसमान बिल्कुल साफ था। चानपा…
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छात्र राजनीति : लोकतंत्र की गर्भनाल
Updated: December 18, 2011
राघवेन्द्र सिंह छात्र राजनीति जिसने आजादी के महासमर में अपना अस्मरणीय योगदान दिया। देश के प्रत्येक भाग से बड़ी संख्या में युवा छात्र क्रान्तिकारियों ने उक्त…
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अमेरिका मानवाधिकार का रक्षक है या भक्षक
Updated: December 18, 2011
मो. इफ्तिखार अहमद अमेरिका इस वक्त दुनिया का सुपर पॉवर है। ज्ञान, विज्ञान, आर्थिक व साम्रिक दृष्टि से कोई इसका सानी नहीं है। अमेरिका को…
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बिग बॉस: ‘अश्लीलता से टीआरपी’ तक का सफ़र
Updated: December 18, 2011
अनिल कुमार “बिग बॉस”… बिग बॉस.. इस नाम से साफ़ अर्थ निकलता है “सबका बॉस”। इस समय यहां हम बात करने जा रहे “बिग बॉस(सीजन-…
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देहव्यापार के बदलते स्वरुप और बिलखती घुंघरू
Updated: December 18, 2011
अनिल अनूप महानगरीय संस्कृति एवं ग्लैमर ने आज देह व्यापार के मायने ही बदल दिए हैं. काफी हाई टेक हो गया है यह व्यापार, देश…
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वाराणसी में विस्फोट : सम्पूर्ण राष्ट्र के लिये मंथन का अवसर
Updated: December 18, 2011
डॉ. सुरेंद्र जैन सात दिसम्बर की सायंकाल वाराणसी में गंगा के घाट पर गंगा आरती के समय किये गये बम विस्फोट ने पूरे देश को…
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भ्रष्टाचार से त्रस्त हिन्दुस्तान : धर्मनिरपेक्षता का “वरदान”
Updated: December 18, 2011
डॉ. सुरेंद्र जैन आज भारत के सामने भ्रष्टाचार की समस्या मुँह बाये खडी है। इस मामले में नये-नये कीर्तिमान स्थापित हो रहे हैं। ११० भ्रष्ट…
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धर्म के नाम पर जाम का दंश झेलता हमारा देश
Updated: December 19, 2011
निर्मल रानी किसी भी मनुष्य के दैनिक जीवन में आम लोगों की दिनचर्या का सुचारू संचालन काफी महत्वपूर्ण होता है। बावजूद इसके कि हमारे देश…
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अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाली पाठशालाएं हिंसा का पर्याय बनती जा रही हैं
Updated: December 19, 2011
अखिलेश आर्येन्दु सात महीने पहले कोलकाता के मार्तिनेर स्कूल के एक छात्र रौवनजीत रावला की स्कूल के अध्यापकों द्वारा बेंतों से बेतहाशा पिटाई करने के…
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विकास का पहिया विस्थापन के लिए ही क्यों घूमता है?
Updated: December 19, 2011
अखिलेश आर्येन्दु केंद्र सरकार पिछले कई सालों से विस्थापितों के पुनर्वास की एक मुक्कमल नीति बनाने की बात कहती रही है। लेकिन आजादी के 63…
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