असुरक्षित बचपन के प्रति सरकार बेफिक्रमंद
Updated: December 19, 2011
अखिलेश आर्येन्दु ग्लोबल मूवमेंट फॉर चिल्ड्रन(जीएमसी) के जरिए जो सर्वेक्षण कराए गए हैं उससे भारत में नौनिहालों की खस्ता हालात का पता चलता है। इस…
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भ्रष्टाचार की भागवत का अंतिम अध्याय
Updated: December 19, 2011
अनिल त्यागी ऐसे समय में जब ट्रासपेरेंसी इन्टरनेशनल के कर्ताधर्ताओं ने भारत को भ्रष्टतम देशों की जमात में सबसे ऊपर रखा है। आम भारतीय का…
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मदर टेरेसा-नोबेल शांति पुरस्कारों के विवादों में!
Updated: December 19, 2011
हरिकृष्ण निगम कुछ दिनों पहले उन विवादित एवं सर्वत्र चर्चित प्रतिभाओं को जिन्हें पिछले दशकों में स्वीडिश अकादमी ने नोबेल शांति पुरस्कार दिया था जिन्हें…
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सेकुलरवादी विमर्श की आड़ में : परत-दर-परत खुलता राष्ट्रद्रोही चेहरा
Updated: December 19, 2011
हरिकृष्ण निगम आज के राजनीतिक विमर्श में हमारे कुछ बुध्दिजीवियों ने एक अजीब तरह की अराजकता को प्रश्रय देकर अंग्रेजी मीडिया के एक बड़े वर्ग…
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वृहद घोटाले करके उसे छिपाने में पूरी तरह नाकाम संप्रग सरकार की फजीहत
Updated: December 19, 2011
धाराराम यादव संसद का शीतकालीन सत्र, संप्रग सरकार द्वारा किये गये वृहद घोटालों को छिपाने में नाकाम रहने की भेंट चढ़ रहा है। सम्प्रति तीन…
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तुष्टीकरण की नीति से भगवा आतंकवाद का भय
Updated: December 19, 2011
डॉ. सूर्य प्रकाश अग्रवाल केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम के द्वारा भगवा आतंकवाद देश में फैलने का भय व्यक्त किया गया है। केन्द्रीय गृह मंत्री…
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भगवा आतंकवाद की व्याख्या
Updated: December 19, 2011
धाराराम यादव गत् 25 अगस्त, 2010 से देश की राजधानी नई दिल्ली में आयोजित राज्यों के पुलिस महानिदेशकों एवं महानिरीक्षकों के तीन दिवसीय सम्मेलन का…
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भारत में कौन बनेगा जूलियन असांजे, कौन करेगा विकिलीक्स
Updated: December 19, 2011
अविनाश दास फेसबुक पर टीवी पत्रकार रवीश कुमार ने एक सोसा छोड़ा कि भारत का विकिलीक्स कौन हो सकता है। उन्होंने कुछ वेबसाइट्स के नाम…
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भ्रष्टाचार : हम किसी से कम नहीं…
Updated: December 19, 2011
फ़िरदौस ख़ान पिछले काफ़ी अरसे से देश की जनता भ्रष्टाचार से जूझ रही है और भ्रष्टाचारी मज़े कर रहे हैं. पंचायतों से लेकर संसद तक…
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आदिवासी जीवन में परिवर्तन का विरोध क्यों ?
Updated: December 19, 2011
-जगदीश्वर चतुर्वेदी आदिवासियों के जब भी सवाल उठते हैं तो एक सवाल मन में आता है कि क्या आदिवासी अपरिवर्तनीय हैं ? क्या वे जैसे…
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लोकतंत्र के मंदिर से टूटती आस
Updated: December 19, 2011
–पंकज चतुर्वेदी पिछले कुछ दिनों से भारत के लोकतंत्र की सबसे बड़ी पंचायत में जो कुछ हो रहा है, वो सीधे –सीधे इस देश की…
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जनता के पैसे के दुरूपयोग पर चुप्पी, क्यों..?
Updated: December 19, 2011
-नन्दलाल शर्मा हालियॉ रिलीज फिल्म ‘नाँकआउट’ का एक चरित्र कहता है। ‘ क्या तुम्हें पता है कि हजार रुपए का नोट ‘ गुलाबी क्यों होता…
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